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गुजरात के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में इंडिया जेम एंड ज्वैलरी अवार्ड्स के 46वें संस्करण का आयोजन

सूरत। जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) ने भारत के डायमंड सिटी, सूरत में GIA द्वारा समर्थित 46वें इंडिया जेम एंड ज्वैलरी अवार्ड्स (IGJA) का आयोजन किया। अवॉर्ड समारोह का उद्घाटन गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी, माननीय अतिथि, श्री सीआर पाटिल, मेंबर ऑफ पार्लियामेंट, भारत सरकार और विशेष अतिथि, श्री कुमार कनानी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा मंत्री, गुजरात सरकार की उपस्थिति में किया गया और इस समारोह में श्री कॉलिन शाह, अध्यक्ष, जीजेईपीसीय श्री दिनेश नवाडिया, अध्यक्ष, गुजरात क्षेत्र, जीजेईपीसीय और श्री मनसुख कोठारी, संयोजक, इंवेट्स, जीजेईपीसी और श्री सब्यसाची राय, कार्यकारी निदेशक, जीजेईपीसी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।
गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री, श्री विजय रूपानी ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा, “रत्न और आभूषण उद्योग ने महामारी के बावजूद अपनी प्रतिबद्धता को दिखाया और निर्यात को पूर्व-कोविड स्तरों पर तेजी से ले आने में सराहनीय प्रयास किया। मुझे विश्वास है कि जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित लक्ष्य 400 बिलियन अमेरिकी डॉलर के व्यापारिक निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आगे कहा कि “सूरत में बनने वाला रत्न और आभूषण पार्क मैन्यूफैक्चरिंग और मार्केटिंग तथा निर्यात के लिए एक वर्ल्ड क्लास सेंटर साबित होगा। गुजरात ने भारत के कुल FDI का 40 प्रतिशत अपने राज्य की ओर आकर्षित किया है। यह सही समय है कि हम इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण व विकास करें।”
सांसद श्री सी आर पाटिल ने कहा, “सभी विजेताओं को रत्न और आभूषण उद्योग में उनके योगदान के लिए पुरस्कृत करते हुए बहुत खुशी हो रही है। मैं सभी विजेताओं के साथ-साथ उन सभी लोगों को बधाई देता हूं, जो इस क्षेत्र का हिस्सा हैं, इस उद्योग को विकसित करने की दिशा में दृढ़ता से प्रयत्नशील हैं।”
इस अवसर पर बोलते हुए, जीजेईपीसी के अध्यक्ष, श्री कॉलिन शाह ने कहा, “एक उद्योग के रूप में, हम अपने प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की दिशा में काम करना चाहते हैं और 400 बिलियन अमरीकी डालर के लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं। हमें खुशी है कि इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत सकारात्मक रही है और पहली तिमाही में महामारी पूर्व वर्ष 2019 की समान अवधि की तुलना में 8.46ः की वृद्धि दर्ज की गई है। यदि हम इस गति को बनाए रखते हैं, तो हम 43.75 बिलियन अमरीकी डालर के अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। जीजेईपीसी ने इस समारोह का आयोजन इस क्षेत्र के प्रति समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए प्रमुख निर्यातकों को सम्मानित करने के लिए किया है। समस्त रत्न एवं आभूषण उद्योग की ओर से मुझे पूरी उम्मीद है कि सरकार के सहयोग से हमारा पूरा क्षेत्र इस तरह विकास की राह पर अग्रसर होगा। अगर हम इस गति को बनाए रखते हैं, तो हम चीन को पीछाड देंगे और प्रमुख निर्यातक देश के रूप में उभरेंगे। ष्
अवार्ड्स के लिए चयन मानदंड वित्तीय वर्ष के दौरान निर्यात प्रदर्शन, वैल्यू एडिशन, रोजगार सृजन और अनुसंधान एवं विकास में निवेश पर आधारित है। श्ब्रांड इंडियाश् को मजबूत करने में मदद करने वाली कंपनियों द्वारा प्रदर्शित व्यावसायिक उत्कृष्टता की मान्यता में, जीजेईपीसी न केवल उद्योग के लीडरों को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित करता है, बल्कि बैंकों और सोने की आपूर्ति करने वाली एजेंसियों जैसी संस्थाओं को भी सम्मानित करता है जो डायमंड सेक्टर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
जीजेईपीसी के उपाध्यक्ष, श्री विपुल शाह ने कहा, “भारत का रत्न और आभूषण निर्यात अपने पूर्व-कोविड स्तरों पर वापस आ गया है। यह उद्योग की अंतर्निहित ताकत और प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है। इसका श्रेय शीर्ष उद्यमियों, उद्यम के साथ नैतिकता को जोड़ने वाले लीडरों और उन लाखों प्रतिभाशाली और उच्च कुशल कारीगरों को जाता है जिनका योगदान भी महत्वपूर्ण है। उद्योग ने हमेशा अपने कार्यबल की परवाह की है और पिछले साल भी कठिन अवधि के दौरान उनका कदम से कदम मिलाकर साथ दिया है। यह उचित है कि IGJA न केवल व्यावसायिक उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि महत्वपूर्ण योगदान जैसे कि सर्वश्रेष्ठ सीएसआर कार्यक्रम, जो रोजगार सृजन और कर अनुपालन के मामले में नेतृत्व करते हैं, जो डिजिटल एंटरप्राइज और इनोवेशन आदि में सबसे आगे हैं उन्हें भी सम्मानित करता है।
श्री दिनेश नवाडिया, अध्यक्ष, गुजरात क्षेत्र, जीजेईपीसी ने कहा, “जीजेईपीसी ने सरकार के सहयोग से इन MSME की सुविधा के लिए विशेष कदम उठाए हैं, जैसे कि नवरत्न गैलरी की स्थापना, सूरत इंटरनेशनल डाय-ट्रेड सेंटर, कौशल प्रशिक्षण, शिक्षा और जागरूकता निर्माण। हमें विश्वास है कि, आने वाले वर्षों में, उद्योग फले-फूलेगा और कई और पुरस्कार विजेता उभर कर सामने आएंगे”
कार्यक्रम के संयोजक श्री मनसुख कोठारी ने कहा, ‘46वां IGJA उद्योग जगत में उच्च उपलब्धि हासिल करने वालों का सम्मान करता है, जो विश्व लीडर के रूप में उभरने में सबसे आगे हैं। यह प्रमुखता से उनकी भूमिका को पहचानता है तथा ग्राफ को ऊपर ऊपर उठाता है और दूसरों को भी उत्कृष्टता के लिए प्रोत्साहित करता है।

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