चिकित्सकों व उनके परिवार पर हो रहे हमले नहीं होंगे बर्दाश्त : आईएमए अध्यक्ष डॉ. जायसवाल
कोटा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कोटा के सभी पदाधिकारी, सदस्य एवं अन्य चिकित्सक व स्टॉफ 18 जून 2021 को राष्ट्रीय विरोध दिवस मनाएंगे और चिकित्सकों को आ रही समस्याएं, सुरक्षा, कडे कानून सहित विभिन्न मांगों पर मंथन किया जाएगा। राजस्थान आईएमए अध्यक्ष डॉ. अशोक शारदा व आईएमए अध्यक्ष कोटा डॉ. संजय जायसवाल ने संयुक्त रूप से बताया कि नई टेक्नोलॉजी के साथ चिकित्सक गहन अध्यन, शोध और कड़ी मेहनत के बाद किसी भी बीमारी को ठीक करने के मुकाम पर पहुंचे हैं वहीं कोविड महामारी के दौरान मरीजों का उपचार करते हुए कई चिकित्सकों ने अपने प्राणों की आहुतियां दी है, उसके बाद अपनी जान की बाजी लगाकर मरीजों का उपचार किया है, लेकिन चिकित्सकों व स्टॉफ पर बढ़ती अमानवीय घटनाओं ने जहां उपचार में व्यवधान उत्पन्न किया वहीं चिकित्सकों के मनोबल को भी कम किया है। आईएमए अध्यक्ष डॉ. जायसवाल ने बताया कि चिकित्सकों और उनके परिवार पर हो रहे हमले, संसाधनों को नुकसान पहुंचाना, सुरक्षा का अभाव, कडा कानून, लंबित कई मांगों का समाधान सरकार द्वारा शीघ्र किया जाना चाहिए। इन सभी मांगों को लेकर चिकित्सक 18 जून गुरूवार को दो घंटे ओपीडी का बहिष्कार करेंगे, डॉ. जायसवाल ने बताया कि चिकित्सकों पर हमले किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। जिन चिकित्सकों की कोविड में जान गई, उन्हें शहीद का दर्जा मिले, उनके परिवार को सरकार की ओर से आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई थी वह दिया जाए, उन्होंने कहा सभी 18 वर्ष से अधिक वालों का वैक्सीनेशन होना चाहिए।
- चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर जल्द लागू हो कानून
आईएमए सचिव अमित व्यास ने बताया कि 18 जून को सुबह 8 से 10 तक ओपीडी का बहिष्कार किया जाएगा, काले रंग का शर्ट, बैच, झंडा, मास्क लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे एवं किसी तख्ती पर सेव द सेवियर्स’ और ‘स्टॉप वायलेंस आॅन प्रोफेशन एंड प्रोफेशनल्स’ के नारे लिखकर कोविड गाइडलाइन की पालना करते हुए सभी चिकित्सक अपने अपने कार्यस्थल पर छोटे-छोटे समूह में एकत्रित होकर अपने सभी सहकर्मियों, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य सहयोगी स्टाफ के साथ कैंडल मार्च निकालेंगे। राजस्थान आईएमए के जोनल सेकेट्री डॉ. केके डंग ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा अस्पताल के किसी भी चिकित्सक अथवा चिकित्सा कर्मी के साथ दुर्व्यवहार करना, मारपीट करना, धमकी देना व हमला करना अस्पताल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, तोड़फोड़ करना व उत्पाद करना आदि सभी कृत्य के लिए सुरक्षा अधिनियम 2008 की धारा 3 बनाया हुआ है, प्रशासन से अनुरोध किया जाएगा कि अधिनियम के तहत ही पुलिस द्वारा केस दर्ज कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एस सान्याल ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक, सेवारत चिकित्सक काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे, उन्होंने कहा कि किसी भी सुरत में इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी।