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एएससीआई बोर्ड ने पार्थ सिन्हा को नया चेयरमैन नियुक्‍त किया

मुंबई। एडवरटाइजिंग स्टैण्‍डर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) ने आज अपनी 38वीं वार्षिक आम सभा (एजीएम) के बाद बोर्ड की बैठक में श्री पार्थ सिन्हा को 2024-25 के लिए एएससीआई बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का चेयरमैन नियुक्त किया। श्री सिन्हा बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड के प्रेसिडेंट और मुख्य ब्रांड अधिकारी हैं। पिडिलाइट इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड के डिप्‍टी मैनेजिंग डायरेक्‍टर श्री सुधांशु वत्‍स को वाइस चेयरमैन और लिंटास इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में ग्रुप सीईओ एवं चीफ स्‍ट्रैटेजी ऑफिसर -एपीएसी, श्री एस. सुब्रमान्‍येश्‍वर को माननीय कोषाध्‍यक्ष नियुक्‍त किया गया।
श्री सिन्‍हा को बेनेट कोलमैन, ओगिल्वी, पब्लिसिस, बीबीएच, मैककैन और सिटीबैंक जैसे बड़े संगठनों के साथ काम किया है और उन्हें ब्रांड मार्केटिंग, मीडिया और कम्‍युनिेकशंस का काफी गहन अनुभव है।
श्री पार्थ सिन्हा ने एएससीआई के लिए अपना आकर्षक दृष्टिकोण बताते हुए कहा, “एएससीआई का चेयरपर्सन बनना मेरे लिए सम्‍मान की बात है, लेकिन यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। खासतौर से आज के समय में, जब हमारा उद्योग लगातार जांच के दायरे में है, और डिजिटल दुनिया तेजी से बदल रही है, एएससीआई का लक्ष्य सिर्फ खुद को बनाए रखना नहीं, बल्कि आगे बढ़ते रहना है। हम आने वाले समय में गलत विज्ञापनों पर नजर रखने के लिए टेक्‍नोलॉजी और एआई का इस्तेमाल करेंगे और साथ ही निवारक कदम उठाने पर जोर देंगे। इससे हम सुनिश्चित करेंगे कि रचनात्मकता और जिम्मेदारी साथ-साथ चलें, और उपभोक्ताओं के लिए एक ऐसा माहौल बने जो नए-नए विचारों को बढ़ावा दे।”
अपने कार्यकाल के बारे में बात करते हुए, पिछले चेयरमैन श्री सौगता गुप्ता ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैंने एएससीआई का नेतृत्व ऐसे समय में किया जब महत्वपूर्ण बदलाव और विकास हो रहे थे। इस साल हमने कई नए कदम उठाए हैं, जिसमें एएससीआई अकादमी की शुरुआत भी शामिल है, जो जिम्मेदार और आगे बढ़ने वाले विज्ञापनों को बढ़ावा देने की नींव बनी है। हम प्रशिक्षण और क्षमता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं, जिससे हम नए विचारों और नेतृत्व के माध्यम से एक नई दिशा तय कर सके हैं और जिम्मेदारी लेने की संस्कृति को मजबूत कर सके हैं।”
एएससीआई ने पिछले साल अपनी उपलब्धियों और रणनीतिक पहलों में काफी प्रगति की है, खासकर एएससीआई अकादमी की शुरुआत के बाद। यह अकादमी एएससीआई की पहलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है और अब इंडस्ट्री से जुड़े प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए एक सक्रिय केंद्र के रूप में उभर रही है। अकादमी ने अपनी स्थापना के बाद से 75 से ज्यादा साझेदारियों को जोड़ा है और 33,300 से अधिक नए और उभरते पेशेवरों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण देकर तैयार किया है। इसके माध्यम से, इसने विज्ञापन जगत में नैतिक सिद्धांतों को और भी मजबूत किया है।
एएससीआई ने सहयोगी परियोजनाओं के जरिए अनुसंधान में भी सक्रिय रूप से हिस्सा लिया है। इनमें प्रमुख हैं खेतान एंड कंपनी के साथ जनरेटिव एआई का विज्ञापन पर प्रभाव पर एक श्वेत पत्र तैयार करना, यूएन विमेन के नेतृत्व वाली अनस्टीरियोटाइप एलायंस के साथ साझेदारी, भारत में डीएंडआई पर प्रमुख शोध एजेंसी कंतार के साथ काम करना, और गोपनीयता व डेटा सुरक्षा को बेहतर समझने के लिए लेक्सप्लोजन के साथ सहयोग करना।‘’
पिछले साल, एएससीआई ने डार्क पैटर्न, ग्रीन क्लेम और सरोगेट विज्ञापन जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कई हितधारकों और सरकार के साथ मिलकर विचार-विमर्श की मेज़बानी की और उसमें सक्रिय रूप से भाग लिया।
एएससीआई ने कई श्रेणियों में नए दिशा-निर्देश अपडेट किए या पेश किए, जैसे भ्रामक पैटर्न, चैरिटेबल कॉज़ मार्केटिंग, और पर्यावरण से जुड़े दावे वाले विज्ञापन। ये बदलाव एएससीआई के नियमों को उद्योग की बदलती जरूरतों और उपभोक्ताओं की उम्मीदों के अनुरूप बनाए रखते हैं।
इस साल, एएससीआई ने अपने सख्त शिकायत निवारण और निगरानी कार्यों के तहत 10,000 से अधिक शिकायतों का निपटारा किया और 8,200 से अधिक विज्ञापनों की समीक्षा की, जिससे विज्ञापन उद्योग के सतर्क संरक्षक के रूप में इसकी भूमिका और मजबूत हुई।

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