राष्ट्रीय

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विधान मंडलों के अध्यक्षों से किया वर्चुअल संवाद

-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन ही सबसे मजबूत कवच है। अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस से केंद्र एवं राज्य सरकारों ने देश भर में सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन अभियान को वृहद स्वरूप दिया है। ऐसे में देश की सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को भी आगे आकर इस अभियान को मजबूत बनाने में अपनी भूमिका चाहिए। वे मंगलवार को देश भर के विधानमंडलों के अध्यक्षों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे।
बिरला ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाओं और उनमें निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का आमजन से सीधा जुड़ाव होता है। कोविड के दौरान राहत कार्यों का नेतृत्व कर जनप्रतिनिधियों ने इस जुड़ाव को और मजबूत किया है। अब जब कोरोना की दूसरी लहर लगभग नियंत्रित हो चुकी है, ऐसे में जनप्रतिनिधियों का दायित्व है कि वे संभावित तीसरी लहर को सच्चाई नहीं बनने दें।
उन्होंने कहा कि तीसरी लहर को रोकने और कोरोना से देश की जनता की रक्षा का सर्वश्रेष्ठ माध्यम वैक्सीनेशन ही है। इसको देखते हुए संसद, विधानसभाएं, जिला परिषदें, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों के सदस्य अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए आगे आए और लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रोत्साहित करें।
बिरला ने कहा कि इसी के साथ हमें वैक्सीनेशन के प्रति आमजन के मन में जो शंकाएं और भ्रम हैं, उनको भी दूर करना होगा। जनता का जनप्रतिनिधि पर विश्वास होता है। जनप्रतिनिधि उन्हें बताएं कि वैक्सीनेशन पूरी तरह सुरक्षित है और कोरोना के खिलाफ सबसे सशक्त माध्यम है।

  • ’दो वर्ष के अनुभव किए साझा’

इस दौरान बिरला ने विधानमंडलों के अध्यक्षों और प्रतिनिधियों से लोकसभा अध्यक्ष के रूप में दो वर्ष के कार्यकाल के अनुभव भी साझा किए। बिरला ने उन्हें बताया कि लोकसभा में सदन के नेता प्रधानमंत्री और सभी दलों के नेताओं के सामूहिक प्रयासों से कार्य उत्पादकता बढ़ी तथा विषयों व विधेयकों पर चर्चा की गुणवत्ता में अभिवृद्धि हुई। सदन में सभी दलों के नेताओं को अपनी बात रखने के पर्याप्त समय व अवसर उपलब्ध करवाए गए जिससे जनभावनाओं की सदन में सशक्त अभिव्यक्ति हो सकी। इस दौरान पांचों सत्रों में सदन ने 122.2 प्रतिशत उत्पादकता हासिल की और 107 विधेयक पारित किए जो पिछली लोकसभाओं की तुलना में कहीं अधिक है।

  • ’लोकतांत्रिक संस्थाओं को बनाएं सशक्त’

इस अवसर पर बिरला ने सभी विधान मंडलों के अध्यक्षों और प्रतिनिधियों से लोकतांत्रिक संस्थाओं को सशक्त व मजबूत बनाने का आव्हान किया। बिरला ने कहा कि हमें देश की जनता विशेषकर युवाओं को संवैधानिक मूल्यों से रूबरू करवाना होगा। कोरोना के चलते फिजिकल कार्यक्रम संभव नहीं हैं, लेकिन इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म और तकनीक का भरपूर उपयोग किया जाए।

  • परिवारों का सहारा बने’

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोरोना के दौरान कई ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने अपने माता-पिता या परिवार की आय अर्जित करने वाले सदस्य को खो दिया। हमें ऐसे बच्चों को सहारा देना है। हम सामूहिक प्रयासों से ऐसे बच्चों की शिक्षा कौशल प्रशिक्षण तथा विवाह योग्य बेटियों के कन्यादान की व्यवस्था करें। कोटा में ऐसे बच्चों की स्कूलों में निशुल्क शिक्षा व्यवस्था तथा कोचिंग संस्थानों में निशुल्क कोचिंग में आवास की व्यवस्था की गई है। विधान मंडलों के अध्यक्ष भी अपने-अपने राज्यों में इस तरह के प्रयास करें

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