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NICE क्रॉसवर्ड प्रतियोगिता-2023, क्रॉसवर्ड में रूचि रखने वाले लोगों को आकर्षित करेगा, अपने दिमाग को चुनौती देने के लिए युवाओं का आहवान किया : पीएम नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) अपने नेशनल इंटरकॉलेज क्रॉसवर्ड एक्सपीडिशन (NICE) के दूसरे संस्करण का आयोजन करने जा रहा है। इसके लिए एआईसीटीई ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। यह आयोजन मार्च से अगस्त के बीच तीन चरणों में ऑनलाइन/ऑफलाइ मोड़ पर की जाएगा। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रतियोगी आधिकारिक वेबसाइट www.cryplicsingh.com पर नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन कर सकते है। प्रतियोगिता में देश के मान्यता प्राप्त कॉलेज और यूनिवर्सिटीज के छात्र नाइस-23 में हिस्सा ले सकते हैं। प्रतियोगिता का यह संस्करण नई दिल्ली में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग (एनईआईटीआईई) और संपूर्ण शैक्षिक माहौल को बढ़ावा देने के लिए सिविल सोसाइटी की पहल एक्सट्रा-सी के बीच साझेदारी में आयोजित किया जा रहा है। इस बार क्रॉसवर्ड प्रतियोगिता का दायरा बढ़ाया गया है, जिसे हाइब्रिड मोड फॉर्मेट में आयोजित किया जाएगा। प्रतियोगिता में प्रतियोगी के लिए पहले एक मॉक राउंड शामिल किया गया है, जिससे वे मानसिक रूप से तैयार हो सकेंगे।
क्रॉसवर्ड एक्सपीडिशन के दूसरे संस्करण के संबंध में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा कि नेशनल इंटर कॉलेज क्रॉसवर्ड एक्सपेडिशन-2023 युवाओं, विशेषकर क्रॉसवर्ड में रूचि रखने वाले लोगों को आकर्षित करेगा। उन्होंने क्रॉसवर्ड के साथ अपने दिमाग को चुनौती देने के लिए युवाओं को तैयार होने का आहवान किया, NICE 23 में भाग लें, एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता और प्रमाण पत्र और पुरस्कार जीतें।
एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टी जी सीताराम ने कहा कि क्रॉसवर्ड के साथ अपने दिमाग को चुनौती देने के लिए युवाओं को तैयार होने, क्रॉसवर्ड में रूचि रखने वाले लोगों को प्रेरित करना उनके देश व छात्रों के प्रति लगावा को दर्शाता है। प्रोफेसर टीजी सीताराम ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप और उसी की तर्ज पर पिछले साल यह पहल की गई थी। पिछले साल क्रॉसवर्ड प्रतियोगिता को मिली पहचान और सकारात्मक नजरिय़े को देखते हुए एआईसीटीई इस बार छात्रों की बौद्धिक क्षमता को और निखारने और उनमें छिपी अनगिनत संभावनाओं को नए रूप में उभारने के लिए नाइस-23 का आयोजन करेगा।
वहीं एआईसीटीई के उपाध्यक्ष अभय जेरे ने कहा कि 2 अप्रैल को मॉक प्रैक्टिस टेस्ट होगा, जिससे छात्रों को इस प्रतियोगिता के पैटर्न से परिचित कराया जाएगा। ताकि इस टेस्ट से छात्रों का प्रतियोगिता से डर दूर हो सके। इसके चार प्रतिस्पर्धी ऑनलाइन राउंड होंगे। ये राउंड 9, 16, 23 और 30 अप्रैल को पड़ने वाले रविवार को आयोजित किए जाएंगे। जिनके नाम क्रमश: एनएआई, सी, ई रखे गए हैं। इसमें अलग-अलग प्रतियोगियों को उनके साथ दिए गए हिंटस के साथ चार क्रॉसवर्ड पहेलियां सुलझानी होगी।
एंड्रॉयड यूजर्स के लिए ‘नाइस-22’ ऐप और nice.crypticsingh.com पर हर रविवार को सुबह 10.30 बजे क्लू पोस्ट किए जाएंगे। फिर उसी दिन शाम को 5 बजे तक छात्रों को अपने जवाब जमा करने होंगे। जिस छात्र ने सबसे ज्यादा तेजी से सही जवाब दिए होंगे, उसे 1000 पॉइंट्स दिए जाएंगे। छात्रों के जवाब उनके द्वारा लिए गए समय और सही जवाब के आधार पर घटते हुए क्रम में चलेंगे।
दूसरा चरण प्रतियोगिता का ऑफलाइन राउंड होाग। इसमें भाग लेने वाली शिक्षण संस्थाओं के 2 टॉप-परफॉर्मर्स की दो सदस्यीय टीम बनाएंगे, जो जोनल राउंड में उनके संस्थान का प्रतिनिधित्व करेगी। हर जोन में दो राउंड होंगे। प्रारंभिक रूप से रिटन राउंड में प्रतियोगिता में भाग ले रहे शिक्षण संस्थानों की ज्यादा से ज्यादा 50 टीम प्रतियोगिता की मेजबानी करने वाले संस्थान के यहां आपस में प्रतिस्पर्धा करेंगी। ऑन-स्टेज जोनल फाइनल के लिए बेहतर प्रदर्शन करने वाली छह टीमों को चुना जाएगा।
तीसरे चरण में 5 जोन उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम और उत्तर पूर्व होंगे। प्रतियोगिता के तीसरे चरण में जुलाई-अगस्त के बीच दिल्ली में होने वाले नेशनल फाइनल में हर जोन की टॉप 3 टीमें क्वॉलिफाई करेंगी। नेशनल फाइनल में दो सीरीज रिटर्न प्रीलिम्स और ऑनस्टेज जी-20 राउंड होंगी। इसमें प्रतियोगिता में भाग ले रही सभी टीमों को शामिल होने का मौका मिलेगा। क्वॉर्टर फाइनलिस्ट का चयन रिटन राउंड और जी-20 राउंड के स्कोर के आधार पर होगा। इसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल खेला जाएगा। दूसरे और तीसरे चरण के शेड्यूल की घोषणा समय पर की जाएगी।
एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रोफसर राजीव कुमार ने कहा कि पिछले साल नाइस का उद्घाटन एनईपी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए किया गया। यह पहल कैंपस की जिंदगी को जिंदादिली बनाने के लिए की गई। इस प्रतियोगिता में छात्रों की सोचने-समझने की क्षमता को बेहतर बनाने और विश्व में एक पहचान बनाने पर मुख्य रूप से ध्यान दिया गया। बता दें कि साल 2022 में प्रतियोगिता के उद्घाटन संस्करण में आईआईटी दिल्ली विजेता रही थी। आईआईटी कोझिकोड की टीम दूसरे नंबर पर और बेंगलुरु के श्री अटलबिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज और रिसर्च इंस्टिट्यूट की टीम तीसरे स्थान पर रही थी।

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