वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या
गौरी लंकेश के दक्षिण पंथी संगठनों से वैचारिक मतभेद थे। पिछले वर्ष सांसद प्रह्लाद जोशी की तरफ से दायर मानहानि मामले में उन्हें दोषी करार दिया गया था जिन्होंने भाजपा नेताओं के खिलाफ एक खबर पर आपत्ति जताई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार गौरी लंकेश सीनियर पत्रकार थीं। उन्हें कांग्रेस पार्टी के करीब भी बताया जाता था। वह कुछ ऐसी संस्थाओं से जुड़ीं थीं, जहां पर उन्हें थिंक टैंक का हिस्सा माना जाता था।
लंकेश कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भी कुछ मामलों पर सलाह दे चुकी थीं। उन पर सात राउंड गोली चलाई गई। उनकी मौत मौके पर ही हो गई। एनसीपी वेस्ट एमएन अनुचेत ने बताया कि उनका शव बरामदा में मिला। कई राउंड की गोली चली थी। उन्होंने कहा कि अभी वह जानकारी हासिल कर रहे है। एक बार इसका विश्लेषण कर लेंगे, तभी वो ठोस जानकारी साझा कर पाएंगे।