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एबीटीपी ने गुरूग्राम के दैवम वैलनेेस में खोला अपना पहला सेंटर

नई दिल्ली। अपने क्षेत्रों में अग्रणी एबीटीपी एवं दैवम वैलनेस ने दर्द प्रबंधन को नए आयाम देने के लिए एक दूसरे के साथ हाथ मिलाए हैं। एबीटीपी खेल विज्ञान एवं टेक्नोलाॅजी के क्षेत्र के आधुनिक दृष्टिकोण को भारत में ला चुका है। वे एथलीट्स एवं गैर-एथलीट्स को वैज्ञानिक विश्लेषण एवं उपचार उपलब्ध कराते हैं, वे उनके शरीर को बेहतर समझ कर दर्द एवं चोट का प्रभावी प्रबंधन करने में मदद करते हैं। एबीटीपी एवं दैवम वैलनैस अपने दृष्टिकोण में एक दूसरे के पूरक हैं और अपने क्लाइन्ट्स को अच्छा स्वास्थ्य देने के लिए तत्पर हैं। दोनों कंपनियां समग्र 360 डिग्री दृष्टिकोण के साथ अपने क्लाइन्ट्स का उपचार करती हैं। दैवम वैलनैस एक फंक्शनल एवं बायो रेग्युलेटरी मेडिसिन सेंटर है जो सहायक थेरेपियों तथा एबीटीपी के जवाबदेह एवं डेटा-उन्मुख प्रशिक्षण के साथ क्लाइंट्स के सम्पूर्ण कल्याण में मदद करता है।
‘‘एबीटीपी लम्बे समय से समग्र प्रशिक्षण के पक्ष में रहा है। सेंटरों की तकनीक एवं जवाबदेह प्रक्रियाएं सुनिश्चित करती हैं कि एथलीट्स, मरीज़ों एवं फिटनैस यूज़र्स का उपचार सर्वश्रेष्ठ तरीकों से किया जाए। दैवम के रूप में हमें ऐसा साझेदार मिल गया है जो न केवल हमारे काम का पूरक है बल्कि गुरूग्राम में रहने वाले लोगों को समग्र शारीरिक उत्कृष्टता के सम्पूर्ण फायदे उपलब्ध कराने में भी मदद करता है।’’ श्री अभिनव बिन्द्रा्रा, एबीटीपी ने कहा।
एबीटीपी डेटा उन्मुख दृष्टिकोण को अपनाता है। एबीटीपी की तकनीक और फिज़ियोथेरेपिस्ट की विशेषज्ञता एक साथ मिलकर उपचार के सभी पहलुओं के लिए मार्ग प्रशस्त करती हंै। डाॅ आलोकेक चैपैपड़ा़ा, संस्ंथापक एवं मेेडिकल डायरेक्टर, दैवम वैलनैस ने कहा। ‘‘दैवम में हम विज्ञान उन्मुख, सिस्टम-बायोलोजी मेडिसिन दृष्टिकोण को अपनाते हैं, और सुनिश्चित करते हैं कि कैसे उनकी आनुवंशिक अभिव्यक्ति को जीवनशैली, पोषण, पर्यावरण एवं मानसिक दृष्टिकोण से नियन्त्रित किया जा सकता है- एबीटीपी और दैवम वैलनैस एक साथ मिलकर अपने क्लाइंट्स को उनकी शारीरिक अवस्था के बारे में जागरुक बनाते हैं और शारीरिक प्रणाली के बेहतर प्रबंधन में मदद करते हैं।’’
अनुकूलित उपचार योजना, रीहेबिलिटेशन प्रोटोकाॅल, निरंतर फाॅलो-अप सर्विस, प्रोग्रेस रिपोर्ट तथा 30 से अधिक अन्तर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के थिंक टैंक इस साझेदारी के मुख्य अवयव हैं। दैवम में ‘समग्र’ उपचार प्रणाली पर बात करते हुए श्री संजय सचदेवा, सस्ंथापक एवं र्सीईअओ, दैवम वैलनेस ने कहा, ‘‘एक व्यक्ति के शरीर का आधार उसका मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम होता है, जो उसके के स्वास्थ्य/कल्याण को प्रभावित करता है। पिछले सालों के दौरान एबीटीपी की टीम ने जो उपचार विकसित किए हैं, वे दैवम के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं; और एक व्यक्ति के जीवन में होम्योस्टेसिस बनाए रखने में मदद करते हैं।’’

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