डिजिटल तकनीक पर ज्यादा फोकस करते हुए चौदह अलग-अलग भाषाओं में दिखाई जाएगी रामलीला
दिल्ली। देश-विदेश में होने वाली रामलीलाओं में ऐसा शायद पहली बार होगा जब यू ट्यूब फेसबुक के साथ-साथ ऑन लाइन पोर्टल पर लालकिला ग्राउंड में होने वाली लव-कुश रामलीला एक दो नहीं बल्कि दुनिया की अलग-अलग 14 चौदह भाषाओं में दिखाई जाएगी। इस साल 10 अक्टबूर से 19 अक्टूबर तक होने वाली रामलीला की जानकारी मीडिया को देने के लिए आयोजित इस कांफ्रेंस में अब तक ढाई सौ से ज्यादा फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा दिखा चुके एक्टर अवतार गिल, फिल्म ‘आंखें’ में गोविंदा की लीड एक्ट्रेस रह चुकी रितु शिवपुरी, सिंगर और एक्टर शंकर साहनी के साथ टीवी एक्टर रूपेश कटारिया और पायस पंडित भी स्टेज पर मौजूद रहे।
लव कुश के चैयरमैन अशोक अग्रवाल के मुताबिक युवा पीढ़ी इन दिनों सोशल साइट्स और डिजिटल तकनीक के साथ पूरी तरह से जुड़ते जा रहे है हमने भी इस ट्रेंड को गहराई से अध्ययन करने के बाद अपनी रामलीला को डिजिटल तकनीक के साथ और ज्यादा जोड़ने का फैसला किया, अशोक जी के मुताबिक पिछले साल यू ट्यूब पर लीला को नब्बे लाख से ज्यादा दर्शकों ने देखा इनमें यूरोपीय देशों के दर्शकों की संख्या में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी रही तो लीला की ऑन लाइन साइट पर हर दिन रामलीला देखने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही गया, यही वजह है हमने इस बार रामलीला को यू ट्यूब सहित दूसरी साइट्स पर एकसाथ 14 चैदह भाषाओं में दिखाने का फैसला किया है, हमने मुंबई से अलग-अलग भाषाओं में रामलीला के लिए डबिंग करने वाले पचास से ज्यादा डबिंग आर्टिस्टों को इस काम के लिए अप्रोच किया है। हिंदी, संस्कृत, भोजपुरी, पंजाबी, तेलुगू तमिल के अलावा अंग्रेजी, रशियन, फ्रेंच आदि सात अलग-अलग देशों की भाषाओं में रामलीला की डबिंग करके रामलीला को यू ट्यूब सहित रामलीला की साइट्स सहित कई और साइट पर अपलोड किया जाएगा।
रामलीला के सेक्रेटरी अर्जुन कुमार के मुताबिक इस साल रामलीला में अलग-अलग किरदार निभाने के लिए पचास स्टार्स के साथ अग्रीमेंट कर लिया गया है। इस सिलसिले में अवतार गिल ने बताया मैं पिछले तीन साल से लीला में अलग-अलग किरदार निभा रहा हूं, इस साल मैं लीला में विभीषण का किरदार निभा रहा हूं तो वहीं रितू शिवपुरी सीता की मां सुनयना का रोल कर रही है। प्रख्यात भजन सिंगर शंकर साहनी इस बार गुरू वशिष्ठ का रोल कर रहे है। लीला की प्रचार समिति से जुडे़ सुमित वशिष्ठ के मुताबिक पहली बार इस साल दिल्ली में हम स्टेज पर करीब सात घंटे की लीला का मंचन करेंगे इस बीच किसी भी राज नेता या वीआईपी के आने के बावजूद लीला का मंचन रोका नहीं जाएगा और हर दिन लीला समाप्त होने पर ग्राउंड में मौजूद सभी दर्शकों को प्रसाद का वितरण किया जाएगा और दर्शकों की सुरक्षा और सुविधाओं पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है।