Wednesday, May 15, 2024
लाइफस्टाइलसौंदर्य

ऐलोवेरा में छिपा है सौन्दर्य और सेहत का खजाना

अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ तथा हर्बल क्वीन

-शहनाज हुसैन
एलोवेरा चेहरे के लिए अमृत और औषधीय गुणों का भण्डार है। एलोवेरा के कण कण में सुन्दर और स्वस्थ रहने के अनेक राज छुपे हैं। इसे प्राचीन समय से ही स्वास्थ्यप्रद गुणों के लिए जाना जाता है तथा यह आर्युवेद का अभिन्न अंग माना जाता हैं। एलोवेरा में मिनरल्स, एमिनो एसिड, एन जाइम, विटामिन जैसे लाभप्रद तत्व पाए जाते हैं जोकि अनेक बिमारियों के उपचार में सहायक होते हैं।
इसे संस्कृत में घृतकुमारी के अलावा ग्वारपाठा, घीकवार आदि विभिन्न नामों से भी जाना जाता है। सामान्यता बगीचों/घरों में छोटे-छोटे गमलों में भी उगने वाला एलोवेरा का पौधा जहां घर की शोभा बढ़ाता है वहीं दूसरी और औषधीय और सौन्दर्य के लिए भी प्रयोग किया जाता है। एलोवेरा को बाहरी और आंतरिक सौंदर्य दोनों के लिए उपयोग किया जाता है। ऐलोवेरा को कलीनजर, माइस्चराइजर जैसे सौन्दर्य प्रसाधनों में मुख्य घटक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
अनेक बहुराष्ट्रीय कम्पनियां एलोवेरा को अनेक सौन्दर्य प्रसाधनों में उपयोग करती हैं वहीं दूसरी ओर आयुर्वेदिक कम्पनियाँ एलोवेरा जूस का जमकर व्यापार करती हैं। एलोवेरा जूस के नियमित सेवन से जहाँ शरीर में होने बाली पौषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है वहीं शरीर में होमोग्लोबिन की कमी को पूरा करके अनेक रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता भी पैदा करता है। यह पूरे शरीर का काया कल्प करता है।
एलोवेरा जैल/जूस को मेहँदी में मिलाकर बालों में लगाने से आपके बाल मुलायम, काले, चमकदार और स्वस्थ्य हो जायेंगे। एलोवेरा जूस के नियमित सेवन से कब्ज की बीमारी दूर होती है जिससे पेट से जुड़े रोग खत्म हो जाते हैं। ऐलोवेरा अस्ट्रिन्जन्ट क्रिया करके त्वचा को कसकर बांध देता है जिससे समय से पूर्व झूर्रियां नहीं आती तथा बूढापे को रोकने में मददगार साबित होता है। एलोवेरा जूस के नियमित सेवन से शरीर में खून की कमी दूर होती है जिससे चेहरे पर झुर्रियां। फाइन लाइन्स आदि पैदा नहीं होती। यह वजन कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है तथा शरीर को जरूरी ऊर्जा तथा पौषण प्रदान करता है। एलोवेरा को सरसों के तेल में गर्म करके लगाने से जोड़ों का दर्द कम होता है। ऐलोवेरा के पौधे में आर्द्रता रोेकने की भरपूर क्षमता होती है। यह ताकतवर प्राकृतिक माॅइस्चराइजर माना जाता है तथा आर्द्रता को रोकने में कार्य करता है। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को मुलायम बनाता है तथा उन्हें हटानें में मदद करता है जिससे त्वचा कोमल तथा चमकदार बनती है। आजकल के शुष्क मौसम में ऐलोवेरा द्वारा त्वचा तथा बालों की देखभाल काफी लाभदायक मानी जाती है।
वास्तव में ऐलोवेरा त्वचा में आर्द्रता की क्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। जिससे त्वचा सामान्य रूप से कार्य करती है। इसकी आर्द्रता, मुलायमपन, शांतिदायक तथा उपराचात्मक गुणों की वजह से यह सूर्य की गर्मी से प्रभावित त्वचा को सामान्य बनाने में प्रभावशाली परिणाम दिखाता है।
ऐलोवेरा में एंटी आॅक्सीडेंट गुण विद्यमान होते हैं जोकि त्वचा की कोशिकाओं के नवीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करती है। ऐलोवेरा के उत्पादो के लगातार प्रयोग से त्वचा पर उम्र के प्रभाव केा कम करने में मदद मिलती है तथा झुर्रियों आदि को रोकने में प्रभावी होते है।
ऐलोवेरा जैल त्वचा की नई कोशिकाओं की उत्पत्ति में भी सहायक होता है एवं त्वचा के विभिन्न रोगों का उपचार करता है तथा सामान्य प्रसाधन सामग्री में भी मदद साबित होता है।
ऐलोवेरा को घरेलू उपचार के तौर पर भी प्रयोग किया जा सकता है ऐलोवेरा जैल या जूस को त्वचा पर सीधा अप्लाई किया जा सकता है। पौधे से निकाला गया जैल पत्ते की लुगदी होती है तथा पत्तियों के अन्दरूनी हिस्सों में पाई जाती है। पत्तियों के बाहरी भाग के नीचे से ऐलो जूस निकाला जाता है। ऐलोवेरा को घरेलू उपचार के तोर पर प्रयोग करने में पहले पौधे को पूरी तरह धो लेना चाहिए तथा पूरी स्वच्छता का ध्यान देना चाहिए।
