व्यापार

एस्सार ने 830 करोड़ रूपए निवेश किए

विशाखापत्तनम। एस्सार पोर्ट्स दूसरा सबसे बडा प्राइवेट पोर्ट आॅपरेटर है, जिसकी संचालन क्षमता 82 एमटीपीए है। इसने आज घोषणा की कि विजेग पोर्ट के विजेग पार्ट (बाहरी हार्बर) की आयरन ओर हैंडलिंग क्षमता को 12.5 एमटीपीए से बढा कर 23 एमटीपीए तक दोगुना करने की 830 करोड की विस्तार परियोजना अब पूर्ण होने वाली है। पूर्ण होने के बाद टर्मिनल की लोडिंग रेट 8000 टीपीएच (टन प्रति घंटा) हो जाएगी जो किसी भी भारतीय पोर्ट के लिए सर्वाधिक होगी।
एस्सार विजेग टर्मिनल लिमिटेड (ईवीटीएल) ने यह प्रोजेक्ट मई 2015 में डिजाइन-बिल्ड-फाइनेंस-आॅपरेट-ट्रांसफर( डीबीएफओटी) आधार पर शुरू किया था। इसकी अवधि 30 वर्ष है। इसके बाद से कम्पनी ने इस पोर्ट के टर्मिनल से आयरन ओर की लोडिंग क्षमता 25 हजार टीपीडी (टन प्रति दिन) से बढा कर 70 हजार टीपीडी कर दी है। अपग्रेडेशन और आधुनिकीकण की इस परियोजना के पूरे होने के बाद लोडिंग क्षमता 1.20 लाख टीपीडी हो जाएगी और यहां बाहरी हार्बर पर दो लाख डीडब्लूटी क्षमता और 18 मीटर ड्राफ्ट वाले जलयान आ सकेंगे।
एस्सार पोटर््स के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राजीव अग्रवाल कहते हैं, “यह पोर्ट भारत के अत्याधुनिक सुविधाओं वाले पोर्ट में से एक है। यहां की लोडिंग दर (8000 टीपीएच) सबसे अधिक है। यह हमारा थर्ड पार्टी कार्गो व्यापार 40 प्रतिशत से अधिक कर सकता है। यहां क्षमता बढाने का परिणाम यह है कि इससे ईस्ट कोस्ट के निर्यातकों को पहले से कम टर्नअराउंड टाइम का काफी फायदा मिलेगा। इससे ढुलाई की दरों में प्रतिस्पर्धा बढेगी। एस्सार विजेग पोर्ट के सीईओ श्री सी एच सत्यानंद ने कहा कि हम पूर्वी भारत में निर्यातको की पहली पसंद बनना चाहते है। पोर्ट के आसपास रहने वालों को यहां अपग्रेड की गई तकनीक का फायदा मिलेगा। हम छलकाव और उत्सर्जन की दर को शून्य करना चाहते हैं।’

 

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