राष्ट्रीय

ग्रामीण डाक घरों में ‘‘दर्पण’’ नामक परियोजना शुरू

नई दिल्ली। देश में डाक प्रचलन को पूरी तरह डिजीटल करने के उद्देश्य से आईटी आधुनिकीकरण योजना के तहत डाक विभाग ने नए भारत के लिए ग्रामीण डाक घरों में ‘‘दर्पण’’ नामक परियोजना शुरू की है जिसका उद्देष्य देश के सभी 1.29 लाख ग्रामीण शाखा डाक घरों को कनेक्ट करना है ताकि वे आॅनलाइन डाक और वित्तीय देन-लेन करने में समर्थ हो सकें।
देश के सभी शाखा डाक घरों में सिम कनेक्टिविटी और सोलर पाॅवर बैकअप के साथ हैंड हेल्ड डिवाइसें लगाई जा रही हैं। इस परियोजना की कुल लागत 1300 करोड़ रूप्ए से अधिक है। दर्पण परियोजना के तहत अब तक 61,941 शाखा डाक घर शामिल हो चुके हैं।
माननीय संचार राज्य मंत्री ‘‘स्वतंत्र प्रभार’’ और रेल राज्य मंत्री द्वारा लान्च किया गया दर्पण-पीएलआई ऐप पाॅलिसियों के आॅनलाइन अपडेशन के साथ भारत में कहीं भी शाखा डाक घरों में पीएलआई और आरपीएलआई की पाॅलिसी के लिए प्रीमियम एकत्र करने में मदद करेगा। इसके अलावा, इस ऐ पके प्रयोग से पीएलआई और आरपीएलआई पाॅलिसी के संबंध में परिपक्वता दावों की सूची तैयार करने का काम स्वयं शाखा डाक घरों में किया जा सकता है जिसके आधार पर ग्राहक को भावी संदर्भ के लिए तुरंत अनुरोध संख्या प्रदान की जाएगी। ये पहलें पीएलआई और आरपीएलआई के ग्राहकों, विषेश रूप से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ग्राहकों को बिक्री पश्चात सेवा प्रदान करने में डाक विभाग की मदद करेंगी।
यह डिजीटल भारत के पथ पर डाक विभाग की यात्रा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जैसा कि संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और रेल राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि हम अपने डाक घरों में जो परिवर्तन कर रहे हैं उनके फलस्वरूप हमारे नागरिक हमारी डाक प्रणाली का नया चेहरा देखेंगे – जो हमारे लोगों को गुणवत्ता के साथ नागरिक सेवाएं प्रदान करने पर बल देगी।

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