ऐलोवेरा जूस या जैल को प्रतिदिन चेहरे पर 20 मिनट तक लगाकर साफ ताजे पानी से धो डालना चाहिए। यह त्वचा को मुलायम तथा आर्द्रता बनाए रखने में मदद करता है। यदि इसका नियमित रूप से सेवन किया जाए तो यह त्वचा के यौवन को बरकरार रखने में मददगार साबित होता है। त्वचा में नमी प्रदान करने के लिए एक कटोरी में दो चम्मच एलोवेरा जैल और दो चम्मच बादाम तेल मिलाकर सोने से पहले चेहरे पर लगा लें।
ऐलोवेरा सर्दियों में विशेष रूप से लाभदायक साबित होता है क्योंकि यह त्वचा के रूखेपन को दूर करके त्वचा को मुलायम संरचना को बरकरार रखता है। यह सूर्य की गर्मी से प्रभावित त्वचा को शंात करने में भी मदद प्रदान करता है। यह त्वचा को तैलीय बनाए बगैर त्वचा में नमी को बनाए रखने में मदद प्रदान करता है।
ऐलोवेरा का जूस सूजी हुई नसों के उपचार में भी मददगार साबित होता है। जूस को प्रभावित क्षेत्रा में सीधे लगाइए। यह त्वचा में धाव, संक्रमण आदि के उपचार में प्रभावी साबित होता है तथा त्वचा को कोमल तथा मुलायम बनाता है। ताजे ऐलोवेरा जैल के प्रयोग से त्वचा के बाहरी हिस्से के उपचार में मदद मिलती है तथा ऐलो वेरा पौधे में विद्यमान पौषक मिनरल जिक एंटी इनफलेमेटरी का कार्य करता है तथा त्वचा में सूजन को रोकता है।
चेहरे पर झुर्रियां मिटाने के लिए एलोवेरा का गूदा और बेसन मिलाकर बने लेप को चेहरे पर लगा कर बाद में ताजे साफ पानी से धो डालिये। इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में दो बार कर सकती हैं।
गर्मियों के दिनों में सूर्य की तेज धूप की बजह से त्वचा में कालापन अक्सर आ जाता है। इस कालेपन को रोकने के लिए एलोवेरा के गूदे में निम्बू का रश मिलाकर त्वचा पर लगा कर आधे घण्टे बाद ताजे साफ पानी से धो डालिये। गर्मियों में आप इसे हफ्ते में तीन बार दोहरा सकते हैं।
कील मुहांसों की समस्या से हमें अक्सर जूझना पड़ता है। एलोवेरा जैल में गुलाब जल मिलाकर बने पेस्ट को आधा घंटा तक लगाने के बाद साफ ताजे पानी से धो डालने से इस समस्या का समाधान मिल सकता है, इसे आप हफ्ते में तीन दिन तक दोहरा सकते हैं।
अगर आपके बाल सामान्य हैं तो आप एलो वेरा जेल/जूस सीधे बालों पर लगा कर बाद में बालों को धो डालिये। इससे बल घने मुलायम तथा चमकदार हो जायेंगे।
अगर आप बालों में रुसी से परेशान हैं तो एलो वेरा जेल में निम्बू का रस और दही मिलाकर बने मिश्रण को बालों में लगा कर कुछ समय बाद ताजे। साफ पानी से धो डालिये। एलो वेरा जैल और नीम के पत्ते का काढ़ा बना कर इस्तेमाल करने से भी बालों में रुसी की समस्या से निजात मिल जाती है। एलोवेरा जैल में प्याज का रश, कड़ी पते का रस, गुड़हल के फूल का रस मिलकर इसे तेल में डाल दें। इस मिश्रण को रात को सोती बार बालों की जड़ों में लगा कर सुबह ताजे ठन्डे पानी से धो डालिये। इसे आप नियमित रूप से प्रयोग कर सकते हैं तथा इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं।
ऐलोवेरा को फेसमास्क में भी उपयोग में लाया जा सकता है। एक चम्मच जेई या मुल्तानी मिट्टी, एक चम्मच संतरे की छाल का पाऊडर, दही तथा एक चम्मच ऐलोवेरा जैल मिलाकर इस मिश्रण को त्वचा पर 30 मिनट तक लगाकर त्वचा को धो डाले।
ऐलोवेरा को बालों को सुन्दरता में भी प्रयोग किया जा सकता है। जैल को बालों पर 20 मिनट तक लगाने के बाद धो डालें। उससे बाल मुलायम तथा चमकीले बन जाते है।
ऐलोवेरा को हेयर पैक में भी प्रयोग किया जा सकता है। ऐलोवेरा का क्लीनिजिंग पैक बनाने के लिए बेसन, दही तथा एक चम्मच ऐलोवेरा जैल को मिलाकर पेस्ट बनाकर बालों मंे लगा लीजिए तथा इस मिश्रण को आधा घंटे बाद धो डालिए।
यदि आपके बाल अत्यधिक शुष्क, रूखे तथा नाजुक हो तो एक अण्डा, एक चम्मच अरंडी का तेल, नींबू जूस, तथा एक चम्मच ऐलोवेरा जैल को मिलाकर इस मिश्रण को बालों पर लगाकर सिर पर प्लास्टिक टोली पहन लीजिए तथा बालेां को आधा घंटा बाद ताजे स्वच्छ जल मंे धो डालिए।

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