सामाजिक

अब नही कर पाएंगे कोटपा का उल्लंघन

गुवाहाटी। यदि आप गुवाहाटी में है या फिर जा रहें है तो जरा संभल जाइये, यंहा पर सार्वजनिक स्थलों या प्रतिबंधित इलाकों में धूम्रपान करता हुआ पाए जाने पर आपका पुलिस की और से चालान काटा जा सकता है। असम पुलिस, संबध हैल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) व टाटा ट्रस्ट मिलकर संयुक्त रुप से तंबाकू मुक्त असम अभियान चला रहे है। इस अभियान के तहत मंगलवार को सार्वजनिक स्थनों पर धूम्रपान करने व नियमविरुद्ध बेचने वालों के खिलाफ कार्यवाही कर चालान काटा गया वंही मौके पर तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों के सेवन से होने वाले नुकसान की जानकारी भी दी गई।
संबध हैल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) के प्रोजेक्ट मैनेजर अमित राय देशभर में तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों की सक्रिय रोकथाम के लिए पुलिस व अन्य विभाग मिलकर काम कर रहें है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहें है। दिल्ली, राजस्थान, केरल, हरियाणा सहित अनेक राज्यों में पुलिस कोटपा एक्ट में चालान की कार्यवाही कर रही है। अब असम में भी पुलिस ने स्पेशल ड्राइव चलाकर कोटपा में चालान शुरु कर दिया है।
उन्होने बताया कि जब दिशपुर, भांगागढ़, पुलिसथानाक्षेत्र में सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान व नियम विरुद्ध तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों को बेचने वालों पर जब केाटपा में कार्यवाही हो रही थी तो वंहा पर आम लोगों ने बताया कि खुले में धूम्रपान करने से पूरा माहौल खराब होता है तथा जो लेाग इसका सेवन नही करते उनको भी यह धुंआ पीना पड़ता है। इसलिए पुलिस की यह पहल सराहनीय है।
डीसीपी ईस्ट डा.रमनदीप कौर ने बताया कि पुलिस अधिकारियों को नियमित रुप से कोटपा एक्ट में किस प्रकार से कार्यवाही हो इसके लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के बाद सभी का सामूहिक प्रयास है कि आम जनता में तथा सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों का उपभोग कम हो। पुलिस कमीश्नर हीरेन चद्रनाथ के निर्देशानुसार सभी पुलिसथानों में कोटपा एक्ट के तहत कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी, ताकि युवाओं को इस प्रकार की बुराई से बचाया जा सके।
उन्होने बताया कि पुलिस अधिकारियेां के साथ नियमित रुप से धूम्रपान व तंबाकू उत्पादों की रोकथाम पर चर्चा व तकनीकी रुप से अधिकारियों को जागरुकता कार्यक्रम के तहत तकनीकी व स्वास्थ्य संबधी जानकारी प्रदान की जाती रहेगी। ताकि वे भी युवाअेंा केा तबाकू व धूम्रपान से बचाने के लिए देशभर में चल रही मुहिम में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सके। इसके साथ ही समस्त शिक्षण संस्थाअेां व सार्वजनिक स्थलों को तंबाकू मुक्त बनाये जाने पर भी काम जारी रहेगा।
वायॅस आॅफ टोबेको विक्टिमस (वीओटीवी) के पैट्रन व बीबीसीआई के कैंसर सर्जन डा. अशेाक दास ने बताया कि ग्लोबल एडल्ट तंबाकू सर्वेक्षण (जीएटीएस -2) 2016-17 के अनुसार, भारत में धुआं रहित तंबाकू का सेवन धूम्रपान तम्बाकू से कहीं अधिक है। वर्तमान में 42.4 प्रतिशत पुरुष, 14.2 प्रतिशत महिलाएं और सभी वयस्कों में 28.6 प्रतिशत धूम्रपान करते हैं या फिर धुआं रहित तम्बाकू का उपयोग करते हैं। आंकड़ों के मुताबिक इस समय 19 प्रतिशत पुरुष, 2 प्रतिशत महिलाएं और 10.7 प्रतिशत वयस्क धूम्रपान करते हैं, जबकि 29 .6 प्रतिशत पुरुष, 12.8 प्रतिशत महिलाएं और 21.4 प्रतिशत वयस्क धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करते हैं। 19.9 करोड़ लोग धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करते हैं जिनकी संख्या सिगरेट या बिड़ी का उपयोग करने वाले 10 करोड़ लोगों से कहीं अधिक हैं।
डा.दास ने बताया कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (गैटस 2 सर्वे 2016-17 ) के अनुसार आसम में 48.2 लोग किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं और इनमें से 34000 हजार लोगों की मृत्यु तंबाकू से संबधित रोगों के कारण प्रतिवर्ष हो जाती है। वंही प्रतिदिन लगभग 140 नए लोग तंबाकू की लत का शिकार हो रहे हैं।
वर्तमान में पुरुषों का 62 .9 प्रतिशत , 32.9 प्रतिशत महिलाएं और सभी वयस्कों में 48.2 प्रतिशत धूम्रपान या धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करने का प्रचलन है। आंकड़ों के मुताबिक, 25.3 प्रतिशत पुरुष, 0.8 प्रतिशत महिलाएं और सभी वयस्कों में 13.3 प्रतिशत तम्बाकू धूम्रपान करते हैं, जबकि 50.5 प्रतिशत पुरुष, 32.5 प्रतिशत महिलाएं और सभी वयस्कों में 41.7 प्रतिशत वर्तमान में धुआं रहित तम्बाकू का उपयोग करते हैं।

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