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गोदरेज एयरोस्पेस को DRDO टर्बोजेट इंजन का आठ मॉड्यूल्स बनाने का ऑर्डर मिला

मुंबई : गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने घोषणा की है कि उनका बिजनेस, गोदरेज एयरोस्पेस हवाई अनुप्रयोगों के लिए डीआरडीओ इंजन के आठ मॉड्यूल के निर्माण का ऑर्डर हासिल करने वाली पहली भारतीय निजी कंपनी बन चुका है। अपने मजबूत बुनियादी ढांचे, विशिष्ट सामग्रियों के साथ काम करने में दक्षता, और रॉकेट के लिए तरल इंजन के उत्पादन में दशकों के अनुभव के साथ-साथ बड़ी-बड़ी वैश्विक विमानन कंपनियों को अपनी सेवा प्रदान करने की क्षमता के कारण, गोदरेज एयरोस्पेस ने 25 से अधिक कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए यह ऑर्डर हासिल किया।
इस उद्यम ने भारत में स्वदेशी रूप से निर्मित होने वाली भविष्य की परियोजनाओं के लिए अवसरों का द्वार खोलने का काम किया है। भारत में निर्माण के लिए वैश्विक कंपनियों की बढ़ती रुचि के साथ, गोदरेज एयरोस्पेस विभिन्न प्रकार के इंजनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए तैयार है।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, गोदरेज एयरोस्पेस के एवीपी और बिजनेस हेड, श्री मानेक बेहरामकामदीन ने कहा, “हमें डीआरडीओ इंजन मॉड्यूल के निर्माण का प्रोजेक्ट हासिल करने की बेहद खुशी है, जो एयरोस्पेस क्षेत्र में हमारी क्षमताओं और विशेषज्ञता का प्रमाण है। यह उपलब्धि एयरोस्पेस विनिर्माण में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है, जिससे देश के आर्थिक विकास में योगदान हो। हम विमानन और रक्षा क्षेत्र में वैश्विक बड़ी कंपनियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने व्यापक अनुभव और दक्षताओं का लाभ उठाने और उद्योग के विकास में योगदान के लिए तत्पर हैं।”
यह अनुभव भविष्य की परियोजनाओं के लिए नागरिक उड्डयन इंजनों के लिए मॉड्यूल विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। गोदरेज एयरोस्पेस भारत सरकार की मेक-इन-इंडिया पहल में योगदान देने और भारत को स्वदेशी उन्नत फाइटर जेट इंजन विकसित करने में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने एयरोस्पेस और रक्षा परियोजनाओं के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये का निवेश किया है और अपनी निर्माण प्रक्रियाओं में नई प्रक्रियाओं को शामिल किया है।

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