डीलक्स इंडिया ने हॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म अवेंजर्स- इंफिनिटी वॉर के त्रि-आयामी प्रभाव दिये
दुनिया भर में धूम मचाने वाली फिल्म अवेंजर्सय इंफिनिटी वॉर, जो की अब तक अंतर्राष्ट्रीय बॉक्स-ऑफिस पर 1-बिलियन अमरीकी डॉलर और अमेरिकन बॉक्स-ऑफिस पर 500-मिलियन डॉलर्स कमा चुकी है, साथ ही यह फिल्म भारतीय बॉक्स-ऑफिस पर भी 200 करोड़ रुपये से अधिक बना कर सबसे भारत में ज्यादा कमाई करने वाली पहली हॉलीवुड फिल्म बन चुकी है।
इस फिल्म को शानदार थ्री-डायमेंशनल विशुअल इफेक्ट्स, कहानी और ज्वलंत चरित्रों के लिए दुनिया भर में सराहा गया है। फिल्म के इन चैंका देने वाले त्रि-आयामी दृश्यों को डीलक्स इंडिया के पुणे स्टूडियो में 700 कलाकारों ने प्रस्तुतीकरण टीम, सम्पादकीय टीम और अन्य सहायकों के साथ अंजाम दिया है, इस प्रक्रिया को स्टीरियो कन्वर्शन अथवा 2-डी से 3-डी रूपांतरण भी कहा जाता है।
डीलक्स इंडिया के क्रिएटिव सुपरवाइजर, तन्मय गुप्ता कहते हैं, “हमारी अग्रणी 3-डी टीम ने करीब पांच महीने में इस प्रोजेक्ट 110 मिनट का काम पूरा किया। इस यादगार प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के लिए हमने बरबैंक और टोरंटो स्थित टीमों के साथ लगातार संपर्क बनाये रखा और रिकॉर्ड समय में इसे पूरा किया।”
गुप्ता कहते है की, “स्टीरियो रूपांतरण के रोटोस्कोपी, डेप्थ और पेंट, तीन मुख्य भाग होते हैं, जिनसे हम फिल्म के चरित्रों के वास्तविक स्वरूपों में बिना कोई बदलाव किये सफलतापूर्वक, सम्पूर्ण त्रि-आयामी प्रभाव विकसित कर सकते है।” इस फिल्म की कहानी के अनुसार मार्वल के कई सुपरहीरो जैसे की आयरन मैन, डॉक्टर स्ट्रेंज, ब्लैक विडो, केप्टन अमेरिका, थोर, ब्लैक पैंथर, हल्क एवं स्पाइडर मैन ब्रह्माण्ड को शक्तिशाली थानोस से बचाने के लिए एक जुट होते हैं।
गुप्ता के अनुसार पूरी टीम ने, मार्वल की वरिष्ट 3-डी टीम के प्रमुख इवान जेकब्स और जॉन गोल्डस्मिथ के साथ साथ बरबैंक-स्थित स्टीरियोग्रफेर एमा वेब के साथ बहुत करीबी से काम किया गया।
डीलक्स इंडिया के प्रबंध निदेशक, श्री प्रफुल्ल गाड़े कहते हैं की स्टीरियो कन्वर्शन में भव्य दृश्य प्रभावों को बनाने के लिए कार्यकुशल सुपरवाइजर, लीड्स, प्रोडक्शन कोऑर्डिनेटर और आर्टिस्ट्स (छविकार) जैसे विशेषज्ञों को कई विभागों के साथ समकालीन रूप में काम करना पड़ता है, इसमें सबसे अहम् भूमिका छविकारों की होती है और उनको सुपरवाइजर, लीड्स, प्रोडक्शन कोऑर्डिनेटर अपना सहयोग देते है। प्रत्येक टीम 150,000 फ्रेम्स का फुटेज बनाने का योगदान करती है।
गाड़े के अनुसार यह कार्य एक शानदार टीम-वर्क के बिना संभव नहीं हो सकता है, इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट में हजारों छविकार दुनिया के दूसरे कोने पर बैठे छविकारों के साथ लगातार संपर्क बनाये रखते हैं और उनके कार्यों की दैनिक समीक्षा क्लाइंट्स और स्टीरियोग्राफेर्स प्रतिदिन करते है। तन्मय गुप्ता कहते हैं की हमें दिए गए विवरण के अनुसार हमें त्रि-आयामी प्रभावों को साधारण सिनेमा से कहीं अधिक और वास्तविक रूप में दिखाना था, जो कि स्वाभाविक और शक्तिशाली भी दिखे।
प्रफुल्ल गाड़े कहते है की, “डीलक्स इंडिया के पास इस तरह की परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सर्वोत्तम तकनीक और सर्वश्रेष्ठ हॉलीवुड फिल्मों का अनुभव, दोनों मौजूद है. इस कम्पनी में काम करने वालों को रोग वनय अ स्टारवार्स स्टोरी, ब्लेड रनर 2049, ब्लैक पैंथर, अवेंजेर्सयइंफिनिटी वॉर जैसी नामी हॉलीवुड फिल्मों का अनुभव है। हम फीचर स्टीरियोग्राफी, विशुअल इफेक्ट्स और एनीमेशन जैसे करियर मार्ग प्रदान करते है। हमें बहुत खुशी है हमने आज कई युवा प्रतिभाओं को 100 वर्ष से अधिक अनुभवी कंपनी डीलक्स के साथ जुड़ते और पनपते हुए देखा है।”