राष्ट्रीय

रक्षा मंत्री राजनाथ ने सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के योगदान की समीक्षा की

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री ने कोरोना महामारी के खिलाफ चलाये जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) के योगदान और नागरिक प्रशासन को दी जा रही सहायता की। अधिकारियों ने रक्षा मंत्री को सशस्त्र बलों के कर्मियों को कोरोना के संबंध में जारी परामर्श तथा क्वारंटीन सुविधाओं, अस्पतालों की व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में नागरिक प्रशासन के अधिकारियों को दी जाने वाली मदद के लिए किए जा रहे विभिन्न उपायों की जानकारी दी। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की ओर से केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुरोध पर, नागरिकों के लिए क्वारंटीन सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं हैं जो अभी छह स्टेशनों पर चलाये जा रहे हैं। इनमें इटली, ईरान, चीन, मलेशिया और जापान से लाए गए लोगों को रखा गया है। अन्य स्टेशनों पर भी ऐसी सुविधा तैयार रखी गई हैं। एक फरवरी से अब तक इन केन्द्रों में 1738 व्यक्तियों को रखा गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की मदद से एएफएमएस के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना संक्रमण की जांच के लिए पहले से ही छह प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं और इनमें जांच का काम लगातार हो रहा है। फेस मास्क, सैनिटाइजर, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) और वेंटिलेटरों जैसे आवश्यक स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद का काम तेज गति से चल रहा है।

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