शिक्षा

न्यू इंडिया के लिए डिजिटल मोड से नेशनल साइंस टैलंट सर्च

युवाओं और खासकर स्कूली छात्रों में विज्ञान और गणित की पढ़ाई के प्रति उत्सुकता जगाने की अनोखी पहल के तहत विद्यार्थी विज्ञान मंथन ने नई पहल की। विद्यार्थी विज्ञान मंथन (वीवीएम) राष्ट्रीय स्तर का प्रतिभा खोज या टैलेंट सर्च कार्यक्रम है, जिसके लिए 26 नबंबर को टेस्ट लिया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन विज्ञान प्रसार (वीपी) से जुड़े मशहूर वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने किया। विज्ञान प्रसार भारत सरकार के विज्ञान और तकनीकी विभाग के तहत आने वाला एक स्वायत्त संगठन है। इस टेस्ट के आयोजन में मानव संसाधन विकास विभाग के तहत आने वाले राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और विजनान भारती की ओर से भी सहयोग दिया जाएगा।
देश भर में 2078 केंद्रों पर रिकॉर्ड संख्या में 91 हजार से ज्यादा छात्र उसी दिन (26 नवंबर) को ही यह परीक्षा देंगे। इस परीक्षा की नवीनतम विशेषताओं में से एक यह है कि यह परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। डिजिटल इंडिया कैंपेन की तर्ज या विजन पर छात्र विभिन्न डिडिटल डिवाइसेज जैसे मोबाइल, लैपटॉप या डेस्कटॉप से यह परीक्षा दे सकेंगे।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक और सूचना तकनीक राज्य मंत्री अल्फोंस जोजेफ कन्नननाथनम ने राष्ट्रीय राजधानी में आज आयोजित एक कार्यक्रम में वीवीएम ऐप नाम का मोबाइल ऐप लॉन्च किया। विजनान भारती (विभा) के राष्ट्रीय महासचिव श्री जयकुमार भी इस मौके पर मौजूद थे। ऐप की रिलीज के बाद करीब 125 छात्रों ने वीवीएम ऐप का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन एग्जाम के डेमो का माननीय केंद्रीय मंत्री के सामने प्रदर्शन किया।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक और सूचना तकनीक राज्य मंत्री श्री अल्फोंस जोजेफ ने कहा कि यह भावी पीढ़ी को अपने बेहतर भविष्य के लिए विज्ञान और तकनीक के सिद्धांतों को आत्समात करने के लिए एक प्लेटफॉर्म या मंच मुहैया कराएगा। श्री जयकुमार ने वीवीएम के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और उन्होंने छात्रों से इस टेस्ट की प्रैक्टिस मोबाइल पर करने और डिजिटल इंडिया का अंग बनने का आह्वान किया।
पहले चरण में छात्रों की प्रतिभा का मूल्यांकन करने के लिए वीवीएम के सिलेबस में निम्नलिक्त विषयों को शामिल किया गया है, जिसमें 1.) संबंधित कक्षाओं में एनसीईआरटी का साइंस और मैथ्स का करीब 40 फीसदी सिलेबस 2.) विज्ञान के क्षेत्र में भारतीय योगदान (20 फीसदी) 3.) विक्रम साराभाई और डॉ. होमी जहांगीर भाभा की जीवनी (20 फीसदी) शामिल है, यह साल के भारतीय वैज्ञानिक की प्रेरणादायक झलकियां होंगी (छात्रों को इसके लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया सिलेबस मुहैया कराया जाएगा) 4.) सामान्य ज्ञान और तार्किक क्षमता (20 फीसदी) शामिल होगा। वीवीएम का स्टडी मटीरियल सभी छात्रों को वेबसाइट पर 1 अक्टूबर 2017 से मुहैया करा दिया गया है। यह परीक्षा 2 वर्गों में आयोजित की जाएगी, जिसमें जूनियर सेक्शन में छठी से लेकर आठवीं कक्षा के छात्र परीक्षा देंगे और सीनियर वर्ग में नौवीं से लेकर बारहवीं कक्षा के छात्र यह परीक्षा देंगे। हालांकि मूल्यांकन के मकसद से अलग-अलग कक्षाओं के छात्रों का मूल्यांकन अलग-अलग ढंग से किया जाएगा।
स्कूली छात्रों के लिए देश भर के सबसे बड़े ऑनलाइन साइंस एग्जाम का आयोजन कर वीवीएम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में नाम दर्ज कराने की कोशिश करेगा। इस परीक्षा में देश भर के 2078 केंद्रों पर 91 हजार से ज्यादा छात्र इस परीक्षा में शामिल होंगे। सभी रजिस्टर्ड छात्रों को 26 नवंबर को होने वाले फाइनल एग्जाम के लिए वीवीएम ऐप से परिचित होने के लिए मॉक टेस्ट देना होगा।
विजनान भारती (विभा) देश के सबसे बड़े विज्ञान आंदोलनों में से एक है, जिसका नेतृत्व देश के मशहूर वैज्ञानिक कर रहे हैं। इस टेस्ट से छात्रों में विज्ञान के प्रति गहरी दिलचस्पी जगाने, छात्रों में विज्ञान के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा विकसित करने और उन्हें शुद्ध रूप से विज्ञान के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। वीवीएम प्रोग्राम के माध्यम से भारत की भावी पीढ़ी को प्राचीन काल से आधुनिक काल तक विज्ञान के क्षेत्र में भारतीयों की ओर से किए गए अमूल्य योगदान के संबंध में जागरूक किया जाएगा। रजिस्टर्ड छात्रों को कई स्तर पर परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा में सफल होने वाले छात्रों को स्टडी टूर पर भेजा जाएगा और उन्हें देश-विदेश के विख्यात वैज्ञानिकों से संपर्क कर बातचीत करने का भी मौका मिलेगा। वीवीएम के संबंध में और अधिक विस्तृत जानकारी ‘डब्लूडब्लूडब्लू डाॅट वीवीएम डाॅट काॅम’ से हासिल की सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *