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रिलीज की गई गोदरेज फूड ट्रेंड्रस रिपोर्ट 2023, इस साल भारतीय खान-पान और व्यंजनों की विविधता दुनियाभर का ध्यान खीचेंगी

मुंबई। भारत ने दुनिया भर में प्रभावशाली स्थिति हासिल कर ली है और हर किसी के लिए अनुकरण करने योग्य मिसाल बनता जा रहा है। चाहे वह जी-20 शिखर सम्मेलन हो, तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था की क्षमता हो, जलवायु परिवर्तन की समस्या के समाधान के लिए चलाए गए वैश्विक कार्यक्रम हो या 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर घोषित किया जाना हो। गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट के छठे संस्करण के अनुसार भारत 2023 में एटलस ऑफ फूड के रूप में पहचाने जाने के लिए तैयार है। दुनिया भर के लोगों में तरह-तरह के स्वादिष्ट भारतीय व्यंजनों की विस्तृत रेंज के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। द गोदरेज फूड ट्रेंड्स 2023-इंडिया – एन एटलस ऑफ फ्लेवर्स का छठा संस्करण गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक और चीफ ब्रैंड ऑफिसर तान्या दुबाश ने भारतीय व्यंजनों की दुनिया के विशेषज्ञों की मौजूदगी में रिलीज किया।
गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट 2023 में 350 से अधिक थॉट लीडर्स एक साथ आए हैं जिनमें सेलिब्रिटी शेफ, होम शेफ, प्रोफेशनल शेफ, फूड ब्लॉगर, हेल्‍थ प्रोफेशनल, मीडिया कर्मी, मिक्सोलॉजिस्ट, न्यूट्रिशनिस्ट, रेस्तरां मालिक, वाइन वेटर्स, किसानों समेत पाक क्षेत्र के अन्य दिग्गजों के विचार पेश किए गए हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र की विशेषज्ञता के बारे में विस्तार से बताया है।
दुनिया ने सदियों से भारतीय खानपान को निश्चित सांचे में ढालकर देखा है। भारतीय व्यंजनों के बारे में एक निश्चित धारणा पिछले दशक में इस बढ़ते अहसास के साथ दूर होती गई कि सांस्कृतिक रूप से भारत एक देश से अधिक महाद्वीप है। भारत में जितनी तरह की भाषाएं और बोलियां हैं, उतनी ही तरह के व्यंजन भी हैं। भारत में लोग नए-नए जायके की खोज करते रहते हैं, जिससे उन्हें स्वाद का रोमांचक अहसास होता रहे। महामारी के बाद लोग यह भी जान चुके हैं कि भारतीय भोजन तरह-तरह के जटिल घटकों से बना होता है, जो एक साथ मिलकर अच्छी सेहत और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं। यह सब गोदरेज फूड्स ट्रेंड्स रिपोर्ट में हैं। रिपोर्ट में पैनल ने यह भविष्यवाणी की है कि 2023 में भारतीय खान-पान की विविधता और तरह-तरह के हैरत में डाल देने वाली सामग्री से बने पकवानों में दुनिया भर के लोगों की अभूतपूर्व ढंग से दिलचस्पी बढ़ेगी।
रिपोर्ट के 2023 के संस्करण पर टिप्पणी करते हुए गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड और एसोसिएट कंपनियों की कार्यकारी निदेशक और चीफ ब्रैंड ऑफिसर तान्या दुबाश ने कहा, “यह फूड इंडस्ट्री के लिए काफी बेहतरीन समय है। यह साबित हो चुका है कि महामारी के बाद समूची फूड इंडस्ट्री के परिवेश और उपभोक्ता की खाने-पीने की आदतों और तरीकों में काफी बदलाव आया है। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि गोदरेज फूड ट्रेंड्स की रिपोर्ट में फूड एंड बेवरेज इंडस्ट्री के फायदे के लिए भारतीय व्यंजनों और पकवानों के उभरते फलक की बारीकियों को काफी अच्छे ढंग से पेश किया गया है। मेरी हमेशा से अपने देश के फूड ट्रेंड्स पर निगाह रखने में दिलचस्पी रही है। खासतौर पर मैं प्रतिष्ठित पैनलिस्ट्स की ओर से किए जाने वाले साल के खास ट्रेंड्स जानने के लिए उत्सुक रहती हूं। पुराने ट्रेंड्स को फिर से चलन में आते देखकर मैं काफी खुश हूं। इस साल मुझे व्यक्तिगत रूप से बेहद प्रसन्नता है कि भारतीय खान-पान के वैभव और विविधता के प्रति दुनिया की रुचि बढ़ी है और दुनिया भर में भारतीय फूड आइटम्स को खास पहचान मिली है।”
परफेक्ट बाइट कंसल्टिंग की प्रबंध निदेशक और गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट की क्यूरेटिंग एडिटर रुनिशा मुनषॉ घिलिडियाल ने कहा, “दुनिया में भारत को खाने-पीने के खजाने के रूप में देखा जा रहा है। 2023 में भारतीय उपभोक्ता अपनी भोजन की थाली में तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान देखने के इच्छुक हैं। रिपोर्ट का 2023 संस्करण भारतीय फूड इंडस्ट्री के ग्लोबल लेवल और स्थानीय स्तर पर की जाने वाली जरूरतों को पूरा करने के लिए मजबूती प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही यह उपभोक्ताओं को ट्रेंड में चल रहे फूड आटइम्स की जानकारी देगा। इस रिपोर्ट में फूड इंडस्ट्री के तरह-तरह के क्षेत्रों, जैसे डाइनिंग इन, डाइनिंग आउट, स्वास्थ्य, स्वच्छता और जीवनशैली, फूड स्टडीज में चल रहे ट्रेंड्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। सब मिलाकर में यह कहना चाहूंगा कि गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट 2022 तरह-तरह के पकवानों से सजी खूसबूरत थाली की तरह है, जिसे जरूर पढ़ना चाहिए। आप एक समय में एक इलस्ट्रेशन, एक विजुअल, एक सेक्शन और एक स्वादिष्ट जायके का मजा ले सकते हैं !”
गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड और एसोसिएट कंपनियों में कम्युनिकेशन और कॉरपोरेट ब्रैंड के हेड और वाइस प्रेसिडेंट सुजित पाटिल ने कहा, “इस साल ग्लोबल फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट का छठा संस्करण रिलीज किया गया है। इसका पहला संस्करण 2018 में जारी किया था। इस रिपोर्ट का मकसद समकालीन फूड ट्रेंड्स के बारे में चर्चा को बढ़ाना देना और फूड इंडस्ट्री को अपने विचारों का आदान-प्रदान करने और ट्रेंड्स सेट करने के बारे में एक प्लेटफॉर्म मुहैया करना है। जब मैं इसके विकास के साथ इस रिपोर्ट से शुरू किए गए ट्रेंड्स की विस्तृत रेंज पर हुई चर्चाओं पर नजर डालता हूं तो उन लोगों के प्रति काफी कृतज्ञता और आभार से भर जाता हूं, जिन्होंने इस रिपोर्ट में अपना योगदान दिया और साल-दर साल हमारे लिए इसे रिलीज करना मुमकिन बनाया। इस साल भारत अपनी खान-पान की समृद्ध विरासत और कई अन्य कारणों से चर्चा के केंद्र में है। मुझे विश्वास है कि मेरी तरह आप भी तरह-तरह के स्वादिष्ट भारतीय खाद्य पदाथों और भारतीय पाक संस्कृति के बारे में विस्तार से जानकर हैरत में पड़ जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि रिपोर्ट के इस संस्करण में दिए गए तरह-तरह के निबंधों और परिचर्चा से नए-नए फूड आटइम्स के बारे में जानने से आपको काफी मजा आएगा।”

गोदरेज फूड ट्रेंडर्स रिपोर्ट 2023 के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य :

