ईपीएस-95 खाताधारकों को ‘सम्मानपूर्वक पेंशन देने के लिए सरकार वचनबद्ध’ : पीएम मोदी
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के ईपीएस-95 पूर्व कर्मचारियों व पीड़ित पेंशनभोगियों ने कल दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मथुरा सांसद हेमा मालिनी ने पीड़ित खाताधारकों व पीएम मोदी के बीच इस मुलाकात की अगुवाई की।
ईपीएस-95 नेशनल एक्शन कमेटी (एनएसी)’ के अध्यक्ष, कमांडर अशोक राउत (सेवानिवृत्त), ने इस मौके पर कहा, ‘ये बहुत सन्तोषजनक है कि प्रधानमंत्री ने हमारी माँगों को सुना और उचित कार्रवाई का भरोसा जताया। मोदी जी के आश्वासन के बाद आज सभी शोषित खाताधारकों के जीवन में प्रकाश की एक किरण दिखाई पड़ रही है। पीएम ने कहा कि सम्मानपूर्वक पेंशन देने के लिए सरकार वचनबद्ध है, और पेंशनधारकों के प्रति उनकी पूरी सहानुभूति है। मथुरा सांसद हेमा मालिनी जी का बहुत-बहुत आभार कि उन्होंने हमारा दर्द समझा और प्रधानमंत्री तक हमारी आवाज पहुंचाई।’
पिछले पाँच सालों से देशभर में ईपीएस-95 के कर्मचारियों द्वारा व्यापक आंदोलन किया जा रहा है। देश के 25 से ज्यादा राज्यों से पीड़ित पेंशनभोगियों ने सरकार से गुहार लगाई थी उनके अधिकारों की रक्षा की रक्षा की जाए। पूर्व में उन्होंने पूरे दलबल के साथ प्रधानमंत्री आवास तक विरोध मार्च निकाला था लेकिन कोई बात नहीं बनी थी। अपनी माँगों को लेकर देशभर में वे लगातार विरोध प्रदर्शन करते आये थे।
पिछले दिनों पेंशनभोगियों ने भारत सरकार के राज्यमंत्री, पीएमओ, श्री जितेंद्र सिंह से भी मुलाकात कर ज्ञापन भी सौंपा था और ईपीएफ की शिकायत की थी। ज्ञात हो कि पिछले 437 दिनों महाराष्ट्र के बुलडाणा में श्रीमती शोभा आरस ईपीएस-95 की माँगों को लेकर जिला अधिकारी के दफ्तर के सामने अनशन कर रही हैं। वो चाहती हैं कि कोशियारी कमिटी की सिफारिशों को लागू किया जाए।
गौरतलब है कि पूर्व कर्मचारियों के वेतन का बारह प्रतिशत हिस्सा भविष्य निधि को जाता है। साथ ही सरकार की तरफ से भी योगदान राशि दी जाती है। लेकिन आज ईपीएस 95 के पेंशनभोगियों का आरोप है कि ईपीएफओ ने मासिक पेंशन के रूप में कटौती की जाने वाली राशि को इसके लाभार्थियों को नहीं दिया। इस अनदेखी से कई पेंशनभोगियों के परिवार हाशिये पर है।
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद पेंशनधारकों में खुशी की लहर है। कमांडर अशोक राउत के साथ इस बैठक में समिति के महासचिव बिरेन्द्र सिंह, मुख्य सलाहकार पीएन पाटिल, उपाध्यक्ष आसाराम शर्मा, मथुरा मंडल के अध्यक्ष पुरण सिंह तथा मुख्य समन्वयक रंजीत सिंह मौजूद थे।