सामाजिक

रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली साउथ एवं द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन ने वृद्धों के लिए नए घर का उद्घाटन किया

गुरुग्राम। रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली साउथ (आरसीडीएस) ने द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन (टीईएसएफ) के साथ मंडावर गाँव में एक नए ओल्ड एज होम का उद्घाटन किया है। यह समुदाय में वृद्धों को आवास और देखभाल प्रदान करने की संगठन की प्रतिबद्धता की ओर एक महत्वपूर्ण प्रगति है।
भारत में वृद्धों की तेजी से बढ़ती आबादी के साथ एक महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय परिवर्तन हो रहा है। हाल ही में आयी रिपोर्ट्स के मुताबिक 60 साल या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों की संख्या स्थिर रूप से बढ़ रही है। एक अनुमान से 2023 में भारतीय आबादी में 140 मिलियन से ज्यादा लोग वरिष्ठ नागरिक हैं। आने वाले सालों में यह संख्या बढ़ती चली जाएगी, जिससे इस आबादी की चुनौतियों का समाधान करना बहुत आवश्यक हो जाएगा। परिवार की उपेक्षा, कम शिक्षा स्तर, सामाजिक सांस्कृतिक विश्वास एवं कलंक, संस्थागत स्वास्थ्य सेवाओं में कम विश्वास और उनके कम किफायती होने के कारण वृद्धों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में बाधाएं आती हैं।
स्वर्गीय कर्मयोगी श्री रवि कालरा द्वारा स्थापित और उनके पुत्र, श्री जस कालरा द्वारा संचालित टीईएसएफ वृद्धों की देखभाल के लिए दीर्घकालिक रूप से प्रतिबद्ध है। मंडावर गाँव में स्थित वृद्धाश्रम में 400 से ज्यादा ऐसे वृद्ध रहते हैं, जिन्हें उनके परिवारों द्वारा अकेले छोड़ दिया गया है। टीईएसएफ द्वारा उनकी देखभाल की जाती है, उन्हें स्वस्थ आहार दिया जाता है, चिकित्सा उपलब्ध कराई जाती है, और उन्हें अपनेपन की भावना प्रदान की जाती है।
रोटरी सदस्यों के सहयोग से निर्मित यह नया ब्लॉक 3,000 वर्गफीट में स्थित है, और यहाँ 48 से 50 वृद्ध आराम से रह सकते हैं। यहाँ पर आवश्यक सुविधाएं, जैसे टॉयलेट्स, शॉवर रूम्स, लाईटिंग, पंखों, एयर कूलर्स, और बेड की व्यवस्था है। इस सुविधा में वृद्धों को रहने का एक सम्मानजनक वातावरण प्राप्त होता है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि, रोटेरियन अजीत जलान, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 2026-27 ऑफ डिस्ट्रिक्ट 3011, इंडिया ने कहा, ‘‘हमें गर्व है कि रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली साउथ अपनी 55 वीं वर्षगाँठ मना रहा है। वो हर सामुदायिक सेवा में सबसे आगे रहते हैं, फिर चाहे वह कुष्ठरोग के लिए हो, पोलियो के लिए हो, नारी शक्ति के लिए हो या वृद्धों को आश्रय प्रदान करने के लिए। यह परियोजना सफलतापूर्वक पूरी हो जाने के बाद हम एक बार फिर रोटरी के जादू से दुनिया को आशा प्रदान कर रहे हैं।
रोटेरियन प्रमोद अग्रवाल, प्रेसिडेंट 2023-24 ऑफ आरसीडीएस ने कहा, ‘‘भारत जैसे देश, जो वृद्धों के प्रति अपने सम्मान के लिए जाना जाता है, में एक दुखद वास्तविकता यह भी है कि वो अकेला और उपेक्षित जीवन व्यतीत कर रहे हैं। रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली साउथ ने टीईएसएफ के साथ हाथ मिलाए हैं, ताकि सामूहिक प्रयास से बेघर और नाजुक वृद्ध आबादी को एक सम्मानपूर्ण जिंदगी व्यतीत करने के लिए आवश्यक देखभाल और सहयोग प्रदान कर उनका जीवन बेहतर बनाया जा सके।’’
टीईएसएफ के श्री जस कालरा ने कहा, ‘‘यह परियोजना दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र बनने जा रहा है जो जरूरतमंद 5,000 से अधिक बुजुर्गों, बेघरों और निराश्रित व्यक्तियों को आश्रय और सहायता प्रदान करेगा | मैं मंडावर सेवा धाम में आश्रय के निर्माण में रोटरी क्लब के सदस्यों के सहयोग के लिए उनका आभारी हूँ। उनके इस परोपकार से आशा की किरण मिली है, जिसके मार्गदर्शन में हम वंचितों के जीवन में सुधार लाने का प्रयास करते हैं। उनकी उदारता से मार्गदर्शन पाकर हम आज की चुनौतियों से ऊपर उठकर सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य का मार्ग तैयार कर सकते हैं।’’
रोटरी इंडिया ने 1920 में एक क्लब से लेकर 4500 से ज्यादा रोटरी क्लब्स और 2900 रोटारैक्ट क्लब्स के साथ 2 लाख से ज्यादा सदस्यों के जीवंत समुदाय तक अपना विस्तार कर लिया है। स्वयं से ऊपर उठकर सेवा करने की प्रतिबद्धता के साथ रोटरी सदस्यों ने वैश्विक नागरिक होने के अर्थ का उदाहरण प्रस्तुत किया है, और अंतरों को दूर करके सबके कल्याण के लिए भिन्न-भिन्न संस्कृतियों एवं पृष्ठभूमियों के लोगों को एकजुट किया है। सस्टेनेबल परियोजनाओं के लिए उनकी अडिग प्रतिबद्धता से दुनिया की सबसे गंभीर चुनौतियों को संबोधित करने की साझा जिम्मेदारी प्रदर्शित होती है।

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