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महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी ने ईडीएल बाय महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के साथ की साझेदारी, अंतिम छोर तक डिलीवरी के लिए महिला चालकों को भी किया नियुक्त

मुंबई। महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी के सहयोग से भारत के एकीकृत लॉजिस्टिक्स और मोबिलिटी सॉल्यूशंस प्रदाताओं में से एक महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (एमएलएल) ने एमएलएल की लास्ट-माइल डिलीवरी कार्गाे सेवा ईडीएल के लिए महिला ड्राइवरों को नियुक्त करने की घोषणा की है। महिला ड्राइवरों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर तैनात किया जाएगा। रोजगार के अवसर पैदा करने के सरकार के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए ईडीईएल महिला ड्राइवरों को रोजगार प्रदान करेगा, जिन्हें विशेष रूप से ईवी संचालित करने के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ प्रशिक्षित किया जाएगा।
एमएलएल के 1000 वर्तमान इलेक्ट्रिक वाहनों में से 85 प्रतिशत वाहन महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी 3-व्हीलर्स द्वारा संचालित है। इलेक्ट्रिक वाहनों के इस बेड़े में 170सीयू.एफटी फैक्ट्री फिटेड डीवी बॉक्स के साथ हाल ही में लॉन्च किया गया जोर ग्रांड डीवी$ भी शामिल है। जोर ग्रांड एक बार चार्ज करने पर 100 किमी रेंज का वादा करता है और इसकी 1.5 लाख किलोमीटर/5 साल की बैटरी वारंटी है। जोर ग्रांड डीवी$ का उपयोग ई-कॉमर्स, एफएमसीजी, रिटेल, फार्मा जैसे विभिन्न फर्स्ट और लास्ट माइल एप्लीकेशंस में किया जा सकता है। एमएलएल वर्तमान में अगले 6 महीनों में (पूरे भारत में) 1000 बड़े क्यूबिक आकार के वाहनों के साथ अपने बेड़े का विस्तार करने की प्रक्रिया में है। कंपनी कोच्चि में अपने जल्द लॉन्च होने वाले इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का भी परीक्षण कर रही है, जिसे पूरे देश में पेश किया जाएगा। इन वाहनों को रिचार्ज करने के लिए 20 ईवी चार्जिंग हब भी बनाए गए हैं।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के एमडी और सीईओ रामप्रवीन स्वामीनाथन ने इस बारे मंे विस्तार से जानकारी देते हुए कहा, ‘‘हम अपने कर्मचारियों, सहयोगियों, व्यापार भागीदारों, ग्राहकों और समुदायों के बीच विविधता को प्रोत्साहित करते हैं और उसे महत्व देते हैं। हमने अपने कार्यस्थल को आकर्षक बनाने और महिलाओं को रोजगार के समान अवसर प्रदान करके के लिए अनेक नए कदम उठाए हैं। बेंगलुरू में ईडीईएल के लिए महिला चालकों की नियुक्ति इस दिशा में एक ऐसा ही कदम है। विस्तार योजना के एक भाग के रूप में; अधिक महिला चालक सह मालिकों, फ्लीट मालिकों और अन्य ट्रांसपोर्टरों को अंतिम मील डिलीवरी के लिए ईडीएल में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। हम इन सहयोगियों को कौशल के साथ सशक्त बनाकर अपने बड़े राइज उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो उनके दीर्घकालिक कैरियर विकास और रोजगार को सक्षम बनाता है।’’
सुमन मिश्रा, सीईआ महिंद्रा इलेक्ट्रिक – लास्ट माइल मोबिलिटी ने कहा, ‘‘हमारे इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर महिलाओं के लिए रोजगार का महत्वपूर्ण जरिया बने हैं, जिससे उन्हें ईवी क्रांति का एक अभिन्न अंग बनने में मदद मिलती है। ट्विस्ट एंड गो ऑपरेशन, वाइब्रेशन- और शोर-मुक्त ड्राइव अनुभव, विश्वसनीयता, साथ ही स्वामित्व की बेहतर कुल लागत (टीसीओ) महिलाओं को अपने परिवारों का समर्थन करने के लिए ईवी ड्राइव करने के लिए प्रेरित करती है।’’

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