सामाजिक

बाबा रामदेव होंगे ‘भारतात्मा अशोक सिंघल वैदिक पुरस्कार’ के मुख्य अतिथि

नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल की याद में संपूर्ण भारत में वैदिक शिक्षा के प्रचार, प्रसार और प्रोत्साहन के लिए सिंघल फाउंडेशन द्वारा 25 सितम्बर को चिन्मया मिशन के सभा घर में देश के सभी वैदिक स्कूलों से आई प्रविष्टियों में तीन श्रेणियों में “भारतात्मा अशोकजी सिंघल वैदिक पुरस्कार” प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार वैदिक शिक्षा देने वाले सर्वश्रेष्ठ विद्यालय, वेदज्ञान में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी और वेद पढ़ाने वाले सर्वश्रेष्ठ शिक्षक को दिया जाएगा।
वैदिक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्या अतिथि श्री स्वामी रामदेव होंगे और श्री राजनाथ सिंह (गृह मंत्री, भारत सरकार ) इसकी अध्यक्षता करेंगे। प्रथम पुरस्कार पाने वाले छात्र को तीन लाख रुपये, शिक्षक को पांच लाख रुपये और विद्यालय को सात लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। सिंघल फाउंडेशन के ट्रस्टी सलिल सिंघल ने कहा, “श्रद्वेय अशोकजी सिंघल हिंदुत्व के अग्रणीय अधिवक्ता थे, पर साथ-साथ वेदों के भी ज्ञाता थे। उन्हें वेद के पठन-पाठन में विशेष रुचि थी। उनके प्रयास से देश में कई वैदिक विद्यालय की स्थापना भी की गई थी। वेदों के प्रति उनके लगाव को देखते हुए हमने उनकी याद में वैदिक पुरस्कार देने का निर्णय लिया है”। इसके लिए सभी वैदिक विद्यालयों से प्रविष्टि मंगाई गई।
सलिल सिंघल के अनुसार विद्यालयों से तीनों श्रेणियों में अपनी-अपनी प्रविष्टि भेजने को कहा गया। 10 जुलाई तक आने वाली प्रविष्टियों पर विचार करने के लिए तीन समितियों का गठन किया गया। इन समितियों ने प्रविष्टि भेजने वाले सभी स्कूलों का दौरा किया। छात्रों और शिक्षकों का साक्षात्कार लिया। फिर अपनी ओर से तीनों श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ तीन-तीन विजेताओं के नाम की सिफारिश की। इन सिफारिशों पर विचार करने का काम पांच देश के जाने मने वैदिक विशेषज्ञों की ज्यूरी ने किया और अंततरू एक-एक विजेताओं का चयन किया गया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार हर साल दिया जाएगा ताकि देश में वैदिक शिक्षा को प्रोत्साहन मिल सके। आपको बता दे की पिछले साल भी वैदिक पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन सफलता पूर्वक किया गया था।
पिछले साल पुरस्कार पाने वालो में सर्वश्रेष्ठ विद्यालय श्री समर्थ वेद्विध्यालय, सर्वश्रेष्ठ शिक्षक श्रीमान वी. राजगोपाल घनपाठी तथा सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी श्री सागर शर्मा थे। सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का पुरस्कार पाने वाले तमिलनाडु निवासी श्री वी राजगोपाल घन्पाठी ने बताया की “सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का पुरस्कार पाना मेरे लिए बेहद गर्व की बात है इससे बाद मै वेदक्षेत्र में कार्य करने और बेहतर योगदान देने के लिए और भी उत्साहित हुं।”

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