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क्लब महिंद्रा के इंडिया कोशेंट सर्वे के नवीनतम निष्कर्ष जारी

मुंबई। जी20 में भारत की अध्यक्षता के अवसर को और यादगार बनाने के लिए देश भर में यूनेस्को के अनेक विश्व धरोहर स्थलों को रोशन किया गया। जाहिर है कि इस इवेंट ने भारत के इतिहास, संस्कृति, भूगोल, प्रकृति और भोजन के सर्वोत्तम पहलुओं पर प्रकाश डाला। इसी संदर्भ में क्लब महिंद्रा इंडिया कोशेंट सर्वे के नवीनतम निष्कर्ष जारी किए गए हैं, जो हिंदुस्तानी लोगों के अपने देश की विविधता, संस्कृति, विरासत और व्यंजनों के बारे में ज्ञान के स्तर को प्रदर्शित करते हैं।
अध्ययन के अनुसार, अहमदाबाद के निवासियों का ‘इंडिया कोशेंट’ सबसे अधिक 95 प्रतिशत रहा, कोयम्बटूर का 76 प्रतिशत, मुंबई का 75 प्रतिशत, दिल्ली का 59 प्रतिशत, बैंगलोर का 57 प्रतिशत जबकि कोच्चि के निवासियों का ‘इंडिया कोशेंट’ 31 प्रतिशत रहा। भूगोल, कला और संस्कृति और खानपान के मामलों में अहमदाबाद का ज्ञान क्रमशः 81 प्रतिशत, 93 प्रतिशत और 96 प्रतिशत कोशेंट के साथ लगातार ऊंचा बना हुआ है।
कला और संस्कृति से जुड़े पहलुओं के बारे में और गहराई से गोता लगाने पर पता चलता है कि अहमदाबाद के 99 प्रतिशत निवासी मध्य प्रदेश में खजुराहो उत्सव के बारे में जानते हैं, जबकि मुंबई में 80 प्रतिशत, दिल्ली में 60 प्रतिशत, बैंगलोर में 54 प्रतिशत और कोच्चि में 22 प्रतिशत लोग ही इसके बारे में जानकारी रखते हैं। कोलकाता में 93 प्रतिशत उत्तरदाताओं को पता है कि पश्मीना शॉल कश्मीर से हैं, जबकि अहमदाबाद में 92 प्रतिशत, मुंबई में 87 फीसदी, कोयम्बटूर में 84 फीसदी और पटना में 82 फीसदी ऐसे लोग हैं। पैठानी साड़ी महाराष्ट्र से है- सूरत के 93 फीसदी लोगों को यह बात पता है, जबकि पुणे में 89 फीसदी, अहमदाबाद में 88 फीसदी, लखनऊ में 65 फीसदी और दिल्ली में 60 फीसदी लोगों को यह जानकारी है। अहमदाबाद की 90 फीसदी आबादी जानती है कि कथक उत्तर प्रदेश का एक शास्त्रीय नृत्य है, जबकि पुणे में 61 फीसदी, हैदराबाद में 57 फीसदी और जयपुर में 44 फीसदी लोग यह जानकारी रखते हैं।
सूरत के उत्तरदाताओं का ज्योग्राफी कोशेंट 82 फीसदी था, इसके बाद अहमदाबाद का 81 फीसदी था। इसके अलावा, सूरत के 98 फीसदी उत्तरदाताओं को पता है कि कुम्भलगढ़ किले की दीवार चीन की महान दीवार के बाद दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार है, और यह राजस्थान में स्थित है। इसी तरह, अहमदाबाद के 99 फीसदी उत्तरदाताओं को पता है कि दलाई लामा धर्मशाला में रहते हैं, जबकि मुंबई में 81 फीसदी, बैंगलोर में 67 फीसदी, दिल्ली में 65 फीसदी और कोच्चि में 13 फीसदी लोगों को यह जानकारी है। अहमदाबाद के उत्तरदाताओं को पता है कि मसूरी को पहाड़ियों की रानी के रूप में जाना जाता है, जबकि लखनऊ में 74 फीसदी, चंडीगढ़ में 71 फीसदी, दिल्ली में 70 फीसदी और मुंबई में 70 फीसदी लोगांे को इसके बारे में पता है।
जैसा कि सभी जानते हैं, खानपान का मामला हिंदुस्तानी लोगों के सीधे दिल से जुड़ा है यानी व्यंजन उनके दिल में एक विशेष स्थान रखते हैं, और इस मामले में अहमदाबाद एक बार फिर 96 प्रतिशत के साथ कुजिन कोशेंट में सबसे ऊपर है, इसके बाद 25 प्रतिशत के साथ कोलकाता का नंबर आता है। इसके अलावा, अहमदाबाद के 97 प्रतिशत उत्तरदाताओं को पता है कि अप्पम केरल का एक व्यंजन है, जबकि मुंबई में 80 प्रतिशत, दिल्ली में 47 प्रतिशत, बैंगलोर में 43 प्रतिशत और कोलकाता में 20 प्रतिशत लोगों को यह जानकारी है। अहमदाबाद के 91 प्रतिशत उत्तरदाताओं को पता है कि ऐपण उत्तराखंड की एक मशहूर लोक कला है, जबकि अहमदाबाद में 91 प्रतिशत, मुंबई में 72 प्रतिशत, हैदराबाद में 64 प्रतिशत और पुणे में 52 प्रतिशत लोगों को यह जानकारी है।
प्रतीक मजूमदार, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, महिंद्रा हॉलिडेज एंड रिसॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीयों के लिए अभी भी अपने देश की समृद्ध संस्कृति और विरासत के बारे में जानने और खोजने के लिए बहुत कुछ है। भारत में 35 से अधिक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के साथ, क्लब महिंद्रा मेहमानों को भारत के सांस्कृतिक आकर्षण के केंद्र में अपने शानदार और आरामदेह रिसॉर्ट्स में आमंत्रित करता है, जहां वे कला, इतिहास, भूगोल, व्यंजन और संस्कृति के देश के विविध पहलुओं का पता लगा सकते हैं। मेहमानों को भारतीय संस्कृति के सभी अनूठे पहलुओं का अनुभव कराने में मदद करने के लिए कंपनी भारत भर में रिसॉर्ट्स को जोड़ना जारी रखने की योजना बना रही है, ताकि लोगों के अनुभवों को भी और विस्तार दिया जा सके।

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