उ. प्र. के श्रावस्ती जिले में कुपोषण कम करने में मिली बड़ी सफलता
उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में कुपोषण से लड़ने में बड़ी सफलता मिली है। बाल कल्याण के क्षेत्र में प्रयासरत संगठन बाल रक्षा भारत की पहल सेक्षेत्र मेंबच्चों के पोषण की स्थिति मेंसुधार आया है। बाल रक्षा भारत नेयहांकी 167 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा संगिनियों और एएनएम को पोषण ट्रैकर व ई-कवच एप्लि केशन का प्रयोग करनेऔर ट्रिपल बर्डन केस ऑफ मालन्यूट्रिशन (टीबीएम) की रिपोर्टिं ग एवं उनके दस्तावेजीकरण को लेकर प्रशिक्षित किया है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप सीवि यर एक्यूट मालन्यूट्रिशन (एसएएम) और मॉडरेट एक्यूट मालन्यूट्रिशन (एमएएम) के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। यहांजून, 2023 में इफिशिएंसी ऑफ न्यूट्रि शन रेट 92.77 प्रतिशत था, जो जनवरी, 2024 में 98.11 प्रतिशत पर पहुंच गया। यहांके 177 आंगनवाड़ी केंद्रों में से 95 ने100 प्रतिशत मेजरमेंट इफिशिएंसी प्राप्त कर ली है। बाल रक्षा भारत द्वारा ‘स्ट्रेंथनि गं एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम’ (आकांक्षी ब्लॉक को मजबतू करने की पहल) के सफल क्रियान्वयन से28,000 सेअधि क बच्चों को लाभ हुआ है। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य नीति आयोग की तरफ सेचुनेगए उत्तर प्रदेश के आकांक्षी जिले श्रावस्ती के आकांक्षी ब्लॉक जमुनहा मेंपोषण की स्थि ति सुधारना और सरकारी सेवाओंतक पहुंच को वि स्तार देना है।
इस उपलब्धि पर बधाई देतेहुए आईएएस एवंआईसीडीएस डायरेक्टर, उत्तर प्रदेश श्रीमती सरनीत कौर ब्रोका नेकहा, ‘बच्चों में पोषण एवंस्वस्थ वि कल्पों को बढ़ावा देनेके लिए हमें एक रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। जानकारीपूर्ण वीडियो के माध्यम से महिलाओं को शिक्षित एवं सशक्त बनाना इसका हि स्सा है, जो समग्र बाल कल्याण के महत्व को रेखांकि त करता है।
सार्थक बदलाव को प्रेरित करनेकी शुरुआत स्वास्थ्य को प्राथमि कता देनेएवंकल्याण को बढ़ावा देने वाली संस्कृति को विकसित करने से होती है। बाल रक्षा भारत ने इस परि वर्तन को लानेकी दिशा मेंउल्लेखनीय समर्पण एवं प्रभावशीलता प्रदर्शित की है। उनके साथ जुड़कर हमनेमेजरमेंट इफि शि एंसी मेंउल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।’
बाल रक्षा भारत के सीईओ सदुर्शन सचु ी ने कहा, ‘स्ट्रेंथनि गं एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम’ के साथ हमारा मिशन यह सनिुश्चित करना हैकि जमुनहा ब्लॉक के प्रत्येक बच्चेको स्वस्थ और टि काऊ जीवन के लिए पर्याप्त पोषण मि ले। इस पहल का उद्देश्य डाटा प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना और पोषण संबंधी प्रयासों की कुशल नि गरानी सुनि श्चि त करना है। इसके अलावा, फ्रंटलाइन हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स को ट्रिपल बर्डन केस की रिपोर्टिंग एवं दस्तावेजीकरण का प्रशिक्षण भी दि या गया है।’ उन्होंनेआगेकहा, ‘पोषण के मामले में बेहतर परि णामों के लिए एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम को मजबूत करना बाल रक्षा भारत के
व्यापक लक्ष्य के अनुरूप है। इसके तहत यह सुनिश्चित कि या जाता हैकि पांच साल सेकम उम्र के कि सी बच्चे की मौत ऐसे किसी कारण सेन हो, जि सेटालना संभव है।’
बाल रक्षा भारत का उद्देश्य हाशि ए पर जी रहेबच्चों एवंपरि वारों के स्वास्थ्य, पोषण व कल्याण को मजबूत करनेके सरकार के मिशन को आगेबढ़ाना है। संगठन ने शिशुओं एवं छोटे बच्चों में बीमारियों व अल्प पोषण के विभिन्न कारकों पर ध्यान दि या है।
डाटा-संचालित पहल एवंसामुदायि क जुड़ाव के माध्यम से संगठन का लक्ष्य ऐसा भविष्य तैयार करना है, जहां हर बच्चा आगे बढ़ सके।