चौरी चौरा शताब्दी वर्ष को कला साहित्य के माध्यम से जन-जागरूकता लाएगी संस्कार भारती
नई दिल्ली। संस्कार भारती चौरी चौरा, गोरखपुर शताब्दी समारोह को कला साहित्य के माध्यम जन-जागरूकता लाएगी ज्ञात हो उत्तर प्रदेश राज्य स्तरीय आयोजन समिति की बैठक दिनांक 20-01-2021 को सुनिश्चित किया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार इस प्रसिद्ध जनआंदोलन की गौरव-गाथा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए अनेक बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन पर काम करने जा रही है, जो बहुत ही सराहनीय कदम है। शताब्दी समारोह के अंतर्गत पूरे प्रदेश के सभी जिलों में अनेक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की रूप रेखा बनाई जा रही है। सरकार द्वारा स्वाधीनता संग्राम के 75 वें वर्ष को भी बड़े स्तर पर मनाने की योजना है।
चौरी चौरा आंदोलन भारतीय स्वाभिमान का जन आंदोलन था, जिसे ब्रिटिश हुकूमत ने बड़ी बर्बरता पूर्वक कुचलने की कोशिश की जो जनआक्रोश के रूप मे 04 फरवरी 1922 को फूटा।
बैठक से भाग लेकर लौटे आयोजन समिति के सम्मानित सदस्य संस्कार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री अमीर चंद जी ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित चौरी चौरा शताब्दी समारोह को संस्कार भारती के कलाकार साहित्यकार अपनी कला साहित्य के माध्यम से जन जन तक न केवल पहुंचाएंगे बल्कि जनभागीदारी बढ़ाने मे भी सहायक सिद्ध होंगे। वर्ष भर चलने वाले इस कार्यक्रम मे ही संस्कार भारती ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया हैं और साथ ही सब प्रकार से सरकार को सहयोग करने का भी फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षो मे उत्तर प्रदेश सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किये। जिसमें मथुरा का रंगोत्सव और बरखा बहार, रामनगरी अयोध्या का भव्य दीपोत्सव, लखनऊ का कबीर उत्सव, नैमिषारण्य में नैमिशेय शंखनाद तथा पंडित दीनदयाल जन्मशती समारोह पर आयोजित फराह महोत्सव जैसे कार्यक्रम उल्लेखनीय हैं। इसके अतिरिक्त वर्ष 2019 कुम्भ को भव्य ‘सांस्कृतिक कुम्भ’ का रूप भी योगी सरकार ने ही दिया।