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प्लास्टिक क्रेडिट सर्टिफिकेट्स की ट्रेडिंग के लिए EcoEx ने लॉन्च किया भारत का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म

नई दिल्ली। प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र के स्टार्ट-अप ईकोएक्स (EcoEx) ने प्लास्टिक क्रेडिट सर्टिफिकेट्स के लेनदेन की सुविधा उपलब्ध कराने और प्लास्टिक रीसाइक्लिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए भारत के पहले डिजिटल मार्केटप्लेस की शुरुआत की है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा विस्तारित उत्पादक जिम्मेदारी के लिए जारी किए गए यूनिफॉर्म फ्रेमवर्क (ईपीआर, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के तहत) के अनुसार, प्लास्टिक उत्पादक, आयातक और ब्रांड मालिक (EcoEx), जो पैकेजिंग के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं, अंतिम अपशिष्ट का प्रबंधन करने के लिए जवाबदेह हैं।
संशोधित ईपीआर ड्राफ्ट गाइडलाइंस अब PIBOs प्लास्टिक पैकेजिंग वेस्ट की रीसाइकल पैकेजिंग या को-प्रोसेस करने वाली मान्यता प्राप्त कंपनियों से ‘प्लास्टिक क्रेडिट्स’ की खरीद द्वारा अपने अनुपालन लक्ष्यों को पूरा करने की अनुमति देती है। EcoEx द्वारा लॉन्च किया गया मार्केटप्लेस पारदर्शीरूप से प्लास्टिक क्रेडिट सर्टिफिकेट्स का व्यापार करने के लिए प्लास्टिक वेस्ट ईकोसिस्टम के सभी खिलाड़ियों को एक मंच पर एक साथ लाने का काम करता है। इस मॉडल के तीन लाभ हैं : पहला, यह सुनिश्चित करता है कि ब्रांड्स द्वारा प्लास्टिक अपशिष्ट ईपीआर अनुपालन सबसे प्रभावी तरीके से पूरा किया जाता है, दूसरा यह सुनिश्चित करता है कि प्लास्टिक अपशिष्ट नैतिक तरीके से एकत्रित किया जाए, परिवहन किया जाए एवं इसका निस्तारण किया जाए। तीसरा, यह रीसाइकर्ल्स को रीसाइकल्ड मात्रा के लिए मौद्रिक लाभ प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित करता है और को-प्रोसेसर्स को बेहतर मूल्य प्रदान कर उनकी मदद करता है। ये सभी कारक मिलकर एक प्रभावी ईपीआर अनुपालन के लिए प्लास्टिक क्रेडिट मॉडल को लागू करने के लिए सरकार की मदद करेंगे, और अंतत: एक स्वच्छ व साफ वातावरण की संभावना में वृद्धि करेंगे।
अन-प्लास्टिक कलेक्टिव (कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री, युनाइटेड नेशंस एनवायरमेंट प्रोग्राम और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया द्वारा सह-स्थापित) द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, भारत में हर साल 94.6 लाख टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है। पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक इसमें से लगभग 40 प्रतिशत कचरा बिना एकत्रित किए रह जाता है। इस कचरे का एक बहुत बड़ा हिस्सा लैंडफिल्स और समुद्रों में चला जाता है। इसका मुख्य कारण अयोग्य रीसाइकलिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट है। मार्केटप्लेस के माध्यम से, EcoEx ने प्लास्टिक क्रेडिट एक्सचेंज की एक डिजिटल प्रक्रिया और सभी खिलाडि़यों को एक समान बिंदु पर एक साथ लाने के द्वारा भारत के अपशिष्ट प्रबंधन उद्योग को निर्देशित कर एक स्वच्छ भविष्य की कल्पना की है। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म को पेश कर, EcoEx ईपीआर के देश-व्यापी कार्यान्वयन को सक्षम बना रहा है।
EcoEx प्लेटफॉर्म को लॉन्च करते हुए, निमित अग्रवाल, संस्थापक, EcoEx ने कहा, “एक स्वच्छ भविष्य के लिए डिजिटल विकास को बढ़ावा देने के विचार से जन्मा और स्वच्छ भारत मिशन के अनुरूप, EcoEx का उद्देश्य प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन मूल्य श्रृंखला के सभी हितधारकों के लिए एक स्थायी डिजिटल ईकोसिस्टम की स्थापना करना है, जो कहीं से भी और किसी भी समय सुरक्षित और पारस्परिक रूप से लाभप्रद प्लास्टिक क्रेडिट सर्टिफिकेट्स के लेनदेन को सक्षम करता है। रिसाइकलिंग प्लास्टिक का अतिरिक्त लाभ यह है कि यह नए प्लास्टिक की तुलना में कम कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन करता है। EcoEx रीसाइक्लिंग समर्थक होने के नाते यह सुनिश्चित करता है कि पर्यावरण से अधिकतम प्लास्टिक को संग्रहित किया जाए। EcoEx रीसाइक्लिंग को लाभदायक बनाने के जरिये यह सुनिश्चित करता है कि अधिकतम प्लास्टिक अपशिष्ट को संग्रहति किया जाए और रीसाइकल किया जाए। इससे समुद्रों में कम प्लास्टिक जाना सुनिश्चित होगा और इससे समुद्री जीवन को बचाने में मदद मिलेगी।”
म्बवम्Û का लक्ष्य रीसाइकर्ल्स को प्लास्टिक क्रेडिट सर्टिफिकेट्स को औपचारिक चैनल के माध्यम से बेचकर प्राप्त होने वाले लाभ के बारे में शिक्षित कर असंगठित रीसाइक्लिंग सेक्टर को संगठित बनाना है। यह भी सुनिश्चित करना है कि उत्पादक अपने अनुपालन (ईपीआर) लक्ष्य को पूरा करें, और प्लास्टिक संग्रह एवं रीसाइक्लिंग की संपूर्ण प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा किया जाए। EcoEx टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म भारत के प्रमुख नेशनल स्पॉट एक्सचेंज एनसीडीईएक्स ई-मार्केट्स लिमिटेड द्वारा समर्थित है। यह विषय विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करता है और कमोडिटीज में व्यापार के लिए कारोबारी प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है। ये ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म तकनीकी दक्षता और बाजार अनुकूल ट्रेडिंग फीचर्स के सम्मिश्रण से पारदर्शी तरीके से ट्रेडिंग को समृद्ध और फायदेमंद बनाता है।

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