व्यापार

डॉलर की मजबूती से गोल्ड और कॉपर की कीमतों पर असर, सप्लाई बढ़ने से क्रूड में गिरावट

दिल्ली। क्रूड ऑयल और बेस मेटल्स की अपील को दरकिनार करते हुए दुनियाभर में कोरोनोवायरस के मामलों में बढ़ोतरी की वजह से पीली धातु को लेकर आकर्षण बढ़ा है। श्री प्रथमेश माल्या एवीपी-रिसर्च, नॉन-एग्री कमोडिटीज एंड करेंसीज, एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के अनुसार लीबिया में तेल उत्पादन बढ़ने और मांग में कमी का असर यह रहा कि क्रूड की कीमतें कम हो गई हैं। अमेरिका में अतिरिक्त रिलीफ पैकेज पर अनिश्चितता ने सोने, ऑयल और बेस मेटल्स की कीमतों पर प्रतिकूल असर डाला है।

  • सोना

महामारी को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच स्पॉट गोल्ड में 0.05% की बढ़त दर्ज हुई और 1901.7 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले अनिश्चितताओं ने निवेशकों के बीच पीली धातु की अपील को बढ़ावा दिया। हालांकि, अमेरिकी डॉलर की मजबूती से यह लाभ सीमित रहा।
अमेरिका में कोरोनावायरस के मामलों में खतरनाक वृद्धि और कई यूरोपीय देशों में लॉकडाउन उपायों की मजबूती ने निवेशकों के लिए सोने का आकर्षण बढ़ा दिया है। इस प्रकार अधिकांश निवेशक सेफ हेवन गोल्ड की ओर शिफ्ट हो गए।
यू.एस. हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने व्हाइट हाउस के अधिकारियों के साथ रिलीफ फंड पर संभावित डील की उम्मीद जताई और महामारीग्रस्त अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए वित्तीय सहायता जारी रखने का वचन दिया।
कमजोर अमेरिकी डॉलर और कोरोनोवायरस की बढ़ती संख्या की चिंता निवेशकों को गोल्ड की ओर खींच सकती है। सोने की कीमतें आज के सत्र में एमसीएक्स पर अधिक होने की उम्मीद है।

  • क्रूड ऑयल

डब्ल्यूटीआई क्रूड 3.2% तक कम हो गया और वायरस के व्यापक प्रभाव के बीच 38.6 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। लीबिया में क्रूड उत्पादन में रिकवरी ने तेल की कीमतों को और नीचे ला दिया।
लीबिया का क्रूड आउटपुट अपने सबसे बड़े तेल क्षेत्र शरारा के शुरू होने से और बढ़ गया है। इस बीच वैश्विक मांग का आउटलुक कमजोर रहा है। इससे तेल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। लीबिया के नेशनल ऑइल कॉर्प ने अपनी फेसिलिटी पर फोर्स मजूरे को हटा दिया, जिससे ग्लोबल ऑइल मार्केट में ओवरसप्लाई की चिंता बढ़ गई।
यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कोरोनोवायरस के मामलों में खतरनाक वृद्धि के कारण लॉकडाउन के उपाय मजबूत हुए, जिसने जिसने पहलेसे ही जर्जर वैश्विक तेल बाजार को और नुकसान पहुंचाया और तेल की कीमतों को और नीचे ला दिया। नए लॉकडाउन नियम लागू होने से क्रूड की मांग में और कमी आई। इसके अलावा कोविड-19 मामलों में वृद्धि और लीबिया से आपूर्ति में वृद्धि से क्रूड की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। आज के सत्र में एमसीएक्स पर तेल की कीमतें कम होने की उम्मीद है।

  • बेस मेटल्स

एलएमई पर बेस मेटल लाल रंग में बंद हुआ क्योंकि अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ। इसके अलावा, दुनिया भर में कोरोनोवायरस के मामलों में वृद्धि ने बाजार के क्षेत्रों को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
अमेरिका में अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता के कोई संकेत न मिलने ने डॉलर को मजबूत किया, जिससे औद्योगिक धातु अन्य मुद्रा धारकों के लिए महंगी हो गई।
सितंबर 20 में रिकॉर्ड स्तर पर इम्पोर्ट करने के बाद चीन की एल्युमीनियम खरीद कम हुई है। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में रिवाइवल ने मध्यस्थता विंडो को बंद कर दिया। चीन के एल्युमीनियम और एल्युमीनियम प्रोडक्ट्स का इम्पोर्ट 17.1% घट गया और 355,999 टन रहा। हालांकि, चीन की बढ़ती जीडीपी ने औद्योगिक धातु की कीमतों का समर्थन किया। चीन की जीडीपी जुलाई’20 से सितंबर’20 तक लगभग 4.9% बढ़ी।

  • कॉपर

एलएमई कॉपर 1.26% की गिरावट के साथ 6781 डॉलर प्रति टन पर बंद हुआ। अमेरिका में अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता पर अनिश्चितता के कारण डॉलर की कीमत में मजबूती ने लाल धातु की कीमतों को और कम कर दिया।
दुनियाभर में कोविड-19 मामलों में खतरनाक वृद्धि हुई है, और अमेरिका द्वारा नए राहत बिल पर डील को रोक दिया है, जिससे औद्योगिक धातु की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। कॉपर की कीमतें आज के सत्र में एमसीएक्स पर उतार-चढ़ाव के साथ ट्रेड करने की उम्मीद है।

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