शिक्षा

डॉ. बी. आर. अंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (डीबीआरएएनएलयू) का पहला सेशन हुआ शुरु

सोनीपत। आखिरकार सात वर्षों का लंबा इंतजार खत्म हो गया। सोनीपत में डॉ. बी. आर. आंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (डीबीआरएएनएलयू) का पहला सेशन शुरू हो गया है, जिसमें 120 छात्रों को दाखिला दिया गया है। प्रदेश की इस यूनिवर्सिटी में फर्स्ट बैच की पढ़ाई का शुरू होना हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल के शासनकाल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है। सीएम और प्रदेश के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के सक्रिय प्रयास से यूनिवर्सिटी का पहला सेशन शुरू हो पाया है। गौरतलब है कि बी.आर. आंबेडकर नेशनल यूनिवर्सिटी के गठन की शुरुआत 2012 में तत्कालीन हरियाणा सरकार की ओर से की गई थी। बाद में यूनिवर्सिटी का निर्माण अफसरों की लालफीताशाही और ठेकेदारों की मनमानी के कारण रोकना पड़ा। अब 2019 में यूनिवर्सिटी ने 5 साल के एकीकृत कोर्स के लिए अपना पहला बैच शुरू कर दिया है।
बीआरएएनएलयू का संचालन एसबीआईटी के अंतरिम कैंपस से किया जा रहा है। अगले कुछ महीनों में यूनिवर्सिटी की अपनी बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) या उनकी ओर से नामांकित व्यक्ति, जो सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज होंगे, यूनिवर्सिटी के विजिटर बनाएं जायँगे, जबकि हरियाणा के माननीय राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य यूनिवर्सिटी के चांसलर होंगे।
यूनिवर्सिटी में भविष्य में एडमिशन के लिए होने वाले टेस्ट के आधार पर कम से कम 25 प्रतिशत सीटों पर हरियाणा के मूल निवासियों को दाखिला दिया जायगा। आरक्षित सीटों में से 5 फीसदी सीटों पर उन किसानों के बच्चों को दाखिला जाएगा, जिनकी जमीन का इस यूनिवर्सिटी के निर्माण के लिए अधिग्रहण किया गया था।
डॉ. बी.आर. अंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की पहली वीसी डॉ. विनय कपूर मेहरा ने बताया, ‘‘2012 में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने क बाद 7 साल के बाद अब जाकर यह सुचारु रूप से फंक्शन के लिए तैयार हैं। क्योंकि यूनिवर्सिटी के निर्माण में अभी कुछ समय और हैं इसलिए फिलहाल कक्षाएं शुरू करने के लिए एसबीआईटी कैंपस को किराए पर लिया गया है। इस यूनिवर्सिटी को हरियाणा की पहचान बनाना ही मेरा एक मात्रा लक्ष्य है।’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *