धर्म

जुलाई 24 से शुरु हो रहा है शरणम सीजन 2 सिर्फ एपिक चैनल पर

भारत का एकमात्र भारत-केंद्रित हिंदी इंफोटेनमेंट चैनल एपिक अपनी लोकप्रिय और प्रशंसित मौलिक सीरीज ‘शरणम-सफर विश्वास का’, का सीजन 2 लॉन्च कर रहा है। शरणम सीजन 2 इस श्रृंखला में भी दर्शकों को भारत के तीर्थयात्रियों की निष्ठा, विश्वास और ईश्वर से संबंध का अनुभव कराने के लिए भारत में कुछ सबसे सम्मानित तीर्थ स्थलों की मार्मिक यात्रा पर ले जाना जारी रखता है। 24 जुलाई से शुरू, प्रत्येक मंगलवार को 10 बजे प्रसारित होने वाला, यह सीरीज ऐसी व्यक्तिगत घटनाओं को साक्ष्य के रूप में दिखाता है, जो विश्वास का आधार हैं, और सर्वशक्तिमान से जुड़ने के लिए पूजा के विभिन्न स्थानों पर जाने वाले लोगों को उत्साह और संतोष प्रदान करता है।
अपने पहले सीजन में उत्साहजनक प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद यात्रियों के बीच विश्वास और साधना उत्पन्न करने वाली कहानियों और उनके द्वारा जीवित रखी गयी मौखिक परम्पराओं को उजागर करते हुए इसमें गुजरात में सोमनाथ, तमिलनाडु में वेलंकन्नी, लद्दाख में हेमिस मठ, गुवाहाटी में कामाख्या आदि, तीर्थस्थलों की यात्रा दर्शायी गयी है, शरणम का नया सीजन राजस्थान में नाकोड़ा भैरव और ब्रह्मामंदिर, महाराष्ट्र में हजूरसाहिब, हरिद्वार में दक्षिण महादेव आदि सहित कई और स्थलों की झलक पेश करने के लिए तैयार है।
नए सीजन के बारे में बताते हुए, एपिक टीवी के कंटेंट और प्रोग्रामिंग प्रमुख अकुल त्रिपाठी ने कहा, ‘हमने इस सीरीज के लिए अपरंपरागत दृष्टिकोण को बनाए रखा है। हमारा प्रयास भारत के कुछ सबसे सम्मानित स्थलों पर दर्शकों को आभासी तीर्थयात्रा पर ले जाना है और प्रत्येक एपिसोड को वहां की यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों के अनुभवों, कहानियों द्वारा संचालित करते हुए यथासंभव वास्तविक अनुभव जैसा बनाया गया है। इस प्रोग्राम के प्रारूप और कवरेज दोनों पर दर्शकों की प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक रही है और हमें विश्वास हैं कि सीजन 2 भी कई दिल को छू जाएगा।
24 जुलाई से शुरू होने वाले, इस सीजन का पहला एपिसोड दर्शकों को महाराष्ट्र के सुंदर कोंकण तटरेखा के साथ स्थित एक छोटे से विचित्र गांव-गणपतिपुले में ले जाएगा। यहाँ भगवान गणेश की एक स्वयं उत्पन्न हुई मूर्ति का निवास माना जाता है। भारत के पूरे पश्चिमी क्षेत्र के शाश्वत अभिभावक के रूप में पूजी जाने वालीए गणेश की यह मूर्ति लगभग 400 वर्ष पुरानी है। हर साल गणपतिपुले मंदिर को जाने वाले हजारों भक्तों में एक बात आम है – अनन्त विश्वास कि उनके प्रिय भगवान गणपति की एक छोटी सी झलक उन्हें शांति और खुशी प्रदान कर सकती है। आपकी आत्मा को शांति देने वाली लहरों की आवाज और आपके चारों तरफ शांत वातावरण, गणपतिपुले मंदिर निश्चित रूप से आपको दिव्यशक्ति के साथ जोड़ेगा।

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