हिमाचली अधिकारी को कोरोना महामारी के दौरान बच्चों की शिक्षा में अहम योगदान के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार
दिल्ली। केन्द्रीय शाशित (यू.टी) कैडर के हिमाचली मूल के उच्चाधिकारी कुलदीप सिंह ठाकुर को कोरोना महामारी के दौरान अप्रवासी मजदूरों तथा झुग्गी झोपड़ी में रहने बाले बच्चों की निर्बिघ्न शिक्षा जारी रखने के लिए किये गए योगदान के लिए उन्हें इन्द्रप्रस्थ शिक्षा एवं खेल विकास संगठन द्वारा डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम नेशनल आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
गत रात्री राजधानी दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में समाज के गणमान्य ब्यक्तियों की उपस्थिति में यह पुरस्कार प्रदान किया गया। श्री कुलदीप सिंह ठाकुर मुलत हमीरपुर जिला के बिझड़ी तहसील के अन्तर्गत पंथयानी गांव के निबासी हैं। उन्होंने कोरोना काल में स्कूलों के बन्द हो जाने के बाद गरीबी के कारण वर्चुअल माधयम से शिक्षा ग्रहण करने में असमर्थ अप्रवासी मजदूरों तथा झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को एक अभियान चला कर क्राउड फण्डिंग के माध्यम से जनसाधारण से चन्दा इकठा करके शिक्षा जारी रखने के लिए जरूरी सुबिधायें उपलब्ध करबायिं तथा बच्चों की शिक्षा में हुई प्रगति को मॉनिटर करने के लिए स्वंय खुले आसमान में इन बच्चों की कक्षाएँ ली जिसे बड़े पैमाने पर सराहा गया।
हिमाचल मित्र मण्डल नई दिल्ली के मुख्य संगरक्ष श्री किशोरी लाल शर्मा ने श्री कुलदीप सिंह ठाकुर को बधाई देते हुए कहा की यह राजधानी दिल्ली में रहने बाले समूचे पहाड़ी समाज का सम्मान है कहा की इससे दिल्ली में हिमाचलियों का गौरव और समान बढ़ा है तथा उन्हें उनके मिशन में हर सम्भब सहायता देने की पेशकश की।
श्री कुलदीप सिंह ठाकुर एक सामान्य परिवार में पैदा होकर अपनी मेहनत, दृढ़ संकल्प और समर्पण के बल पर इस प्रतिष्ठित पर पर पहुंचे हैं।
कुलदीप सिंह ठाकुर ने एल एल एम् तक कानून की शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एम् फिल तथा अनेक उच्च डिग्रीयां ग्रहण की हैं।