रैंडम टेस्टिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में तेजी लायें : नीतीश कुमार
दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे उपायों पर विस्तृत चर्चा हुई। नीतीश कुमार ने निर्देश दिया कि प्रखण्ड क्वारंटाइन केन्द्रों में रह रहे लोगों की संख्या के अनुपात में किचेन की संख्या बढ़ायी जाए ताकि समय पर लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सके। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन केन्द्रों पर आवासितों की संख्या के अनुपात में शौचालय एवं स्नानागार की भी पर्याप्त व्यवस्था रहे। साथ ही वहाँ पानी, बिजली एवं साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रखण्ड क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं का जिले के वरीय पदाधिकारी नियमित निरीक्षण एवं अनुश्रवण करें। वे प्रखण्ड क्वारंटाइन केन्द्रों पर आपदा प्रबंधन विभाग के एसओपी के अनुसार सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करायें तथा आपदा प्रबंधन विभाग भी इसका सतत् अनुश्रवण करता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के साथ-साथ रणनीति बनाकर रैंडम टेस्टिंग की व्यवस्था में भी तेजी लायें। उन्होंने कहा कि रेड जोन में आने वाले लोगों की प्राथमिकता के आधार पर टेस्टिंग करायें।
‘कोरोना संक्रमण के इलाज के अलावा अन्य बीमारियों के इलाज की व्यवस्था का सघन अनुश्रवण हो ताकि आम मरीजों को परेशानी न हो। इसके लिये अस्पतालों में प्रबंधन व्यवस्था को भी सुदृढ़ रखें। विदेशों से भी लोग आयेंगे, उनके संबंध में विदेश मंत्रालय से समन्वय बनाये रखें तथा उनके लिये भी तय प्रोटोकाॅल के अनुसार टेस्टिंग एवं क्वारंटाइन की समुचित व्यवस्था रखी जाए। जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर लोगों को जागरूक करते रहें। कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझना होगा। लोग धैर्य बनाये रखें, गाइडलाइन्स के अनुरूप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, तभी कोरोना को हराने में सफलता मिलेगी,’ श्री कुमार ने कहा।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फँसे हुए हैं उन्हें प्रति व्यक्ति ’1,000 रुपये’ की राशि ’मुख्यमंत्री विशेष सहायता’ के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से दी जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि अब तक राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के जितने आवदेन आये हैं, उनमें से वैध पाये गये ’19 लाख 51 हजार’ आवदेकों के खाते में राशि अंतरित की गयी है तथा शेष आवेदनों की जाँच के उपरांत शीघ्र ही संबंधित लोगों के खाते में राशि अंतरित कर दी जायेगी।