चाकमा जनजाति का बीजू उत्सव बड़ी धूमधाम रंगारंग एव परंपरागत तरीके से सम्पन्न
नई दिल्ली। श्रीमंत शंकर देव भवन सत्संग विहार मार्ग दिल्ली में चाकमा जनजाति के लोगों ने प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले बीजू त्यौहार को बड़े रंगारंग एव परंपरागत तरीके से मनाया। बीजू उत्सव चाकमा समाज द्वारा प्रतिवर्ष बड़े धूमधाम के साथ पूरे विश्व में मनाया जाता है। यह उत्सव अप्रैल महीने की 13 से 15 तारीख तक नए वर्ष के स्वागत में मनाया जाता है। जिसमें चाकमा जनजाति के लोग विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम नए नए कपड़े पहनना घर की सफाई बुजुर्गों का पैर धोकर सम्मान करना और घरों में घूम घूम कर पाजन तोन जिसे हिंदी में 8-10 प्रकार की सब्जियों का एक साथ बनाया गया सब्जी खीर इत्यादि बनाकर कार्यक्रम करते हैं। बीजू उत्सव चाकमा समाज में अनादि काल से ही मनाया जाता है। बीजू उत्सव असम में मनाई जाने वाली बिहू उत्सव से काफी मिलता जुलता त्यौहार है यह उत्सव चाकमा जनजाति के लोग जब अपने झूम खेत में धान पकते हैं उस सिलसिले में भी मनाया जाता है। बीजू उत्सव का आखरी दिन यानी 15 अप्रैल को चाकमा समाज के लोग मंदिर में जाकर पूजा करते हैं। और नए साल में सभी के लिए मंगलमय दिन आए ऐसी कामना करते हैं। इस प्रकार चाकमा समाज में बीजू उत्सव का बड़ा महत्व है। यह उत्सव चाकमा जनजाति के लोगों के लिए सामाजिक सांस्कृतिक धार्मिक और परंपरागत रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण है। चाकमा बीजू उत्सव नई दिल्ली में भी बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। दिल्ली-एनसीआर में रह रहे लगभग 400 चाकमा भाई बहन इकट्ठे हुए और रंगारंग कार्यक्रम का आनंद उठाया। इस अवसर पर नई दिल्ली के नार्थ ईस्ट सेंटर के डायरेक्टर आशीष भावे मुख्य अतिथि के तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष शक्ति सिंह गेस्ट ऑफ ऑनर राइट्स एंड रिस्क एनालिसिस ग्रुप के डायरेक्टर सुहास चाकमा और मिस रिंकी चाकमा एफबीबी मिसेज फेमिना मिस इंडिया त्रिपुरा 2017 प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।