  • व्यंजनों की खोज : पैनल में शामिल 64 फीसदी लोगों का मानना है कि स्वाद में रोमांच को तलाशने की इच्छा लोगों को अपने क्षेत्र के अलावा दूसरे क्षेत्र के व्यंजनों की खोज करने के लिए भी प्रेरित करेगी।
  • स्थानीय रूप से बनाए गए विविधता से भरपूर प्रॉडक्ट्स : पैनल में शामिल 62 फीसदी लोगों ने माना कि लोग खाने का स्वाद, जायका बढ़ाने और इसके आकार-प्रकार को खूबसूरत बनाने के लिए स्थानीय रूप से छोटी मात्रा में बनाए जाने वाले प्रॉडक्ट्स, जैसे पनीर, चार, किमची और डिप्स खरीदने में रुचि रखते हैं।
  • सोच-समझकर खर्च करना और विवेकपूर्ण ढंग से की गई खपत : पैनल में शामिल 76 फीसदी लोगों ने यह भविष्यवाणी की कि स्थानीय किसानों और खाद्य उत्पादकों से ही सामान खरादने पर सबसे पहले विचार करना चाहिए। 70 फीसदी लोगों का अनुमान है कि 2023 में मौसमी और स्थानीय उत्पादों जैसे देसी चावल और बाजरे की किस्म, दूधी (लौकी), टिंडा और भिंडी की मांग सबसे ज्यादा बढ़ेगी।
  • ट्रैवलिंग बार और रेस्टोरेंट की संख्या बढ़ेगी : पैनल में शामिल 71 फीसदी लोगों ने भविष्यवाणी की कि अलग-अलग शहरों में शेफ, मिक्सोलॉजिस्ट और रेस्टोरेंट्स के साथ ट्रैवलिंग रेस्टोरेंट और बार की संख्या बढ़ेगी।
  • व्यंजनों की बारीक परख रखने वाले शेफ की ओर से बनाए गए मेन्यू : 65 फीसदी विशेषज्ञों का मानना है कि आजकल शेफ क्रिएटर्स और आर्टिस्ट के नए रूप में सामने आ रहे हैं, जिन्हें उन्हें वफादार और खाने-पीने के शौकीन फैंस से संरक्षण मिलता है। ये लोग शेफ द्वारा डिजाइन किए गए मेन्यू में नए-नए और रोमांचक फूड आइटम्स की तलाश में रहते हैं। पैनल में शामिल 64 लोगों की भविष्यवाणी की है कि 2023 में स्थानीय पकवानों के प्रति लोगों का झुकाव बना रहेगा।
  • तरह-तरह के लजीज व्यंजनों के लिए यात्रा : पैनल में शामिल 75 फीसदी विशेषज्ञों का विश्वास है कि स्वादिष्ट और लजीज खाने का स्वाद लेने के लिए लोग उत्तरपूर्व के राज्यों में ज्यादा जाएंगे। इसके बाद बेहतर फूड आइटम्स की तलाश में गोवा (73 फीसदी), तमिलनाडु (60 फीसदी) और उत्तराखंड (58 फीसदी) की यात्रा में लोगों के दिलचस्पी लेने की उम्मीद है। पैनल ने भविष्यवाणी की है कि 53 फीसदी खाने-पीने के शौकीन लोग दक्षिण कोरिया, 52 फीसदी लोग वियतनाम और 45 फीसदी लोग स्पेन की यात्रा पर जाएंगे।
  • फूड कंटेंट- 75 फीसदी विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की कि इंस्टाग्राम रील्स और शॉर्ट फॉर्म विडियो कटन्टेंट से फूड आइटम्स तेजी से ट्रेंड करेंगे।
  • साफ और स्वच्छता से पैक किए गए मीट और सी-फूड : 2020 से सफाई और स्वच्छता को काफी अहमियत दी जा रही है। विशेषज्ञों के पैनल में शामिल 43 फीसदी लोगों ने यह भविष्याणी की है कि 2023 में भी 2020 से शुरू हुई सफाई और स्वच्छता से पैक किए गए मीट और सीफूड की डिमांड 2023 में इसी तरह बढ़ेगी।
  • गॉरमेट प्रीमियम घी : लोगों के घरों के किचन में खाना पकाने में इस्तेमाल किए जाने पदार्थों, खाने में बसा युक्त पदार्थों को शामिल करने और खाना पकाने के तेलों की बात आती है तो लोग अपनी सेहत, पोषण औक रोग प्रतिरोधक क्षमता को काफी अहमियत देते हैं। इनकी गुणवत्ता और उत्पत्ति में लगातार बदलाव होता है। इसमें कोई हैरत नहीं होनी चाहिए कि पैनल में शामिल 50 फीसदी लोगों ने भविष्यवाणी की कि 2023 में शौकीन और फूडी लोग गॉरमेट प्रीमियम घी खाना पसंद करेंगे।
