अन्न सुरक्षा के लिए यूपीएल की ‘अनाज बचाओ दाना दाना कीमती है’ अभियान की शुरूआत
गाजियाबाद। देश निरंतर अपनी अन्न उत्पादन क्षमता को बढ़ा रहा है पर वहीं दूसरी ओर कई कारणों से किसानों के खून पसीने से उपजी फसल भंडारण की गलत विधियों के कारण बर्बाद हो जाते हैं। इसी बर्बादी को रोकने के लिए कृषि आधारित भारतीय कंपनी यूपीएल ने ‘अनाज बचाओ दाना दाना कीमती है’ मुहिम की शुरुवात गाजियाबाद के मुरादनगर तहसील के सुहाना और रावली गांव से बड़े धूम धाम से की।
हिम के अंतर्गत गांव के किसानों को अपने अनाज को सरल वैज्ञानिक तरीकों से भंडारण करने की विधि उनके सामने साक्षात प्रदर्शन के द्वारा दिखाया गया। इस मुहिम में गांव के सैकड़ों किसानों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और अपने उपजाए अन्न की पूरी सुरक्षा की शपथ भी ली। यूपीएल ने इस मौके पर हर गांव में दो प्रशिक्षित अनाज सुरक्षा मित्रों की भी नियुक्ति की जो अपनी स्वेच्छा से गांव में हर घर मे अन्न भंडारण के दौरान होने वाले नुकसान को रोकने की जिम्मेदारी ली और किसानों को ये उपाय सिखाने का प्रण लिया। उज्ज्वल कुमार, यूपीएल के फ्यूमिगेंट बिजनेस प्रमुख के अनुसार इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य किसानों द्वारा खून पसीने से उपजाई अनाज का सही भंडारण करना सिखाना है जिससे उनके अनाज में कीड़े या फफूंद न लगे और उन्हें अच्छा मुनाफा मिले। आज किसानों का करीब 30 फीसदी अनाज सही तरह से भंडारण न होने की वजह से बर्बाद हो जाता है जिसका प्रतिकूल असर उनके आर्थिक स्थिति पर पड़ता है और साथ ही विश्व अन्न सुरक्षा के मार्ग को भी अवरुद्ध करता है।
उज्ज्वल कुमार का कहना है कि आज देश में हमे ज्यादा अनाज उत्पादन की आवश्यकता नहीं है बल्कि जो अनाज उत्पादन हो रहे है उनका सही प्रकार से भंडारण करने की जरूरत है जो न केवल देश में अनाज का भंडार बढ़ाएंगे बल्कि किसानों के मुनाफे को भी बढ़ाएंगे। इसी उद्देश्य से हम स्वयं किसानों के बीच जाकर उनके घरों, चैखट, गांवों में जाकर उन्हें जागरूक और प्रशिक्षित कर रहे हैं। आगामी महीनों में हम यह मुहीम उत्तरप्रदेश के कई अन्य जिलों में भी शुरू कर रहे हैं।
इस साक्षात प्रदर्शन के दौरान यूपीएल की टीम ने अपने अत्याधुनिक उत्पाद क्विकफोस के उपयोग से इस नुकसान को रोकने की विधि सिखाई और साथ ही इन रसायनों के इस्तेमाल के समय बरतने वाली जरूरी सावधानियों के बारे में भी अवगत कराया। इस अवसर पर कई किसानों ने अपनी भंडारण और कीटकों की समस्याओं का भी समाधान यूपीएल के विशेषज्ञों के माध्यम से प्राप्त किये।