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गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी “नीरा आर्य” पर फ़िल्म बना रहे हैं निर्माता विशाल त्यागी

गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों में कई वीरांगनाएं भी शामिल थीं और ऐसी ही एक फ्रीडम फाइटर नीरा आर्य पर अब एक बायोपिक बनाने जा रहे हैं निर्माता विशाल त्यागी। मटरगश्ती फिल्म्स के बैनर तले जल्द बनने जा रही फिल्म नीरा आर्य के लेखक अरमान सिंह ढिल्लों हैं।
यूपी के बागपत जिला के खेकड़ा में जन्मीं नीरा आर्य ने अपनी आत्मकथा “मेरा जीवन संघर्ष” लिखी थी, प्रोड्यूसर विशाल त्यागी उसी किताब पर आधारित सिनेमा बनाने जा रहे हैं। वह कहते हैं “हमने उस पुस्तक के राइट्स लिए हैं और हमारी फ़िल्म नीरा आर्य उसी किताब पर बेस्ड सिनेमा होगा। पब्लिशर से राइट्स लेकर इस किताब को हमने दोबारा छापा है। यह उनकी बायोपिक होगी। हमने उनके भतीजे से लेटर भी लिया है। फ़िल्म के निर्देशक और कलाकारो को लेकर जल्द घोषणा की जाएगी।”
निर्माता विशाल त्यागी ने आगे बताया कि नीरा आर्या सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में काम करती थीं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में इन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजाद हिंद फौज में सिपाही नीरा आर्य ने नेताजी सुभाष चंद बोस की जान के दुश्मन बने अंग्रेज सरकार में सीआइडी इंस्पेक्टर अपने पति श्रीकांत जयरंजन को जान से मार डाला था। लेखक अरमान सिंह ढिल्लों ने काफी रिसर्च और नीरा आर्य के कई रिश्तेदारों, लेखकों से बात करने के बाद इसकी स्क्रिप्ट लिखी है। फ़िल्म की शूटिंग यूपी और बंगाल में करने की योजना है। एक क्रांतिकारी पर फ़िल्म बनाना बड़ी जिम्मेदारी वाला काम है और इसलिए हम काफी गहन अध्ययन और शोध के बाद फ़िल्म को फिल्माने का इरादा रखते हैं। हम फिल्मी लिबर्टी न लेंगे और सच्चाई दर्शकों के सामने रख देंगे। नीरा आर्या की एक विख्यात रागिनी, जो वह गाती थीं, हम फ़िल्म में इस्तेमाल करेंगे।
निर्माता का कहना है कि लेखक तेजपाल धामा ने भी हमे काफी कुछ बताया है और 1966 के बाद की कहानी भी है, उसके बाद क्या हुआ था, हम फ़िल्म में शामिल करेंगे, क्योंकि यह आत्मकथा 1966 तक की घटनाओं के बारे में है।
विशाल त्यागी रियलिस्टिक सिनेमा बनाने में विश्वास रखते हैं। वह कहते हैं “हम कब तक फिक्शन कहानियां दर्शकों को पेश करते रहेंगे, हमारे देश मे बहुत सी सच्ची कहानियों की भरमार है, हम उन्हें फिल्मों के माध्यम से सामने लाएंगे।”
वह एक और बायोपिक “दद्दू” बनाने जा रहे हैं। जो एक ऐसे आदमी की कहानी है जिन्होंने बहुत सी लड़कियों को वेश्यावृत्ति के दलदल में जाने से बचाया है।

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