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कोविड-19 संक्रमण श्रृंखला को तोड़ने के लिए मैं पृथक वास में रह रहा हूं : सीआरपीएफ डीजी

नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक ए पी माहेश्वरी ने रविवार को कहा कि उनके बल के एक डॉक्टर के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद इस संक्रमण के फैलने की श्रृंखला तोड़ने की अपनी जिम्मेदारी के तौर पर वह पृथक वास में चले गए हैं। देश के सबसे बड़े अर्द्धसैन्य बल के प्रमुख माहेश्वरी (59), उनके पूर्ववर्ती और केंद्रीय गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के. विजय कुमार (67) तथा करीब दो दर्जन अधिकारी पृथक वास में चले गए हैं। उन्होंने दो अप्रैल को एक डॉक्टर के संक्रमित पाए जाने के बाद यह कदम उठाया है। माहेश्वरी और कुमार छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा करने के लिए बीएसएफ के एक विशेष विमान से गत सप्ताह राज्य में गए थे।
सीआरपीएफ प्रमुख ने रविवार को अपने निजी ट्विटर अकाउंट पर कहा, ‘‘एहतियाती कदम के तौर पर मैंने इस श्रृंखला को तोड़ने की अपनी जिम्मेदारी के तौर पर अपनी आवाजाही को पूरी तरह रोक दिया है तथा जब तक संबंधित अधिकारियों की स्वास्थ्य जांच नहीं होती तब तक घर से काम कर रहा हूं।’’ उत्तर प्रदेश के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी माहेश्वरी एक अधिकारी के संपर्क में आए थे जो कोविड-19 से संक्रमित डॉक्टर के संपर्क में आया था। अब वह हरियाणा के झज्जर में एम्स में पृथक वास कर रहे हैं। सीआरपीएफ प्रवक्ता डीआईजी मोसेस दीनाकरण ने शनिवार को कहा, ‘‘सीआरपीएफ का एक अधिकारी कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था। अधिकारी के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को पृथक कर दिया गया है। डीजी (माहेश्वरी) अधिकारी के अप्रत्यक्ष संपर्क में आए थे और प्रोटोकॉल के अनुसार वह भी पृथक वास में रह रहे हैं।’’दीनाकरण ने बताया कि संक्रमित पाए गए सीआरपीएफ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अलावा किसी में भी कोई लक्षण नहीं दिखे हैं। उन्होंने रविवार को कहा, ‘‘हालांकि एहतियातन तौर पर डीजी ने इस श्रृंखला को तोड़ने के लिए सभी संबंधित लोगों को अपनी आवाजाही रोकने तथा घर से काम करने की सलाह दी है। डीजी ने इस प्रोटोकॉल का पालन करके खुद एक उदाहरण पेश किया है।’’सीआरपीएफ ने कोविड-19 लॉकडाउन के बीच परेशानी में फंसे तथा जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए देशभर में अपनी इकाइयों को निर्देश दिए हैं तथा उसने इस विषाणु और इससे संबंधित मुद्दों से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए कश्मीर स्थित प्लेटफॉर्म ‘‘मददगार’’ के जरिए एक हेल्पलाइन शुरू की है।

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