सहपीडिया ने फ्रेम्स फोटोग्राफी अनुदान के लिए प्रविष्टियाँ भेजने की अंतिम तिथि 30 नवंबर तक बढ़ायी
नई दिल्ली। भारतीय कला और संस्कृति के डिजिटल विश्वकोश सहपीडिया ने अपने वार्षिक फ्रेम्स फोटोग्राफी अनुदान के लिए फोटोग्राफरों से प्रविष्टियों को प्राप्त करने की तारीख 30 नवंबर तक बढ़ा दी है, जो उभरते हुए और पेशेवर छायाकारों को भारत और दक्षिण एशिया में संस्कृति, इतिहास, विरासत, पर्यावरण और कला से संबंधित विषयों के साथ गहराई से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है।
इंडसइंड बैंक द्वारा वित्तपोषित, सहपीडिया फ्रेम्स फोटोग्राफी अनुदान 20 फोटोग्राफरों को दिये जाएंगे, जिनका चयन प्रसिद्ध फोटोग्राफर और क्यूरेटर दिनेश खन्ना द्वारा किया जाएगा। दिनेश खन्ना वर्तमान में sahapedia.org में मुख्य विजुअल कंसल्टेंट के रूप में काम कर रहे हैं। श्री खन्ना, नजर फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी और देल्ही फोटो फेस्टिवल के सह-संस्थापक हैं। वे सहपाडिया की संपादकीय और कंटेंट टीम के परामर्श से चयन प्रक्रिया में शामिल होंगे।
सहपीडिया के विजुअल रिसर्चर आयन घोष ने कहा, ‘‘उभरते हुए और स्थापित फोटोग्राफरों को अपनी जगह बनाने के लिए दक्षिण एशिया के विभिन्न मानव विज्ञान, कलात्मक और सांस्कृतिक परिदृश्यों के दस्तावेजीकरण के लिए जगह और साधन प्रदान करने के लिए इस अनुदान का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे युग में, जिसमें बड़े पैमाने पर तस्वीरें खींचकर तत्काल संतुष्टि प्राप्त की जा रही है, सहपीडिया फोटोग्राफरों को ‘तसल्ली के साथ फोटोग्राफी’ करने के लिए प्रोत्साहित करके फोटोजर्नलिज्म के लिए एक और क्लासिकल दृष्टिकोण अपनाना चाहता है। इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे करने और लंबे समय तक शूटिंग करने से फोटोग्राफर इस विषय के साथ अधिक गहराई से जुड़ जाएंगे और वे कहानियों में अधिक गहराई तक जा सकेंगे।’’
प्रविष्टियों के लिए कुछ विशिष्ट क्षेत्र – चरवाहे समुदाय, गिरावट में कारोबार, पारंपरिक खेल, स्वदेशी संगीत वाद्ययंत्र, भोजन/पेय संस्कृति, अनुष्ठान कला, तीर्थ मार्ग, और परिवहन के तरीके आदि हो सकते हैं। विशेष रूप से, पश्चिमी हिमालय, पूर्वोत्तर राज्यों, मध्य भारत और पूर्वी तट के भौगोलिक क्षेत्रों से आने वाली प्रविष्टियों का स्वागत किया जाएगा।
चयनित फोटोग्राफरों को 25,000 रुपये की अनुदान राशि मिलेगी और यात्रा-खर्चों की अलग से प्रतिपूर्ति की जाएगी। उन्हें 1 जनवरी, 2019 से तीन महीने की अवधि के दौरान अपनी परियोजनाओं को पूरा करना होगा। चयन प्रक्रिया 25 दिसंबर तक समाप्त होगी।
अनुदान प्राप्त करने वाले फोटोग्राफरों द्वारा किये गये फोटोग्राफिक कार्य सहपीडिया की वेबसाइट, sahapedia.org, और संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो निबंध के रूप में प्रकाशित किए जाएंगे।
आवेदकों को अपने प्रस्तावित विषय को रेखांकित करते हुए एक अवधारणा नोट (अधिकतम 300-500 शब्द) प्रस्तुत करना होगा। साथ ही अपने बायोडाटा की एक प्रति और अपने ऑनलाइन या प्रकाशित कामों के पोर्टफोलियो भी प्रस्तुत करने होंगे। सभी सबमिशन frames.grant@sahapedia.org पर भेजे जाने चाहिए।
ग्रांट्स के पिछले संस्करण में 300 से अधिक उम्मीदवारों के आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 25 ने अंतिम सूची में जगह हासिल की थी। अनुदान के पहले संस्करण के फोटो निबंधों को सहपीडिया की वेबसाइट (https://www.sahapedia.org/sahapedia-frames) से प्राप्त किया जा सकता है, जिनमें शेखावती की हवेली, कारगिल के बाल्टी समुदाय, और मध्य प्रदेश की बैगा जनजाति के बीच टैटू बनाने की संस्कृति की लुप्तप्राय भव्यता पर केंद्रित कथाएं शामिल हैं।
आवेदन पत्र, वेबसाइट https://www.sahapedia.org/sahapedia-frames-photography-grant-edition-2
पर उपलब्ध है।
पात्रता और नियम सहित जमा करने की प्रक्रिया का विवरण https://www.sahapedia.org/sahapedia-frames-photography-grant पर उपलब्ध है।