राष्ट्रीयस्वास्थ्य

वर्ल्ड हार्ट डे के अवसर पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल द्वारा फ्लैश मॉब का आयोजन

पटपरगंज, दिल्ली । विश्व हार्ट दिवस पर ‘शेयर द पावर’ की थीम के आधार पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, पटपरगंज ने एक फ्लैश मॉब का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य हृदय सम्बंधित समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाना था। फ्लैश मॉब के दौरान हॉस्पिटल की अंतरिम टीम द्वारा विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की गयी, जहां टीम द्वारा एक मनोरंजक गतिविध के रूप में डांस एक्ट प्रस्तुत किया गया। इसके माध्यम से उन्होंने हार्ट से जुड़े तथ्यों की जानकारी भी प्रदान की। इसके अतिरिक्त दिल के आकार में एक शुभांकर (मैस्कॉट) ने दिल के आकार के गुब्बारे देते हुए अच्छा स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित किया। मौके पर हॉस्पिटल में मौजूद लोगों के बीच अचानक से आयोजित इस गतिविधि ने सभी को आकर्षित किया। ज्ञात हो भारत में प्रति वर्ष 17.5 लाख से अधिक मृत्यु के मामले सीवीडी (कार्डियोवास्कुलर) के होते हैं।
डब्ल्यूएचओ की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को दुनिया की हृदय रोग की राजधानी माना गया है, क्योंकि देश में होने वाली कुल मृत्यु में से 45% मृत्यु का मुख्य कारण हृदय रोग है। भारत में 50% हृदय रोगियों की उम्र 20 से 40 साल के बीच हैं। इस अवसर पर बोलते हुए, मैक्स हेल्थकेयर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – ऑपरेशन श्री नीरज मिश्रा ने कहा, “धूम्रपान, शराब का सेवन, गलत खानपान व अस्वस्थ जीवन शैली को लोग अपनाने लगे हैं जिसके चलते उन्हें कई समस्याओ का सामना करना पड़ता है, इसी कारण से हम लोगो को प्रोत्साहित कर रहे हैं एक अनुशासित जीवन शैली जीने के लिए। मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, पटपड़गंज में पिछले एक वर्ष में लगभग 265 हृदय संबंधी मामले आये हैं। उन्होंने कहा कि यह फ्लैश मॉब लोगो को शिक्षित करने के लिए आयोजित किया गया था ताकि आपातकालीन स्थिति में दिल का दौरा और स्ट्रोक से किस तरह से निपट सकते हैं। हेल्थकेयर क्षेत्र से जुड़े होने के नाते हमारा फर्ज है कि लोगों को आपातकालीन स्थिति के लिए शिक्षित करें जिससे वे उसका सामना सही तरह से करते हुए फर्स्ड ऐड के माध्यम से पीड़ित का जीवन बचाने की कोशिश कर पायें।
सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में हृदय रोग मृत्यु दर बढ़ने के प्रमुख कारण अवरुद्ध धमनी, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 31.6 %लोगों की मृत्यु रक्त कोशिकाओं के रोगों से हो रही है, जिनमें दिल की बीमारी और स्ट्रोक भी शामिल है, जिसमें 2015 में आखिरी रिपोर्ट आने के बाद लगभग 3% की बढ़ोतरी हुई थी।
दिल की बीमारियों के चलते भारत में उच्च मृत्यु दर से काफी अधिक नुकसान हुआ है जो कि गंभीरता का विषय है। आज, एक अस्वास्थ्यकर जीवन शैली और असंतुलित आहार इस बीमारी में वृद्धि का मुख्य कारण हैं लोगों को हृदय रोग के खतरों पर खुद को शिक्षित करने और सही रास्ते पर लाने की जरूरत है। पिछले वर्षों में, मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, पाटर्परगंज सक्रिय रूप से पूरे क्षेत्रों में अपने मरीजों को स्वास्थ्य सेवा के अंतरराष्ट्रीय स्तर की पेशकश करने के लिए काम कर रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *