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पोन्नियिन सेल्वन 2 में है गौरवशाली चोल साम्राज्य में घट रहे षड्यंत्रों, शजिशों और ड्रामा का भरपूर डोज़

फिल्म का नाम : पोन्नियिन सेल्वन 2 (पीएस-2)
फिल्म के किरदार : ऐश्वर्या राय बच्चन, चियान विक्रम, कार्थी, जयम रवि, शोभिता धूलिपाला त्रिशा कृष्णन, प्रकाश राज
फिल्म के निर्देशक : मणि रत्नम
रेटिंग : 4/5

निर्देशक मणिरत्नम के निर्देशन में बनी फिल्म पीएस-2 या पोन्नियिन सेल्वन-2 आज से ही सिनेमाघरों में लग चुकी है। यह फिल्म 2022 में आई फिल्म का ही दूसरा भाग है। बता दें कि फिल्म कल्कि कृष्णमूर्ति के उपन्यास पोन्नियिन सेल्वन पर आधारित है। दूसरे भाग की कहानी कितनी दमदार या कसी हुई है आइए जानते हैं…..

फिल्म की कहानी :

फिल्म की कहानी वही चोल वशं के सम्राराज्य में चल रही उथल-पुथल की कहानी है जहां पारिवारिक मतभेद भी हैं, सम्राराज्य की गद्दी को पाने की लालसा भी है, प्रेम भी है, षड्यंत्र भी है और पेचीदा मोड़ और सस्पेंस भी है।
फिल्म की कहानी को पहले भाग की कहानी से कनेक्ट करने के लिए कहानी में युवा हो रहे नंदिनी और आदित्य करिगालन के बीच में प्रेम प्रसंग और लड़कपन को दिखाया जाता है और फिर पहले भाग के अंत को दिखाकर कहानी के दूसरे भाग को आगे बढ़ाया जाता है। सभी अरुणमोढ़ी की मौत से शोक में हैं। उसका भाई आदित्य करिगालन एक योद्धा है, और योद्धा आंसू नहीं बहाते, रक्त बहाते हैं, उसे नंदिनी के षड्यंत्रों की भनक है और अब वो ये सब खत्म करना चाहता है। नंदिनी ने सहानुभूति दिखाते हुए आदित्य को अपने यहां बुलाती है क्योंकि पीछे से आदित्य की जान लेने का षड्îंत्र रचा जा चुका है। मौनी रानी जोकि नंदिनी की मां पद्मिनी होती है, वो कौन है और क्यों अरुणमोढ़ी को बचाती है। उसका सुंदर चोल राजा से क्या संबंध है? वंदिथैवन और कुंदवई के बीच प्यार के पनपने के बाद आगे बढ़ता है कि नहीं?…….यह सब जानने के लिए आपको फिल्म को देखना पड़ेगा तभी फिल्म की कहानी ज़्यादा समझ में आएगी।

कलाकारों की अदाकारी :

बहुत दिनों के बाद ऐश्वर्या राय का परफॉरमेंस स्क्रीन पर बेहतरीन नज़र आता है, इस बात कोई शक नहीं की ऐश्वर्या के फैंस नंदिनी के किरदार को बहुत पसंद करने वाले हैं। आदित्य करिगालन के किरदार में चियान विक्रम बिल्कुल फिट बैठते हैं, प्यार में घायल राजकुमार का गुस्सा, उसका धैर्य इस सारे इमोशंस को विक्रम ने अपने अंदर आत्मसात करके उसे पर्दे पर बहुत खूबी से निभाया है। कार्ति की दिलचस्प अदाकारी आपको सीट से उठने नहीं देती। जयम रवि ने अपने कैरेक्टर को पूरी तरह से लिया है। पहले भाग से ज्यादा दूसरे भाग में प्रकाश राज की अदाकारी जानदार लगती है। सभी किरदारों को निर्देशक ने काफी अच्छे से गढ़ा है।

कैसी बनी है फिल्म ?

निर्देशक मणिरत्नम कमाल के निर्देशक हैं, उनका निर्देशन काबिले तारिफ है। फिल्म की कहानी ऐतिहासिक कहानी है इसलिए इसमें काफी भव्य सेट दिखाए गए हैं, लेकिन कहानी में सेट की भव्यता ही सिर्फ नहीं है बल्कि कहानी के किरदारों को भी बहुत अच्छे से प्लॉट किया गया है। क्योंकि कहानी ऐतिहासिक है इसलिए न चाहते हुए भी फिल्म की लेन्थ लम्बी हो ही जाती है। कहानी ज्यादा बोझिल न हो जाए इसके लिए बीच-बीच में थोड़ा ह्यूमर डाला गया है।

फिल्म क्यों देखें ?

फिल्म आपको बोर नहीं करती है लेकिन यदि आपने पीएस-1 नहीं देखी है तो पीएस-2 समझने में काफी मुश्किल आ सकती है।

-शबनम

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