छात्रों के बीच लॉ सबसे लोकप्रिय करियर ऑप्शन
नई दिल्ली। भारत में क्लैट का परिणाम न सिर्फ नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी सहित प्रीमियर लॉ कॉलेजों में प्रवेश के लिए महत्तवपूर्ण है बल्कि छात्रों के बेस्ट लॉ कॉलेज में एडमिशन के सपने को पूरा करने में भी सबसे अहम भूमिका निभाता है। कानूनी मामलों पर सलाह देना एक वकील का आजीवन कर्तव्य होता है वहीं सीनियर सेकेंडरी स्कूल या ग्रेजुएशन के बाद कई क्लैट उम्मीदवारों के लिए यह कर्तव्य एक सपना बन जाता है। क्लैट 2019 का आयोजन इस वर्ष 26 मई, 2019 को होने जा रहा है जो पहले 12 मई, 2019 के लिए निर्धारित किया गया था। इस राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा को ओड़िसा स्थित एनएलयू आयोजित करेगी।
कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट) निगेटिव मार्किंग के साथ 200 अंको की 2 घंटे की परीक्षा होती है। इस परीक्षा में अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, कानूनी योग्यता, लॉजिकल रीजनिंग और संख्यात्मक क्षमता पर बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा का कट ऑफ कई कारकों से प्रभावित होता है जैसे कि परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की संख्या, छात्र की श्रेणी, पिछले वर्ष का कट ऑफ आदि।
पिछले कुछ वर्षों में क्लैट के बढ़ते रेजिसट्रेशन से यह स्पष्ट होता है कि लॉ छात्रों के बीच सबसे चर्चित कोर्स बन रहा है। नई दिल्ली में हर साल छात्र उमदा परिणामों के साथ पास होते हैं जिससे यह स्पष्ट है कि भारत की राजधानी भी लॉ की रेस में तेजी से आगे बढ़ रही है।
प्रथम एजुकेशन के नैशनल प्रॉडक्ट हेड लॉ श्री अमनदीप राजगोत्रा का कहना है कि “जो उम्मीदवार क्लैट 2019 की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस की अच्छी समझ होनी चाहिए। इसके अलावा, उनके पास सही टाइम टेबल और अच्छी किताबें होनी चाहिए। अगर उन्हें लगता है कि परीक्षा का कठिनाई स्तर उनके मुकाबले अधिक है तो घबराएं नहीं, बस कॉन्फिडेंट रहें और अपने स्ट्रॉग पॉइंट्स पर फोकस बनाए रखें।“
क्लैट 2019 की परीक्षा भारत में लगभग 65 एग्जामिनेशन सेंटर्स में ऑफलाइन मोड में आयोजित होगी। उम्मीदवार ध्यान दें कि क्लैट 2019 में उनके द्वारा प्राप्त स्कोर्स 21 एनएलयू और 25 अन्य प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन लेने के लिए मान्य होंगे।