बोल्ड सब्जेक्ट मगर एंटेरटेनिंग है डॉक्टर जी
फिल्म : डॉक्टर जी
कास्ट : आयुष्मान खुराना, रकुल प्रीत सिंह और शेफाली शाह
डायरेक्टर : अनुभूति कश्यप
रेटिंग : 3.5/5
निर्देशक अनुभूति कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म ‘डॉक्टर जी’ सिनेमाघरों में आ चुकी है और दशर्कों को पसंद भी आ रही है हालांकि यह फिल्म काफी बोल्ड है इसलिए फैमिली के साथ नहीं देखा जा सकता है। फिल्म का सब्जेक्ट काफी अलग है, यह एक कॉमेडी ड्रामा है जो एक मेडिकल कैंपस की पृष्ठभूमि को दिखाता है। गाइनेकॉलोजिस्ट के बारे में सोचते ही हमेशा हमारे दिमाग में एक फीमेल डॉ. की छवि उभरती है। इस फिल्म के ज़रिए समाज के उस फीमेल सोच को तोड़ने की भी कोशिश की गई है।
फिल्म की कहानी :
फिल्म की कहानी है भोपाल के सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे डॉक्टर उदय गुप्ता (आयुष्मान खुराना) की है। उदय के पिता अब इस दुनिया में नहीं है और अब वह अपनी मां लक्ष्मी देवी (शीबा चड्ढा) के साथ रहता है। उदय का सपना है कि वह अपने कजिन भाई की तरह ऑर्थाेपेडिक डॉक्टर बने लेकिन जब रैंक कम आती है तो उसे मजबूरी में गाइनेकॉलॉजी डिपार्टमेंट में जाना पड़ता है। वह फिर तैयारी करता है कि ज्यादा नंबर आएंगे तो ऑर्थाेपेडिक डिपार्टमेंट मिल जाएगा लेकिन उसे उसकी सीनियर डॉक्टर नंदिनी श्रीवास्तव (शेफाली शाह) समझाती हैं कि वह गाइनाकॉलजी में मेहनत करके अपना भविष्य बनाए और एक अच्छा गाइनाकोलॉजिस्ट बनने के लिए उसे अपना मेल टच दिमाग से निकालना होगा। लेकिन उदय को लगता है कि गाइनी हमेशा एक फीमेल ही हो सकती है और गाइनोकॉलॉजिस्ट डिर्पाटमेंट में उसका कुछ नहीं हो सकता। गाइनाकॉलजी डिर्पाटमेंट में उसे काफी संघर्षों का सामना करना पड़ता है। फिल्म में रकुल प्रीत डॉ. फातिमा का रोल किया है जो हमेशा उदय को हेल्प करती है, उदय धीरे-धीरे फातिमा को पसंद करने लगता है लेकिन फातिमा की शादी आरिफ से तय हो जाती है इसलिए वो उदय के साथ सिर्फ दोस्ती का रिश्ता ही रखना चाहती है।
फिल्म एक अलग तरह के विषय पर आधारित है इस तरह का सब्जेक्ट पहले बॉलीवुड में नहीं उठाया गया है। किरदारों की बात करें तो आयुष्मान इस डॉ. के किरदार में एक बार फिर से दर्शकों पर अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब साबित हो रहे हैं। अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह ने डॉ. फातिमा का किरदार में जच रही है। अभिनेत्री शेफाली शाह सीनियर डॉक्टर के रोल में काफी अच्छी लग रही हैं वो एक अच्छी अदाकारा हैं इसमें कोई शक नहीं हैं। शीबा चड्ढा एक साधारण और घरेलू महिला के किरदार में काफी पसंद आती है।
फिल्म का सब्जेक्ट बहुत बोल्ड है लेकिन दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए इसमें हल्की-फुल्की कॉमेडी का तड़का भी डाला गया है ताकि दर्शकों ध्यान कहानी से हटे।
फिल्म क्यों देखें? :
यदि आप इस फिल्म को परिवार के साथ देखना चाहते हैं तो सोचिएगा भी मत! फिल्म एंटरटेनिंग है, एक बार देखी जा सकती है।