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एआईसीटीई ने इंफोसिस के साथ साइन किया एमओयू, जीवन-कौशल विकास को मिलेगा बढ़ावा

नई दिल्ली | अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (अभातशिप) ने इंफोसिस के नेक्स्टजेन लर्निंग प्लेटफॉर्म द्वारा संचालित इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड कार्यक्रम के माध्यम से डिजिटल व जीवन-कौशल विकास के लिए इंफोसिस लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किया है। इसके माध्यम से एआईसीटीई मान्यता संबद्धित शैक्षणिक संस्थान इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड कार्यक्रम पर 12,300+ पाठ्यक्रमों, डिजिटल प्रौद्योगिकियों की प्रयोगशालाओं और जीवन कौशल कार्यक्रमो का लाभ उठा सकते हैं।
प्रत्येक संस्थान उद्योग की गतिशील आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार करने और पेश करने के लिए अपनी स्वयं की माइक्रोसाइट बना सकता है। लर्निंग डैशबोर्ड सीखने की प्रगति को ट्रैक और मॉनिटर करने में मदद करता है।
इंफोसिस के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (शिक्षा, ट्रेनिंग एंड असेसमेंट) थिरुमाला आरोही ने कहा कि इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड छठी कक्षा से लेकर आजीवन शिक्षार्थियों के लिए डिजिटल और जीवन-कौशल प्रदान करता है। “इंफोसिस सीएसआर प्रतिबद्धता के माध्यम से 1 करोड़ से अधिक लोगों को सशक्त बनाने के लिए नि:शुल्क तैयार किया गया है। 2025 तक डिजिटल कौशल पाठ्यक्रमों की एक समग्र श्रृंखला बनाई जाएगी, जिसे कौरसेरा और हार्वर्ड बिजनेस जैसे शीर्ष डिजिटल शिक्षकों के समन्वय में पोषित किया गया है। यह पूरी तरह से भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है।”
एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा, “इंफोसिस ने छात्रों के उत्थान और रोजगार में सुधार के लिए नए युग की भूमिकाओं और ज़रूरतों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रमाणन के साथ सीखने की धाराओं को सरल एवं कारगर बनाया गया है। एआईसीटीई इंफोसिस के सहयोग से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, इंटर्नशिप और उद्योग-संस्थान के बीच समन्वय को बढ़ावा देगा। इंफोसिस ईएसजी विजन 2030 का लक्ष्य बड़े पैमाने पर डिजिटल कौशल को सक्षम करना है, जिसमें एआईसीटीई बहुत अहम योगदान निभाने को तैयार है।”

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