पेंशनरों की समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तैयार हैं : कोषाधिकारी
-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
कोषाधिकारी डॉ. लोकेंद्र पाल सिंह ने बताया कि वे पेंशनरों की समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तैयार हैं। उन्होंने बताया कि सरकार में पेंशनरों की सुविधा के लिए अनेक कदम उठाए हैं। पेंशन एवं चिकित्सा सुविधा के लिए उठाए गए कदमों से पेंशनरों को बड़ी राहत मिली है। बैंक और कोष कार्यालयों के चक्कर काटने की परेशानी से मुक्ति मिली हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार ने हाल ही में सेवानिवृत्त राज्य सरकार के कर्मियों को पेंशन का भुगतान सीधे जयपुर कोष मुख्यालय के पे मैनेजर से करना प्रारम्भ कर दिया हैं। अब सेवानिवृति के दिन के बाद ही पेंशन बन जाएगी। पेंशन के लिए कहीं कोई चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। पेंशनर्स का डीए जुड़ने में भी किसी प्रकार का विलम्ब नहीं होगा। अब पेंशनर्स को हर साल जीवित प्रमाण पत्र नहीं देना होगा। इसके लिए पेंशनर्स को बैंक के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल गई हैं।
डॉ. सिंह ने बताया कि पेंशनर्स को चिकित्सा सुविधा के लिए राजस्थान सरकार हैल्थ सिस्टम (आर.जी.एच,एस.) से जोड़ा गया है। दवाइयों की उपलब्धता के लिए शहर में अब करीब 40 मेडिकल दुकानों को अधिकृत किया जा चुका है। पेंशनर्स इन दुकानों के साथ उपभोक्ता दवाई दुकान से भी दवाइयां ले सकते हैं। सरकारी या अधिकृत चिकित्सालय के चिकित्सक द्वारा (आर.जी.एच,एस.) पर्ची पर दवाएं लिखवा कर इन दुकानों से दवाइयां ले सकते हैं।
उन्होंने बताया कि एक रोगी एक साल में 50 हजार रुपए तक कि दवाइयां ले सकते हैं। इस से लिए अब बार-बार राशि बढ़वाने के लिए कोष कार्यालय आने से भी पेंशनर्स को मुक्ति मिल गई हैं। इससे अधिक राशि की आवश्कता होने पर ई मित्र के माध्यम से पेंशनर्स आवेदन कर सीमा बढ़वाई जा सकेगी।