मनोरंजन

इस बार ऑनलाइन अवतार में प्रस्तुत किया जायेगा बहुप्रतीक्षित खजाना गजल महोत्सव

कोविड-19 महामारी की वजह से लागू तमाम तरह की बंदिशों (जिनमें सामाजिक व सांस्कृतिक बंदिशें भी लागू हैं) के असर से संगीत जगत भी अछूता नहीं है। मगर ‘शो मस्ट गो ऑन’ के सिद्धांत पर यकीन रखते हुए द कैंसर पेशंट्स एड एसोसिएशन (CPAA) और पैरेंट्स एसोसिएशन थेलेसेमिक यूनिट ट्रस्ट (PATUT) ने गजलों के अनूठे महोत्सव खजाना के जरिए फंड जुटाने के अपने वार्षिक कार्यक्रम का आयोजन इस बार ऑनलाइन करने का फैसला लिया है। गजल गायिकी के कद्रदान इस अनूठे कार्यक्रम का लुत्फ वर्चुअल तौर पर इस साल 19 और 20 दिसंबर को रात 8.00 बजे से उठा सकेंगे।
कैंसर और थेलेस्सिमिक पेशंट्स के लिए फंड की व्यवस्था करने के लिए आयोजित किये जा रहे ऑनलाइन खजाना महोत्सव में गजल गायक पंकज उधास, अनूप जलोटा, तलत अजीज, सुदीप बैनर्जी, महालक्ष्मी अय्यर, पंडित अजय पोहणकर व अभिजीत पोहणकर, पूजा गायतोंडे, युवा गायिका स्नेहा शंकर, प्रतिभा सिंह बघेल और दीपक पंडित जैसी संगीत की जानी-मानी हस्तियां अपने सुरों का जलवा बिखेरेंगी। इसके अलावा, शो में समर्पण बैंड की ओर से सिंगर पृथ्वी गंधर्व और गायत्री अशोकन भी विशेष परफॉर्मेंस से इस शो की रौनक को बढ़ाएंगे। इस कार्यक्रम में खजाना टैलेंट हंट के विजेताओं- झारखंड के चक्रधरपुर से रित्विका मुखर्जी और राजस्थान के जयपुर से अतुल राव को भी अपनी प्रतिभा को पेश करने का मौका दिया जाएगा।
खजाना गजल महोत्सव का आयोजन पिछले 19 सालों से लगातार होता आ रहा है। इसकी शुरुआत गजल गायकों को गजल गायिकी के चाहनेवालों के सामने अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर के तौर पर शुरू हुआ था। यह आयोजन पिछले कुछ सालों से थेलैसेमिया और कैंसर के मरीजों के लिए फंड जुटाने का कारगर और अनोखा माध्यम बन गया है, इस कंसर्ट की प्रस्तुति का जिम्मा ऑनलाइन पार्टनर हंगामा को सौंपी गयी है। इस आयोजन के जरिए दान में प्राप्त होने वाली पूरी राशि थेलेस्सेमिया और कैंसर से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए खर्च की जाएगी। चूंकि लॉकडाउन के कड़े नियमों के चलते लाइव शो का आयोजन करना मुमकिन नहीं था, इसीलिए इस शो को भव्य तरीके से पहले ही रिकॉर्ड कर लिया गया है और इसे जल्द ही संगीत-प्रेमियों के बीच अनूठे ढंग से पेश किया जाएगा. इस ऑनलाइन शो को देखने के लिए दर्शकों को किसी तरह का कोई टिकट नहीं खरीदना होगा और इसे दुनिया भर में कहीं भी देखा जा सकेगा। दर्शक शो के दौरान सीधे तौर पर अपने मन मुताबिक एक निश्चित रकम दान कर सकें, इसके लिए Ketto के साथ एक खास साझेदारी की गयी है।
गौरतलब है कि शो में खजाना आर्टिस्टलाउड टैलेंट हंट से जुड़ीं युवा प्रतिभाएं भी दिग्गजों के साथ परफॉर्म करेंगी। गजल गायकों की खोज के लिए स्थापित खजाना आर्टिस्टलाउड टैलेंट हंट अपनी तरह का अनूठा मंच है। इसके आयोजन के दूसरे साल में देशभर के 75 शहरों के उभरते गायक/गायिकाओं ने हिस्सा लिया था। मुम्बई से लेकर प्रतापगढ़, दिल्ली से लेकर विदिशा और बंगलुरू से लेकर सीतामढ़ी तक जजों को बड़ों शहरों से लेकर तमाम छोटे शहरों तक एक से बढ़कर एक प्रतिभाओं की गायिकी से रू-ब-रू होने का मौका मिला। दो दौर में हुई इस प्रतियोगिता के सभी प्रतियोगिओं को पंकज उधास, रेखा भातद्वाज, तलत अजीज, अनूप जलोटा और सुदीप बैनर्जी जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों ने जज किया। प्रतियोगिता के विजेता को खजाना गजल महोत्सव 2020 के मंच पर गायिकी का अवसर प्राप्त होगा।
पैरेंट्स एसोसिएशन थेलेस्सेमिक यूनिट ट्रस्ट (PATUT) के अध्यक्ष पंकज उधास ने कहा कि कोविड-19 से उपजे हालात के दौरान लगे लॉकडाउन को देखते हुए कैंसर व थेलेस्सेमिया के शिकार मरीजों के इलाज के लिए फंड जुटाने का काम करनेवाली संस्थाएं – द कैंसर पेशंट्स एड एसोसिएशन (CPAA) और द पैरेंट्स एसोसिएशन थेलेस्सेमिक यूनिट ट्रस्ट (PATUT) ने इस साल वार्षिक फंडरेजर का ऑनलाइन आयोजन करने का फैसला किया है। मशहूर गजल गायक पंकज उधास ने आगे कहा, ‘इस मौके पर मैं सहायता के लिए आगे आये सभी कलाकारों, प्रायोजकों और संगीत-प्रेमियों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। मुझे उम्मीद है कि इस साल भी यह शो पिछली बार की तरह ही लोगों को काफी पंसद आयेगा और ये शो फंड जुटाने के अपने मकसद में कामयाब साबित होगा ।’
वे आगे कहते हैं, ‘हर साल 10,000 बच्चे थेलेस्सेमिया मेजर जैसी गंभीर बीमारी के साथ पैदा होते हैं जो दुनिया भर में इस बीमारी से ग्रसित होनेवाले मरीजों का 10ः फीसदी है। इसके अलावा दुनिया भर में थेलेस्सेमिया के 8 में से 1 कैरियर का संबंध भारत से है। पंकज उधास के नेतृत्व वाला PATUT थेलेमस्सेमिया का संपूर्ण हल मुहैया कराता है, इसमें जागरुकता फैलाना, बीमारी का पता लगाना, दाताओं और ग्रहणकर्ताओं के बोन मैरो के मैचिंग के लिए टेस्ट कराना, 10 साल से कम उम्र के थेलेस्सेमिया मेजर वाले बच्चों के बोन मैरो ट्रांस्प्लांट को प्रायोजित करना और काउंसलिंग शामिल है। उल्लेखनीय है कि पिछले 5 सालों से PATUT ने अपना ध्यान 10 साल से कम उम्र के बच्चों के बोन मैरो ट्रांस्प्लांट (BMT) पर केंद्रित किया हुआ है। थेलेस्सेमिया मेजर, सिकल सेल एनेमिया और प्लास्टिक एनेमिया के मरीजों के लिए बोन मैरो ट्रांस्प्लांट एकमात्र उपाय है।
कैंसर पेशंट्स ऐड एसोसिएशन (CPAA) एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसका मकसद न सिर्फ कैंसर के मरीजों को बढ़िया इलाज मुहैया कराना है बल्कि उनमें आत्मसम्मान के साथ जीने के प्रति उम्मीद भी जगाना है. 51 साल पहले CPAA के संस्थापक अध्यक्ष श्री वाय. के. सप्रू ने ‘टोटल मैनेजमेंट ऑफ कैंसर’ के सिद्धांत की पहचान कर उसे विकसित किया जिसे अब दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है। CPAA चिकित्सा के क्षेत्र से ताल्लुक रखनेवाले लोगों के साथ मिलकर काम करती है और जागरुकता, बीमारी का जल्द पता लगाने, इलाज में मदद, मार्गदर्शन व काउंसलिंग, पुनर्वास, शोध संबंधी शिक्षा और एडवोकेसी के क्षेत्र में काम करती है।
CPAA के संस्थापक व अध्यक्ष श्री वाय के सप्रु कहते हैं, ‘कोविड-19 जैसी महामारी के फैलने के दौरान भी कैंसर जैसी भयानक बीमारी का कहर नहीं रुका, लेकिन CPAA की ओर से दी जानेवाली मदद और कैंसर के मरीजों के लिए जानेवाली सहायता में किसी तरह की कोई कमी नहीं आयी। ऑनलाइन नेटवर्किंग और टेक्नोलॉजी के माध्यम से हम 1,444 मरीजों तक 1.24 करोड़ रुपये की सहायता पहुंचाने में कामयाब रहे। इस दौरान हमने कैंसर के मरीजों (खासकर ऐसे मरीज जो कोविड-19 का शिकार हैं) के लिए कई वर्चुअल कार्यक्रमों का भी आयोजन किया। हमें उम्मीद है कि खजाना की बेहतरीन किस्म के श्रोता कैंसर के मरीजों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को बनाये रखने में हमारी यूं ही मदद करते रहेंगे और उदात्तता के साथ दान करते रहेंगे।’

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