  • बेवरेज– पैनल में शामिल 72 फीसदी लोगों ने यह भविष्यवाणी की कि 2023 में खाने-पीने के शौकीन लोगों में भारतीय मूल के पदार्थों जैसे चाय और कॉफी पीने के ट्रेंड में बढ़ोतरी होगी, जबकि पैनल में शामिल 75 फीसदी लोगों का मानना था कि 2023 में दुनिया भर में बनने वाले झाग युक्त पेय पदार्थ, जैसे तेपाचे, कोम्बुचा और क्वॉस भारत में गैर अल्कोहिक पेय पदार्थों में सबसे बड़ी पसंद बनकर उभरेंगे।
  • डेज़र्ट्स : 99 फीसदी भारतीय विशेषज्ञों के अनुसार परंपरागत भारतीय मिठाई के स्पेशल डाइट वर्जन की डिमांड बढ़ेगी। 75 फीसदा पैनल को भी उम्मीद है कि लोगों में क्षेत्रीय स्तर पर बनने वाली मिठढाइयों (जैसे उड़ीसा में छेना पोडा और आंध्रप्रदेश में पुथारेकुलू) जैसी मिठाइयों की मांग बढ़ेगी। 75 फीसदी लोगों का मानना है कि अच्छी क्वॉलिटी की बेहतरीन कारीगरी और स्वाद से भरपूर आइसक्रीम भी डिमांड में होगी। 75 फीसदी विशेषज्ञ ही क्लीन आइसक्रीम की मांग में बढ़ोतरी की आशा करते हैं, जो पारदर्शी, साधारण, संपूर्ण और आसानी से खाने लायक हो। इसे क्लीन आइसक्रीम की संज्ञा दी गई है।

2018 में रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद से, यह रिपोर्ट उन थीम्स पर सबसे विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के रूप में उभरी है, जो हर साल फूड इंडस्ट्री पर उल्लेखनीय ढंग से अपना प्रभाव डालती है। पिछले छह सालों से, इस रिपोर्ट में 1500 से ज्यादा विशेषज्ञों और अलग-अलग इंडस्ट्रीज और भौगोलिक क्षेत्रों के फूड, बेवरेज और इससे जुड़ी हुई इंडस्ट्रीज के महान दिग्गजों के विचारों और भावनाओं को शामिल किया गया है।
मास्टर शेफ इंडिया के जज और सेलिब्रेटी शेफ विकास खन्ना ने कहा, “गोदरेज की फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट यह बताने के लिए अच्छा पैमाना है कि क्या हो रहा है, कहां निवेश करना है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अपने व्यंजनों को कैसे सुरक्षित रखना है, जिसके अब संरक्षक हैं। भारत की सॉफ्ट पावर देश के विभिन्न भागों के खाने–पीने के व्यंजनों की बहुमुखी विविधता है। इसके साथ ही इस रिपोर्ट में हमारे इतिहास, बहुलता और निरंतरता की ताकत भी देखने को मिलती है। मुझे खुशी है कि भारतीय व्यंजनों को वास्तविक रूप से सेहत पोषण और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सराहा गया है, जो अपने आप में एक अनोखी मिसाल है।”
सेलिब्रिटी शेफ रणबीर बरार ने कहा, “गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट फैशन ट्रेंड के बारे में भविष्यवाणी करने के समान है। फूड ट्रेंड की यह भविष्यवाणी इंडियन फूड इंडस्ट्री ने इंडियन फूड इंडस्ट्री के लिए की है। लंबे समय से हमारे मन में भारतीय भोजन के बारे में हमारे मन में सामान्य धारणा थी, जो राजनैतिक सीमाओं से पारिभाषित की गई थी। इस धारणा को तोड़ने के लिए आप जिस भी नए ट्रेंड का इस्तेमाल करें। क्षेत्रीय फूड आइटम्स का संदर्भ हमेशा भूगोल, कृषि, मौसम और किसी क्षेत्र की संस्कृति पर ही निर्भर करेगा।”
ग्लोबल फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट 2023 डाउनलोड करने के लिए www.vikhrolicucina.com पर उपलब्ध है। मात्रा के मामले में नए नजरिए के अलावा इस रिपोर्ट में 2023 के टॉप 12 ट्रेंड्स का उल्लेख नीचे दिए गए इंफोग्राफिक में किया गया है :

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