विश्व कप के बारे में नहीं सोचता, बस भारत के लिए मैच जीतना चाहता हूं
नागपुर। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी ओवर में रोमांचक जीत दिलाने के बाद दिग्गज मान रहे हैं विजय शंकर के विश्व कप की टीम दावेदारी बेहद मजबूत हो गई है। मैच के बाद विजय ने साफ किया कि उनका ध्यान अच्छे प्रदर्शन पर है विश्व कप के टीम चयन के बारे में नहीं सोच रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर वनडे में आखिरी ओवर में विजय शंकर ने दो विकेट निकाले और भारत को रोमांचक जीत दिलाई। कप्तान विराट कोहली ने आखिरी ओवर में गेंद विजय को दी जब 11 रन का बचाव करना था। उन्होंने मार्कस स्टोइनिस और एडम जाम्पा का विकेट हासिल कर मैच भारत की झोली में डाल दिया।
मैच के बाद विश्व कप की टीम में उनकी दावेदारी को लेकर बातें की जा रही है। इस पर विजय ने कहा, मैंने पहले भी कहा है, मैं चयन या विश्व कप के बारे में नहीं सोचता, अभी इसमें काफी वक्त है। हर एक मैच बेहद महत्वपूर्ण है। मैं बस अपना बेहतर देना चाहता हूं और टीम के लिए मैच जीतना चाहता हूं।
निदाहास ट्रॉफी की कड़वी यादों पर उनका कहना था, ईमानदारी से कहूं तो निदाहास ट्रॉफी ने मुझे काफी कुछ सिखाया। उसके बाद मैंने यह सीखा की सामान्य कैसे रहना है। चाहे हालात कैसे भी हों मुझे शांत और सामान्य बने रहने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी ओवर पर विजय शंकर ने कहा, मैं चुनौती के लिए तैयार था, मुझे पता था, वो एक ओवर मुझे करना है। यह बात मैं खुद से 43-44 वें ओवर के बाद से कह रहा था। मैं किसी भी वक्त गेंदबाजी करने जा रहा हूं। शायद, आखिरी ओवर और मुझे 10 से 15 रन के बीच बचाना होगा। मैं मानसिक तौर से इसके लिए तैयार था।
बुमराह से मिली सलाह का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 48वें ओवर के बाद बुमराह मेरे पास आए और बताया गेंद थोड़ा रिवर्स हो रहा है। उन्होंने मुझे कहा, सही लेंथ को हिट करने की जरूरत है। जब उन्होंने यह कहा मैं समझ गया, रन का बचाव करने का सिर्फ एक ही तरीका है, विकेट निकालना। अगर मैंने सीधी गेंदबाजी की तो विकेट हासिल करने का मौका बनेगा।