सामाजिक

महिलाओं के जीवन के विभिन्न चरणों की स्वास्थ्य समस्याओं पर आधारित पीसीओएस सोसाइटी का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न

एंड्रोजन एक्सास और पीसीओएस सोसाइटी के सहयोग से पीसीओएस सोसाइटी ऑफ इंडिया की तीसरी वार्षिक कांग्रेस गुरुग्राम में आयोजित की गई। चूंकि, पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (पीसीओएस) महिलाओं को उनके जीवन के सभी चरणों में प्रभावित करता है, इसलिए इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का केंद्र बिंदु ‘पीसीओएसरू जीवन चक्र के माध्यम से’ रखा गया था।
सम्मेलन आयोजित करने के पीछे का मुख्य उद्देश्य जीवन के विभिन्न चरणों पर ध्यान केंद्रित करना था, जिसमें जन्मकुंडली, बचपन, किशोरावस्था, प्रजनन और बाद में रजोनिवृत्ति की अवधि भी शामिल थीं। उल्लेखनीय है कि ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ निकट है, इसलिए पूरा डॉक्टर महकमा महिला स्वास्थ्य के एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए एक साथ मौजूद थे। इस कार्यक्रम को पीसीओएस की नए अध्यक्ष डॉ. रेखा शर्मा, पद्मश्री से सम्मानित प्रोफेसर अल्का कृपलानी, कनाडा के मॉन्ट्रियल स्थित मैकहिल विश्वविद्यालय के डॉ. टोगस तुलंदी, पीसीओएस सोसाइटी आॅफ इंडिया के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. दुरु शाह, पीसीओएस सोसाइटी सम्मेलन के वैज्ञानिक अध्यक्ष माधुरी पाटिल, एई-पीसीओएस सोसायटी की सीईओ एनरिको कारमिना, पीसीओएस सोसाइटी के द एई अध्यक्ष हेलेना टेडे और कई अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्व का सान्निध्य हासिल था।
आयोजन में मुख्य सम्मेलन के अलावा तीन प्री-कांग्रेस कार्यशालाएं भी शामिल थीं, जिसमें दोनों विषयों के गहन ज्ञान को संवादात्मक तौर पर बढ़ावा दिया गया था, जिसमें विशेषज्ञों सहित दवा के विभिन्न विषयों के लिए सलाह, जटिल अंतःस्रावी समस्या को समझना जैसे विषय शामिल थे। समारोह के दौरान पहली बार ‘पीसीओएस प्रैक्टिशनर’ परीक्षा और सम्मेलन के दौरान ‘पीसीओएस क्विज’ का आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि पीसीओएस का गठन 6 अगस्त, 2015 को किया गया था, जिसके तीत एक नई सोसाइटी बनाई गई थी, जिसे ‘पीसीओएस सोसाइटी’ (इंडिया) कहा जाता है, जो पीसीओएस के विषय पर केंद्रित है। यह एक बहु-अनुशासनात्मक सोसायटी है और इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ, एंडोक्राइनोलॉजिस्ट, त्वचा विशेषज्ञ और सभी स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं, जो पीसीओएस रोगियों से निपटते हैं।

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