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2024 में भारत में वाहनों की चोरी 2.5 गुना बढ़ी : एको ने ‘थेफ्ट एण्‍ड द सिटी’ रिपोर्ट का दूसरा संस्‍करण जारी किया

दिल्‍ली। एको ने अपनी थेफ्ट रिपोर्ट ‘थेफ्ट एण्‍ड द सिटी 2024’ का दूसरा संस्‍करण जारी किया है। इसमें पता चला है कि भारत में 2022-2023 के बीच वाहनों की चोरी में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। इस बार भी वाहनों की सबसे ज्‍यादा चोरी दिल्‍ली में हुई है।
रिपोर्ट बताती है कि दिल्‍ली के बाद चेन्‍नई और बेंगलुरु का नंबर आता है। इन दो शहरों में 2022 और 2023 में चोरी में क्रमश: 5% से लेकर 10.5% और 9% से लेकर 10.2% तक वृद्धि हुई है। इसके साथ ही हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता देश में वाहनों की सबसे कम चोरी वाले शहर बनकर उभरे हैं।
रिपोर्ट का पहला संस्‍करण 2022 में लॉन्‍च हुआ था। इसमें उस साल के दौरान भारत में सबसे ज्‍यादा चोरी वाले क्षेत्रों की खोज के लिये कंपनी के डाटा का विश्‍लेषण किया गया था।
नई दिल्‍ली में वाहन चोरी के परिदृश्‍य को ज्‍यादा करीब से जानते हुए, भारत के दूसरे शहरों की तुलना में वाहनों की चोरी में उसकी कुल हिस्‍सेदारी 2022 के 56% से कम होकर 2023 में 37% रह गई। भजनपुरा और उत्‍तम नगर 2022 से ही सबसे ज्‍यादा चोरी वाले इलाके बने हुए हैं। जबकि रिपोर्ट के मुताबिक दिल्‍ली के उत्‍तरी भाग में तीन नये इलाके – शाहदरा, पटपड़गंज और बदरपुर, चोरी की सबसे अधिक संभावना वाले इलाके नजर आये हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश की राजधानी में हर 14 मिनट में एक वाहन चोरी हुआ। 2023 में हर दिन वाहन चोरी के औसतन 105 मामले दर्ज हुए। थोड़ा और पैनी नजर से देखा जाए, तो 2023 में सबसे ज्‍यादा वाहनों की चोरी मंगलवार, रविवार और गुरुवार को हुई। खासकर इन तीन दिनों के लिये ज्‍यादा सतर्क रहने की जरूरत है। लेकिन यह ध्‍यान रखना महत्‍वपूर्ण है कि हफ्ते के सात दिनों में चोरियाँ समान रूप से बंटी हुई हैं।
इसके आगे रिपोर्ट बताती है कि चोरी हुई कारों में से 47% मारुति सुजुकी थी। यह कारें सबसे ज्‍यादा मांग में हैं। इनकी डिलीवरी का समय ज्‍यादा होता है तथा इनकी चोरी की संभावना सबसे अधिक होती है। इस तरह, भारत की सबसे लोकप्रिय हैचबैक्‍स– मारुति वैगन आर और मारुति स्विफ्ट दिल्‍ली एनसीआर में सबसे ज्‍यादा 2 / 3 चोरी हुई कारें हैं। इनके बाद हुंडई क्रेटा, हुंडई ग्रैण्‍ड आई10 और मारुति स्विफ्ट डिज़ायर का चोरी के मामले में क्रमश: तीसरा, चौथा और पाँचवा नंबर है।
चोरों की कुशलता हमारी जानकारी से बढ़कर है। कारों की टेक्‍नोलॉजी जितनी उन्‍नत है, चोर भी उतने ही चालाक हैं। नये जमाने की कारों में सुरक्षा के लिये उन्‍नत खूबियाँ होती हैं, जैसे कि कीलेस एंट्री, जो विंडशील्‍ड्स पर लगे बारकोड्स से चलती है। चोर इन बारकोड्स को स्‍कैन कर लेते हैं और कोड्स को साझा करते हैं, ताकि कारों को दूर से ही खोला जा सके।
दिलचस्‍प तरीके से, 2023 बाइक्‍स की चोरी का साल रहा। कारों की तुलना में भारत में बाइक की चोरी 9.25 गुना बढ़ी। भारत की सबसे ज्‍यादा बिकने वाली बाइक हीरो स्‍प्‍लेंडर सबसे ज्‍यादा चोरी भी हुई। इसके बाद होण्‍डा एक्टिवा का नंबर रहा। 2023 में रॉयल एनफील्‍ड क्‍लासिक 350 चोरों को सबसे ज्‍यादा पसंद रही। चोरों की लिस्‍ट में नये नाम होण्‍डा डियो और हीरो पैशन के रहे।
गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, गुरुग्राम में चोरी हुए टू-व्‍हीलर्स में 60% से ज्‍यादा हीरो स्‍प्‍लेंडर, स्‍प्‍लेंडर प्‍लस, हीरो सीडी डीलक्‍स और हीरो एचएफ डीलक्‍स रहीं। पुलिस के अनुसार, हीरो बाइक्‍स में चोरों की यह रुचि उनकी ज्‍यादा रिसेल वैल्‍यू और स्‍पेयर पार्ट्स की मांग के कारण है।
दिल्‍ली एनसीआर को भारत में वाहन चोरी की राजधानी बनाने वाले कई कारण हैं। लेकिन सबसे बड़ा कारण है बिल्डिंग्‍स और कॉलोनीज में पार्किंग की जगह न होना। ऐसे में वाहनों को सड़क पर पार्क किया जाता है। द हिन्‍दु के मुताबिक, 2023 के लिये दिल्‍ली पुलिस का ऑफिशियल डाटा कहता है कि उन्‍हें घर के पास की सड़कों पर पार्किंग के लिये विवाद के 7328 कॉल मिले। यह 2022 और 2021 में मिले कॉल्‍स से ज्‍यादा थे।
वाहन चोरी के मामले में, ग्राहकों को तुरंत पुलिस और बीमा कंपनी को सूचित करना चाहिये। वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र, ड्राइवर का लाइसेंस, आदि के साथ एफआईआर की प्रति बीमा कंपनी को दें। हो सकता है कि ग्राहक को कार की असली चाबियाँ भी देनी पड़ें। पुलिस एक नॉन-ट्रेसेबल सर्टिफिकेट जारी करेगी, अगर उसे दिये गये समय में वाहन नहीं मिल पाता है। इस प्रमाणपत्र के आधार पर बीमा कंपनी बीमा पॉलिसी में निर्दिष्‍ट नियमों और शर्तों के अनुसार दावे का निपटान करेगी।
एको व्‍हीकल थेफ्ट रिपोर्ट के दूसरे संस्‍करण पर रोशनी डालते हुए, एको के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी (नियामकीय मंजूरी के अधीन) अनिमेष दास ने कहा, ‘‘वाहनों के मालिक बढ़ने के साथ उनकी चोरी के मामले भी बढ़ रहे हैं। व्‍हीकल थेफ्ट रिपोर्ट का हमारा दूसरा संस्‍करण 2023 में हुए 2000 दावों की जानकारी लेकर इस मुद्दे पर एक नजरिया देता है। कारणों को समझने और उन्‍हें बताने के साथ हम लोगों को जानकारी से सशक्‍त करना चाहते हैं। साथ ही उन्‍हें सही बीमा पॉलिसी लेने के महत्‍व पर जागरूक करना चाहते हैं। इस तरह, लोग आकस्मिक स्थितियों में सुरक्षित रह सकते हैं।’’

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