आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय, जयपुर और जॉन्स हॉपकिंस, यूएसए के बीच साझेदारी
जयपुर। आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय जयपुर और जॉन्स हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, यूएसए ने कोविड-19 के वैक्सीन की इकोनाॅमिक्स के अध्ययन के लिहाज से साझेदारी की है। इस अध्ययन में कोविड-19 वैक्सीन के संदर्भ में कम संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल की इकोनाॅमिक्स पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े पेशेवरों की क्षमता निर्माण पर फोकस किया जाएगा।
कोविड-19 के वैक्सीन की इकोनाॅमिक्स पर ग्लोबल ऑनलाइन पाठ्यक्रम का समापन समारोह 20 दिसंबर को वर्चुअल तौर पर आयोजित किया गया। इस पाठ्यक्रम से अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल और सोमालिया के प्रतिभागी लाभान्वित हुए हैं।
आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय जयपुर और जॉन्स हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, यूएसए ने कोविड-19 की चुनौतियों के दौरान वैक्सीन कवरेज के लिहाज से आर्थिक संसाधनों का उपयोग करने के लिए वैक्सीन नीति निर्माताओं और कार्यक्रम प्रबंधकों के लिए दो नए ऑनलाइन पाठ्यक्रम तैयार किए हैं। ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने ऑनलाइन शिक्षण सत्र के साथ-साथ वैक्सीन की मांग से संबंधित कार्यशालाओं और वैक्सीन वितरण के लिए लागत विश्लेषण जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने वैक्सीन वितरण से जुड़ी समस्याओं और उनके आर्थिक समाधानों पर भी विचार-विमर्श किया और अंत में अनुसंधान प्रस्ताव तैयार किए।
आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय, जयपुर के प्रेसीडेंट (आॅफिशिएटिंग) प्रो पी आर सोडानी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘निर्णय लेने में अर्थशास्त्र हमेशा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोविड-19 वैक्सीन के लागत विश्लेषण और इसके वैक्सीन की मांग को प्रभावित करने वाले कारकों पर विभिन्न शोध प्रस्तावों पर चर्चा की गई। कोविड-19 के संदर्भ में सरकार और अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए निश्चित तौर पर शोधपूर्ण ऐसे अध्ययन उपयोगी साबित होंगे।‘‘
इस बार विश्व स्तर पर इस कार्यक्रम के लिए 400 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से 230 प्रतिभागियों को चुना गया। भारत में होने वाले कार्यक्रम के लिए 64 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 53 प्रतिभागियों को कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चुना गया। अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल और सोमालिया जैसे देशों के प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। ये ऐसे प्रतिभागी हैं, जिन्हें टीकाकरण और टीका वितरण के क्षेत्र में विभिन्न क्षमताओं में काम करने का अनुभव हासिल है।
डॉ. सोडानी ने सत्र के दौरान सभी रिसोर्स पर्सन्स द्वारा किए गए प्रयासों के लिए और विभिन्न सत्रों का संचालन करते हुए पाठ्यक्रम में उल्लेखनीय योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। डॉ. सोडानी ने ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, बाल्टीमोर, यूएसए और टीवीईई का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त किया कि उन्होंने न सिर्फ प्रशिक्षण कार्यक्रम को सपोर्ट किया, बल्कि कार्यक्रम के संचालन के लिए उन्होंने आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय को चुना। उन्होंने कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी के लिए सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया, जिससे कार्यशाला के दौरान संकायों और प्रतिभागियों के बीच विचारों का बेहतर आदान-प्रदान संभव हो सका।