सामाजिक

मदर्स डे पर कार्यक्रम में दिखा ममता का रंग

नई दिल्ली। दुनिया भर में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। मां के कर्ज से जीवन में कोई मुक्त नहीं हो सकता, लेकिन इस दिन बच्चे मां के प्रति कृतज्ञता जताकर अपने जीवन में प्रेम और स्नेह का रंग भरने के लिए उनका शुक्रिया अदा करने की कोशिश करते हैं। मदर्स डे की शुरुआत सबसे पहले ग्रीस में हुई थी। दिल्ली में मदर्स डे पर बच्चों की परवरिश में मां की ममता स्नेह, त्याग और बलिदान का महत्व समाज के सामने उभारने के लिए रतन मेल और स्किल्स रेन्स वहाल की और से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर की सभी महिलाओं को आमंत्रित किया गया और उनसे अपने मातृत्व से जुड़े अनुभवों से समाज को रूबरू कराने का अनुरोध किया। मिस टीन यूनिवर्स सृष्टि कौर को भी उनकी मां जसमीत कौर के साथ कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। सृष्टि ने अपनी मां के साथ संबंधों और अपनी मां के साथ बिताए खूबसूरत पलों को इतने भावुक अंदाज में सभी लोगों के सामने पेश किया कि कार्यक्रम में मौजूद हरेक व्यक्ति की आंखों में आंसू आ गए। यह वाकई एक खूबसूरत भावनात्मक ममतामयी पल था, जिससे लोग प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। सृष्टि के भाषण से सभा में अपनी सुपरहीरो मॉम के साथ मौजूद बेटियां काफी प्रभावित हुई। इससे उन्हें मूल्यवान प्रेरणा मिली। सृष्टि जब अपनी मां के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रही थी तो वहां मौजूद बेटियों को सुबकते हुए देखा गया और उनकी आंखों से आंसू गिरते देखे गए।
सृष्टि ने कहा, ‘मेरी मां दुनिया की सबसे अच्छी मां हैं। वह उस समय मेरा सहारा बनती हैं, जब मैं अंदर से बहुत टूटी हुई और कमजोर होती हूं। मां से बढ़कर लड़की का अच्छी दोस्त और कोई नहीं होता। मैं आज जो कुछ भी हूं, अपनी मां की बदौलत हूं। अगर उन्होंने मुझे कदम-कदम पर हिम्म्मत या सहारा न दिया होता तो आज मैं इस मुकाम पर नहीं होती, जिस मुकाम पर मैं आज हूं।’ इस कार्यक्रम में आमत्रा की ओर से प्रायोजित स्पा का सेशन भी आयोजित किया गया। इसके बाद मेहमानों ने लंच का भी मजा लिया। सृष्टि ने इस अवसर पर ‘एलिफेरेस’ नाम के अपने फैशन ब्रैंड को भी प्रमोट किया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया कैंपेन का समर्थन करता है। अगर मदर्स डे पर अलग-अलग महिलाओं और उनकी बेटियों ने अपनी ममता, प्रेम और स्नेह से भरी हुई भावुक कहानियां पेश नहीं की होती तो ये दिन सभा में मौजूद महिलाओं के लिए इतना अच्छा और खूबसूरत न बनता। मदर्स डे पर विभिन्न महिलाओं और उनकी बेटियों की भावनाओं के ज्वार ने कार्यक्रम में ममता का एक कभी न मिटने वाला रंग भर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं के लिए दिन एक यादगार बन गया, जिसे वह लंबे समय तक भुला नहीं पाएंगी।
ताइवान के राजदूत की पत्नी श्रीमती जेनिन ने कहा कि वह सृष्टि के भाषण से काफी प्रभावित हुई। उनका भाषण सुनकर वह अपने बचपन में लौट गई और अपनी मम्मी को बहुत मिस किया। वहीं सृष्टि की भावनाओं में डूबी स्पीच को सुनकर शिल्पा रैना की आंखों में आंसू आ गए तो आभा डालमिया ने कहा कि वह सृष्टि के पवित्र और खूबसूरत भाषण सुनकर वह अपनी मां की यादों में खो गई।

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