रेड बुल रोड टू रूकीज की धमाकेदार शुरुआत, आइजोल के जोथनमाविया ने दोनों रेस जीतीं
नई दिल्ली। रेड बुल रोड टू रूकीज कप के तीसरे संस्करण की शुरूआत पिछले सप्ताहांत कारी मोटर स्पीडवे कोयंबटूर में जोरदार तरीके से हुई। रेड बुल रोड टू रूकीज में आइजोल के जोथनमाविया ने रेस 1 और रेस 2 दोनों में जीत हासिल की। रेड बुल रोड़ टू रूकीज कप के तीसरे संस्करण में 12 से 16 वर्षीय युवा बाइकिंग प्रेमियों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी कुशलता का प्रदर्शन करने का मौका मिलता है। यह भारत में खेल की एक नई श्रेणी है और देश के सर्वश्रेष्ठ मोटरसाइकल रेसर को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त रेड बुल मोटोजीपी रूकीज कप 2018 में भाग लेने का मौका देती है! रेड बुल मोटोजीपी रूकीज कप की शुरूआत वर्ष 2007 में हुई थी और यह विश्व के सबसे रोमांचकारी दुपहिया खेलों में से एक है। रूकीज कप ने ग्रैण्ड प्रिक्स रेसिंग की दुनिया को नये सितारे दिये हैंय वर्ष 2015 के मोटो 2 और मोटो 3 दोनों वर्ल्ड चैम्पियन एक्स-रूकीज थे।
जोथनमाविया ने पूरी तरह से रेड बुल रोड टू रूकीज पर अपना दबदबा बनाये रखा। रेस 1 में उन्हें 14ः23ः901 मिनट लगे, जबकि रेस 2 में 14ः36ः129 मिनट और उनका राउंड्स बेस्ट लैप टाइम 1ः24ः176 मिनट रहा। आइजोल के पीसी एंडी लालहमांगाइहसांग (14ः47ः701) रेस 1 में दूसरे स्थान पर रहे, जो लॉन्गतला के जीरोम वानलालरेंगपुइया (14ः50ः264) से आगे थे, जबकि रेस 2 में लॉन्गतला के जीरोम (15ः04ः514) दूसरे स्थान पर रहे और पीसी एंडी लालहमांगाइहसांग (15ः13ः476) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
सुजुकी गिक्सर कप और रेड बुल रोड टू रूकीज का आयोजन एफआईएम और एफएमएससीआई के तत्वाधान में जेके टायर मोटरस्पोर्ट्स के सौजन्य से होता है।
देशभर से प्राप्त 300 प्रविष्टियों में से 22 राइडर्स को सुजुकी गिक्सर कप और 8 राइडर्स को रेड बुल रोड टू रूकीज कप के लिये चुना गया। चयनित राइडर्स को कारी मोटर स्पीडवे, कोयंबटूर पर तीन दिनों तक तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद रेस की तैयारी के लिये थ्योरी सेशन और उद्योग विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ऑन ट्रैक राइडिंग कराई गई।
जेके टायर सुजुकी गिक्सर कप और रेड बुल रोड टू रूकीज के वर्ष 2018 सीजन के दूसरे राउंड का आयोजन कारी मोटर स्पीडवे, कोयंबटूर में 31 अगस्त से 02 सितंबर, 2018 तक किया जायेगा। अहमदाबाद के सचिन चैधरी वर्ष 2016 में रेड बुल रोड टू रूकीज के पहले संस्करण के चैम्पियन रहे। अपने अनुभव के बारे में सचिन ने कहा, ‘‘रोड टू रूकीज कप जीतने के बाद स्पेन की यात्रा चुनौतीपूर्ण रही। इसके लिये मैंने स्वयं को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करने का पूरा प्रयास किया था। नये ट्रैक (ग्रैनेडा, स्पेन में सर्किटो गॉडिक्स) पर नई बाइक (125सीसी मेट्रकिट) के साथ रेसिंग कठिन थी। हारने के बावजूद मुझे बड़ा अच्छा अनुभव मिला और नई ट्रिक्स के बारे में भी पता चला, जिन्हें मैं अब अपना सकता हूँ। रूकीज कप निश्चित रूप से मेरे जैसे उभरते लोगों की मदद करने वाला मंच है।’’ पिछले वर्ष उन्होंने सुजुकी गिक्सर कप में भाग लिया और चार राउंड के बाद रनर-अप चैम्पियन रहे।
मिजोरम के लालहरूइजेला ने रेड बुल रोड टू रूकीज कप का दूसरा संस्करण जीता और पिछले वर्ष रेड बुल मोटोजीपी रूकीज कप क्वालिफायर्स स्पेन का टिकट प्राप्त किया। यह 15 वर्षीय बाइकर 3 राउंड के बाद 56 अंकों के साथ चैम्पियन बनकर उभरा।