मोदी प्रचार पर सख्त हुआ चुनाव आयोग, रेल और उड्डन मंत्रालय को कार्रवाई के निर्देश
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने मंगलवार को उड्डन मंत्रालय, रेल बोर्ड के चेयरमैन और रेल मंत्रालय को तल्ख लहजे में पत्र लिखते हुए उसके आदर्श आचार संहिता संबंधित दिशा-निर्देशों के पालन में होने वाली त्रुटियों पर कड़ी नाराजगी जताई है। आयोग ने तीनों को एक सप्ताह में रिपोर्ट भेजने और आदेशों का पालन करने में अक्षम अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग ने रेलवे के चाय के कपों पर मैं भी चैकीदार संदेश मामले पर रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी को लिखे पत्र में निर्देश दिया है कि वह बताए कि मामले पर उसकी ओर से क्या कार्रवाई की गई है। इस संबंध में रिपोर्ट चार अप्रैल की सुबह 11 बजे तक आयोग को सौंपनी होगी। इसके अलावर उड्डयन मंत्रालय को 26 और 29 मार्च को आचार संहिता उल्लंघन के मामले में दो अलग-अलग पत्र भेजे थे। आयोग की तरफ से उड्डयन मंत्रालय सचिव को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि मंत्रालय ने केवल पहले पत्र का जबाब 29 मार्च दिया था, जबकि 29 मार्च को भेजे गए दूसरे नोटिस का जवाब समय सीमा के बाद भी दो दिन बीत जाने पर भी नहीं दिया है। आयोग ने निर्देश दिया है कि संगठन की चूक के लिए एयर इंडिया सीएमडी को नाराजगी से अवगत कराया जाए। आयोग ने संबंधित अधिकारी के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्यौरा एक सप्ताह में देने को कहा है। चुनाव आयोग ने रेल बोर्ड के चेयरमैन को भेजे पत्र में कहा है कि देश में आम चुनावों के चलते लागू आदर्श आचार संहिता के पालन करने में ढिलाई बरतने पर कड़ी नाराजगी जताई है। आयोग ने प्रभारी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी फैसला किया है और एक सप्ताह के भीतर चुनाव आयोग को एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी। आयोग ने रेल मंत्रालय को 26 और 29 मार्च को दो पत्र भेजकर जवाब मांगा था। हालांकि, मंत्रालय ने दोनों नोटिस का जवाब दाखिल करने के लिए और समय की मांग की थी। उल्लेखनीय है कि रेल मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखा था। उनसे पूछा था कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर रेल टिकटों और एयर इंडिया के बोर्डिंग पास से क्यों नहीं हटाई गई। इसके अलावा काठगोदाम शताब्दी में मैं भी चैकीदार संदेश वाले कपों में चाय परोसने पर भी जवाब मांगा था।