शिक्षा

डीयू जेएटी 2019 की परीक्षा के परिणाम घोषित, लखनऊ के आर्यन भारद्वाज ने किया सिटी टॉप

लखनऊ। लखनऊ में अपने नए सेंटर के हालिया लॉन्च के साथ, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को मार्गदर्शन और अच्छी शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी, प्रथम एजुकेशन ने डीयू-जेएटी 2019 की परीक्षा में अपने एक्सीलेंस को पहले ही साबित कर दिया है। प्रथम एजुकेशन, लखनऊ के छात्र, आर्यन भारद्वाज ने दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित डीयू-जेएटी 2019 की परीक्षा को ऑल इंडिया रैंक 89 के साथ क्वालिफाई कर लिया है। इस उपलब्धि को हालिस करने के साथ ही उसने लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से 12वीं की बोर्ड में शानदार प्रदर्शन दिया और 96.75ः हालिस कर सिटी टॉपर बन गया है।
दिल्ली युनिवर्सिटी के अंडरग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम में प्रवेश के लिए इस कंप्यूटर आधारित परीक्षा में देश के लगभग 30,000 छात्रों ने भाग लिया। प्रथम एजुकेशन के प्रबंध निदेशक, श्री अंकित कपूर ने बताया किए ‘लखनऊ के छात्रों में कुछ कर गुजरने की पूरी लगन है। जरूरत है तो बस सही मार्गदर्शन की, जो उन्हें उनके लक्ष्य तक पहुंचाने में और उनके सपने को साकार करने में मदद करेगा। यह कदम हमारे लिए खुशी से बढ़कर है, जिसके जरिए हम लखनऊ के लाखों बच्चों को सही दिशा दिखाकर उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचा सकेंगें।’ प्रथम एजूकेशन लखनऊ के उन सभी छात्रों को सबसे अच्छी सेवा प्रदान करना चाहता है, जो टैलेंटेड तो हैं लेकिन आगे बढ़ने के लिए उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत है। दिल्ली एनसीआर में 25 ब्रांच और चंडीगढ़ में 1 ब्रांच के साथ हाल ही में शगुन पैलेस, तीसरी मंजिल, 3 सपरु मार्ग, हजरतगंज, लखनऊ में नई ब्रांच का उद्घाटन किया जा चुका है। इस नई ब्रांच के मजबूत सिस्टम के जरिए हम लखनऊ के छात्रों को सबसे अच्छी शिक्षा और सही मार्गदर्शन प्रदान करना चाहते हैं, जिससे वे प्रतियोगी परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन कर सफलता पा सकें।
किसी भी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय पैन इंडिया में प्रवेश पाने के लिए, एक प्रवेश परीक्षा को क्वालीफाई करना बहुत जरूरी है, जिसमें क्वान्टिटेटिव एप्टीट्यूड, मौखिक योग्यता, रीजनिंग, सामान्य जागरूकता और करंट अफयर्स जैसे विषय बड़े पैमाने पर शामिल हैं। हर छात्र इस एप्टीट्यूड टेस्ट को पास करने की क्षमता रखता है, उन्हें बस पॉलिशिंग और अभ्यास की आवश्यकता होती है। इस टेस्ट के जरिए छात्रों को हर टॉपिक के बारे में जानने को मिलता है जिससे प्रवेश पाना संभव हो पाता है। श्री अंकित कपूर ने आगे बताया कि, ‘हम ऐसी शिक्षा देने में विश्वास रखते हैं जो सिर्फ किताबों और कक्षा तक सीमित न हो। हम बदलते समय और उसकी मांग की समझ रखते हैं। हम छात्रों को डिजिटल रूप से जोड़े रखने की आवश्यकता को भी बखूबी समझते हैं। हम कोर्स को इंटरनेट की क्षमता के अनुसार तैयार करते हैं। हम छात्रों को ऐसा स्टडी मटीरियल प्रदान करते हैं जो सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होता है, जिसके कारण छात्रों में उसके बारे में जानने की जिज्ञासा और बढ़ जाती है।’

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